- शासन ने जिले में एक तिहाई लेकर पचास फीसदी थानों पर दरोगाओं को चार्ज की दी स्वीकृति

LUCKNOW:

लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में दारोगाओं की थाने का चार्ज लेने की उम्मीद फिर परवान चढ़ी है। शासन ने जिले में एक तिहाई थानों और जरूरत पड़ने पर 50 फीसद थानों का चार्ज दारोगाओं को देने के लिए हरी झंडी दिखा दी है। अब तेज तर्रार व साफ छवि वाले सब इंस्पेक्टर्स को थानों का चार्ज मिल सकता है।

टूट गई थी उम्मीद

2018 में शासन ने थानों का चार्ज इंस्पेक्टर्स को देने का निर्देश दिया था, जिसके बाद कई सब इंस्पेक्टर्स की उम्मीदें टूट गई थीं। हालांकि इंस्पेक्टर्स की संख्या कम होने के कारण यह व्यवस्था पूरी तरह लागू न हो सकी। राजधानी संग कई जिलों में इंस्पेक्टर्स से कई गुना ज्यादा सब इंस्पेक्टर्स हैं। ग्रामीण एरिया के थानों का चार्ज भी इन्हें दिया गया है। शासन के आदेश के बाद अब शहरी एरिया के सब इंस्पेक्टर्स को थानों का चार्ज मिलने की उम्मीद बंधी है।

कोतवाली में तैनात रहेंगे इंस्पेक्टर

शहर के थानों पर भले ही सब इंस्पेक्टर्स को चार्ज मिल सकता है लेकिन कोतवाली में इंस्पेक्टर रैक के अफसर ही तैनात रहेंगे। लखनऊ कमिश्नरेट में हजरतगंज, कैसरबाग, गाजीपुर, चौक समेत करीब 12 से ज्यादा कोतवाली है। वहीं 42 थानों में एक तिहाई थानों पर दरोगाओं को चार्ज की उम्मीद है।

इंस्पेक्टर्स की नहीं है कमी

राजधानी में सौ से भी ज्यादा इंस्पेक्टर पोस्ट हैं। वर्तमान में सभी कोतवाली व थानों का चार्ज इंस्पेक्टर (एसएचओ) के पास है। कई छोटे थानों पर भी एसएचओ तैनात हैं। हालांकि कई ऐसे थानों भी है जहां सब इंस्पेक्टर पहले तैनात रह चुके हैं और सफल भी हुए हैं। लखनऊ में कई थानों में एसएचओ के अलावा एक से दो इंस्पेक्टर अतिरिक्त चार्ज पर हैं।

वर्किग पर भी पड़ेगा फर्क

शासन से स्वीकृति मिलने के बाद सब इंस्पेक्टर्स की वर्किग पर भी इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है। चार्ज की ललक में उनकी वर्किग और भी ज्यादा प्रभावशाली हो सकती है।

जिले में एक तिहाई थानों पर दरोगाओं को चार्ज देने का आदेश है। जरूरत पड़ने पर 50 फीसद तक को चार्ज दिया जा सकता है। लखनऊ कमिश्नरेट में इंस्पेक्टर की कमी नहीं है।

डीके ठाकुर, पुलिस कमिश्नर ऑफ लखनऊ

Posted By: Inextlive