बिना गुणवत्ता जांच बांट दिए गए छात्रों को स्वेटर
- प्रदेश के हर जिले में अलग-अलग क्वॉलिटी के बांटे गए स्वेटर
- लैब में होगी सभी जिलों के स्वेटरों की क्वॉलिटी की जांच LUCKNOW : बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक और जूनियर स्कूलों में स्टूडेंट्स को स्वेटर तो दे दिए गए लेकिन इनकी क्वॉलिटी नहीं चेक की गई। अब शिकायतें आई तो इन स्वेटरों की क्वॉलिटी चेक कराई जा रही है। नहीं चेक की क्वॉलिटी बेसिक शिक्षा निदेशालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक लगभग सभी जिलों में स्वेटर बांटे जा चुके हैं लेकिन इनकी गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। बता दे कि प्रदेश में करीब 1 करोड़ 80 लाख स्टूडेंट्स को फ्री स्वेटर दिए गए हैं। जिन जिलों में स्वेटर की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं, उसमें लखनऊ, हाथरस, मुरादाबाद, हरदोई, बांदा, बलिया, गोंडा, फतेहपुर भी शामिल हैं। राजधानी में सामने आ चुका है मामलादिसंबर में राजधानी में स्वेटर वितरण के मामले में गड़बड़ी की शिकायतें आई थी। कई स्कूलों में बच्चों को उनकी नाप के अनुसार स्वेटर नहीं मिले, तो कई स्कूलों में स्वेटर की क्वॉलिटी काफी खराब थी। मामला प्रकाश में आने के बाद बीएसए ने जांच के आदेश दिए थे। वहीं मुरादाबाद में 1 लाख 66 हजार से अधिक स्टूडेंट्स को स्वेटर दिए गए लेकिन फर्मो ने स्वेटर का जो सैंपल दिखाया वह वितरण के दौरान अलग था। बलरामपुर में 2 लाख 47 हजार से अधिक स्टूडेंट्स को जो स्वेटर वितरित किए गए। उनके गुणवत्ता की जांच ही नहीं की गई।
कोट जो स्वेटर दिए जाने थे, उनकी गुणवत्ता की जांच कई जगहों पर नहीं हो सकी। सभी जगह स्वेटरों की जांच कराई जाएगी। इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं। डॉ। सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह, निदेशक, बेसिक शिक्षा