- लंग्स को फिट रखने के लिए शंख बजाना सबसे अच्छी एक्सरसाइज

LUCKNOW :

हिंदू धर्म में शंख का विशेष महत्व है। हर शुभ कार्य और धार्मिक आयोजन, पूजा में इसे अनिवार्य रूप से बजाया जाता है। शंख बजाने से हमारे शरीर को कई फायदे होते हैं। इससे फेफड़ों की एक्सरसाइज होती है। यही कारण है कि कोरोना के इस काल में लोग अपने लंग्स फिट रखने के लिए सुबह-शाम घर में शंख बजा रहे हैं।

दो मिनट से ज्यादा न बजाएं शंख

डॉक्टर्स का भी कहना है कि शंख एक तरह से सबसे सस्ता वेंटिलेटर है। लंग्स के लिए इससे अच्छी एक्सरसाइज कोई दूसरी नहीं है। हालांकि डॉक्टर्स सलाह देते हैं कि कभी दो मिनट से ज्यादा लगातार शंख नहीं बजाना चाहिए। वहीं जिन लोगों को सांस की बीमारी है, उन्हें शंख बजाते समय विशेष सावधानी रखनी चाहिए।

शंख बजाने के ये हैं फायदे

- शंख बजाने से छाती और गर्दन की मसल्स मजबूत होती हैं।

- थायरॉयड ग्रंथि की एक्सरसाइज होती है और श्वांस तंत्र मजबूत होता है।

- बोलने से संबंधित समस्याएं खत्म हो जाती हैं।

- शंख बजाने से चेहरे की झुर्रियां कम होती हैं।

- शंख में भरकर रखे गए पानी को शरीर पर लगाने से त्वचा रोग दूर होता है।

- मानसिक तनाव को भी शंख बजाने से कम किया जा सकता है।

- शंख बजाने से लोगों में पॉजिटिव सोच का विकास होता है।

- जो लोग रोज शंख बजाते हैं उन्हें हार्ट अटैक का कम खतरा रहता है।

- नासा के अनुसार शंख की ध्वनि से खगोलीय ऊर्जा का उत्सर्जन होता है।

लंग्स के लिए फायदेमंद

शंख बजाने से चेहरे, श्वांस प्रणाली, श्रवण तंत्र तथा फेफड़ों की पूरी एक्सरसाइज होती है। जिन लोगों को सांस संबधी समस्याएं हैं, शंख बजाने से उनकी ये समस्याएं दूर हो सकती हैं। हर रोज शंख बजाने वाले लोगों को गले और फेफड़ों के रोग नहीं होते। इससे स्मरण शक्ति भी बढ़ती है। वैज्ञानिक मानते हैं कि शंख की ध्वनि जहां तक जाती है, वहां तक के अनेक बीमारियों के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। बर्लिन विश्वविद्यालय ने शंख ध्वनि पर अनुसंधान कर यह पाया कि इसकी तरंगें बैक्टीरिया तथा अन्य रोगाणुओं को नष्ट करने के लिए उत्तम व सस्ती औषधि है।

हड्डियों को मजबूत करता है

शंख में कैल्शियम, गंधक और फास्फोरस काफी मात्रा में पाया जाता है। शंख में पानी भरकर रखें और कुछ घंटे बाद इसे पिएं तो इससे हड्डियां और दांत मजबूत होते हैं।

शंख बजाने से फेफड़ों को मजबूती मिलती है। कोविड के चलते 80 प्रतिशत लोग फेफड़ों के संक्रमण से पॉजिटिव हो रहे हैं। शंख बजाने से न केवल फेफड़ों की एक्सरसाइज होती है बल्कि सांस संबंधी रोगों में भी ये फायदेमंद है।

डॉ। एके गुप्ता, वरिष्ठ चेस्ट विशेषज्ञ, बलरामपुर अस्पताल

Posted By: Inextlive