LUCKNOW : हजरतगंज के कैथेड्रल चर्च में रात 11 बजे से ही यीशु के भक्तों का आना शुरू हो गया था, हालांकि इस बार प्रार्थना सभा में सिर्फ 100 लोगों को ही जाने की अनुमति दी गई। बाकी लोग चर्च के आसपास ही खड़े रहे। चर्च के अंदर और बाहर सेंटा कैप के साथ सेल्फी का खूब दौर चला और ठीक 12 बजते ही फिजाओं में मैरी क्रिसमस की गूंज सुनाई देने लगी।

ऑनलाइन देखी प्रार्थना

कैथेड्रल में सत्य, प्रेम व करुणा के सागर प्रभु यीशु के अवतरण से पहले फादर डॉ। डोनाल्ड डिसूजा व धर्माध्यक्ष जेराल्ड जॉन मथायस के साथ फादर के समूह ने अवतरण का विधान कर प्रार्थना की। अवतरण के साथ धर्माध्यक्ष ने प्रभु यीशु के प्रतीक को परिसर में बनी चरनी की झांकी में स्थापित किया। लालबाग के एपिफेनी चर्च के साथ आलमबाग के होली रिडीमर चर्च में देर रात प्रभु यीशु का अवतरण हुआ। एसेंबली ऑफ बिलीवर्स चर्च के प्रवक्ता मॉरिस कुमार ने बताया कि यूट्यूब के माध्यम से घरों में प्रार्थना प्रसारित की गई। छावनी के साथ ही राजभवन के सामने एसेंबली ऑफ गॉड के अलावा क्राइस्ट चर्च इंटर कॉलेज में विशेष प्रार्थना का प्रसारण किया गया।

आज होगी तीन चरणो में प्रार्थना

प्रभु यीशु के अवतरण का उल्लास गिरजाघरों में सुबह नौ बजे से ही शुरू हो जाएगा। लालबाग के एपिफेनी चर्च के फादर ईएफ बख्श ने बताया कि सुबह प्रार्थना के साथ उत्सव मनाया जाएगा। सुरक्षा के चलते तीन चरणों में लोगों को मौका दिया जाएगा। एक बार में 100 लोग प्रार्थना में हिस्सा लेंगे। परिसर में रहने वाले 26 परिवार के लोग मिलकर एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई देंगे। सुबह आठ बजे से हिंदी व अंग्रेजी में प्रार्थना शुरू होगी।

खूब हुई खरीदारी

आलमबाग चौराहे से अवध चौराहे तक रोड के दोनों ओर दुकानों में लोग सजावटी सामान खरीदते दिखाई दिए। सुबह से इन दुकानों में बड़ी संख्या में कस्टमर आने लगे जिससे दुकानदारों के चेहरे खिल गए। यहां शाम को बड़ी संख्या में कस्टमर्स के आने के कारण रोड पर जाम भी लग गया। कुछ ऐसा ही हाल चौक, इंदिरा नगर, गोमती नगर, कपूरथला, नाका आदि एरिया में भी देखने को मिला।

उम्मीद से ज्यादा सेल

गिफ्ट और डेकोरेशन के आइटम बेचने वाले दुकानदारों को इस कोरोना काल में पहले तो अधिक सेल होने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन जिस तरह का रुझान गुरुवार को देखने को मिला उससे उनके चेहरों पर मुस्कान लौट आई है। दुकानदारों का कहना है कि शुक्रवार को और भी ज्यादा सेल होगी और कोरोना के चलते नुकसान होने की जो आशंका थी, वह पूरी तरह दूर हो जाएगी।

सब शामिल होंगे पर्व में

कुछ वर्षो पहले तक क्रिसमस विशेषत: सिर्फ ईसाई समुदाय में ही मनाया जाता था लेकिन अब इस पर्व को हर समुदाय के लोग पूरे उल्लास के साथ सेलीब्रेट करते हैं। वैसे भी राजधानी में तो हर पर्व में गंगा-जमुनी तहजीब अपने आप ही मिसाल बन जाती है। इस बार कोरोना के चलते गंज में पहले जैसा माहौल तो नहीं होगा, लेकिन लखनवाइट्स से घरों में ही इस पर्व को अपने ही खास अंदाज में मनाने की पूरी तैयारी कर ली है।

खूब बिक रही सेंटा ड्रेस

क्रिसमस के पर्व के लिए पेरेंट्स बच्चों के लिए सेंटा ड्रेस और टोपी खरीद रहे हैं। घरों में सजाने के लिए क्रिसमस ट्री की भी काफी सेल हो रही है। हमेशा की तरह बाजार में सेंटा क्लाज की पोटली, सेंटा मास्क, विग और दाढ़ी भी मौजूद हैं। जिनका बच्चों में हमेशा की तरह क्रेज दिखाई दे रहा है। वहीं सजावटी आइटम की बात करें तो सर्वाधिक डिमांड क्रिसमस ट्री, स्टार, घंटी आदि की है।

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क्रिसमस कार्ड का मजा ही कुछ और

आजाद नगर निवासी रागिनी दुबे ने बताया कि राजधानी में सभी धर्मो के लोग क्रिसमस का पर्व धूमधाम से मनाते हैं। मैंने बेटी के लिए सेंटा ड्रेस खरीदी है। अब लोग दिवाली, दशहरा, होली, ईद आदि पर्वो की बधाई मोबाइल पर एसएमएस या कॉल करके देते हैं लेकिन क्रिसमस पर बधाई देने के लिए कार्ड का क्रेज अभी पहले की तरह ही बरकरार है। वहीं आशियाना निवासी पूजा मेहरोत्रा ने बताया कि क्रिसमस पर हो या नया साल पति जब अपने हाथों का लिखा कार्ड देते हैं तो उसमें छिपी भावनाएं बयां नहीं की जा सकती।

Posted By: Inextlive