स्वच्छता परीक्षा 2022 में बेहतर परफॉर्म करने के लिए नगर निगम लखनऊ की ओर से अभी से तैयारियां तेज कर दी गई हैैं। इसी कड़ी में पांच बिंदुओं पर इंदौर मॉडल को राजधानी में लागू किए जाने संबंधी निर्णय लिया गया है। जिससे स्वच्छता परीक्षा में लखनऊ की रैैंकिंग में बेहतर सुधार हो सके।

लखनऊ (ब्यूरो)। स्वच्छता परीक्षा में इंदौर लगातार नंबर वन बना हुआ है। इसकी प्रमुख वजह यह है कि इंदौर मॉडल के अंतर्गत वहां पर वेस्ट कलेक्शन, निस्तारण, पब्लिक कनेक्टिविटी, मॉनीटरिंग सिस्टम पर विशेष फोकस किया जाता है। जिसकी वजह से हर साल इंदौर को परीक्षा में बेहतर अंक हासिल होते हैैं। जिसकी वजह से रैैंकिंग में इंदौर हमेशा टॉप पर रहता है।

अब यहां भी उठाए जाएंगे कदम
इंदौर की तर्ज पर राजधानी में उक्त कदमों को इंप्लीमेंट किए जाने की तैयारी की जा रही है। सबसे पहला प्रयास 100 प्रतिशत घरों को वेस्ट कलेक्शन सुविधा से जोडऩा है, इसके साथ ही ओपन डंपिंग प्वाइंट्स को भी समाप्त किया जाना है। जिससे निगम लखनऊ को फाइव स्टार रेटिंग मिल सके। इसका सीधा असर स्कोरिंग और रैैंकिंग पर पड़ेगा।

ये 5 कदम उठाने की तैयारी
1-मॉनीटरिंग सिस्टम-यहां पर सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए वार्डवार मॉनीटरिंग सिस्टम को मजबूत बनाया जाएगा। जिससे जरा सी लापरवाही हो तो तुरंत उसकी जानकारी मिल सके। जिससे तुरंत एक्शन लिया जा सके।

2-पब्लिक रियेक्शन-सफाई व वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पब्लिक पार्टिसिपेशन बहुत जरूरी है। इसके लिए कंट्रोल रूम से भवन स्वामियों के नंबर इंटीग्रेट किए जाने के साथ ही जोनवार फीडबैक की व्यवस्था की जाएगी।

3-वेस्ट फ्री शिवरी प्लांट-इस समय शिवरी प्लांट में भारी संख्या में पुराने वेस्ट के ढेर लगे हुए हैैं। अब पूरा प्रयास इसके निस्तारण पर किया जाएगा। जिससे निगम को बेहतर अंक मिल सके। वहीं जोनवार वेस्ट परिवहन व्यवस्था को भी बेहतर बनाने के लिए अतिरिक्त गाडिय़ां भी लगाई जाएंगी।

4-स्वच्छ जलापूर्ति-कई मोहल्लों से अक्सर दूषित जलापूर्ति की समस्या सामने आती है, इस समस्या को दूर करने के लिए भी सभी जोन में मॉनीटरिंग कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इसके साथ ही स्वच्छता एप से भी इसे कनेक्ट किया जाएगा। जिससे पब्लिक डायरेक्ट दूषित जलापूर्ति संबंधी कंपलेन कर सके।

5-स्वच्छता जागरुकता-एक तरफ तो सिस्टम को बेहतर बनाने की तैयारी है, वहीं दूसरी तरफ इंदौर की तर्ज पर पब्लिक को भी स्वच्छता के प्रति नियमित रूप से जागरुक किया जाएगा। इसके लिए जोनवार टीमों का गठन किया जाएगा। हर सप्ताह एक दिन जागरुकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। हालांकि इस बार राजधानी की जनता का फीडबैक परफॉर्मेंस बेहतर शानदार रहा है, इसकी वजह से निगम को 1100 अंक अंक मिले।

अभी तक की रैैंकिंग
वर्ष रैैंकिंग
2017 269
2018 115
2019 121
2020 12
2021 12


स्वच्छता, वेस्ट कलेक्शन, पब्लिक फीडबैक समेत कई बिंदुओं पर नए सिरे से कार्य योजना तैयार की जा रही है। हमारा पूरा फोकस स्वच्छता परीक्षा में और बेहतर स्कोरिंग पर है।
अजय कुमार द्विवेदी, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive