चौक पुलिस ने ईरानी गैंग के दो सदस्यों को किया गिरफ्तार

- पिछले कई महीनों से शहर में टप्पेबाजी की घटनाओं को दे रहे थे अंजाम

- पुलिस ने मुंबई से किया गिरफ्तार

LUCKNOW : शहर में बुजुर्ग व महिलाओं के साथ टप्पेबाजी करने वाले ईरानी गैंग के दो सदस्य गुरुवार को चौक पुलिस के हत्थे चढ़े। दोनों वारदात के दौरान सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे। सर्विलांस टीम की मदद से चौक पुलिस ने पांच दिन तक मुंबई में डेरा डाला और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मुंबई से चौक पुलिस उन्हें गुरुवार को लखनऊ लेकर आई। गैंग के मेंबर्स ने कई ऐसे राज खोले, जिसे सुनकर पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई।

दो ज्वैलर्स से की थी टप्पेबाजी

इंस्पेक्टर चौक विश्वजीत सिंह ने बताया कि 18 सितंबर को ईरानी गैंग के दो सदस्यों ने ठाकुरगंज के ज्वैलर्स कारोबारी अरविंद मिश्रा से तीन लाख रुपये और बनारस के ज्वैलर्स अवधेश तिवारी से 20 सितंबर को 3 सौ ग्राम ज्वैलरी की टप्पेबाजी की थी। दोनों को क्राइम ब्रांच व एसटीएफ कर्मचारी बताकर चेकिंग के नाम पर टप्पेबाजी कर फरार हो गए थे। दोनों व्यापारियों ने चौक थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

कैमरे की जद में आने से पकड़े गए

दो दिन में दो व्यापारियों से टप्पेबाजी के बाद ईरानी गैंग के इन दोनों सदस्यों ने शहर छोड़ दिया था, लेकिन दोनों की फोटो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। टप्पेबाजों की बाइक और मोबाइल नंबर के आधार पर सर्विलांस टीम को उनकी लोकेशन मुंबई के भिवंडी में मिली थी। चौक पुलिस की पांच सदस्यी टीम मुंबई पहुंची और पांच दिन तक डेरा जमाए रही, जिसके बाद दोनों ईरानी गैंग को दबोच लिया गया। पुलिस उन्हें मुंबई कोर्ट में पेश करने के बाद ट्रांजिट रिमांड में गुरुवार को लखनऊ लेकर पहुंची।

टप्पेबाजी के दो लाख रुपये बरामद

इंस्पेक्टर चौक के अनुसार पकड़े गए ईरानी गैंग के दोनों सदस्य महाराष्ट्र के ठाणे के शांति नगर कॉलोनी के रहने वाले हैं। उनका नाम कासिम जोजो जाफरी और रहमतुल्लाह बताया जा रहा हैै। दोनों के पास से पुलिस ने ज्वैलर्स से टप्पेबाजी के दो लाख रुपये कैश बरामद किए।

फाइनेंस की बाइक से भिवंडी हो गई थे फरार

पुलिस के अनुसार ईरानी गैंग के मेंबर कासिम जोजो और रहमतुल्लाह कुछ दिन पहले लखनऊ आए थे और एक बाइक फाइनेंस कराई थी। उसी बाइक से वारदात को अंजाम देते थे। दो वारदात करने के बाद दोनों फाइनेंस कराई गई बाइक से ही भिवंडी फरार हो गए थे।

पुलिसकर्मी दिखने के लिए करते हैं जिम

ईरानी गैंग के सदस्यों ने पूछताछ में बताया कि वह पुलिस कर्मी बनकर लोगों के साथ टप्पेबाजी करते हैं। खुद को क्राइम ब्रांच व एसटीएफ का दिखाने के लिए वह उनकी लैंग्वेज और बॉडी के लिए जिम करते थे ताकि उनकी तरह दिखें। इसके लिए वह प्रोटीन पाउडर का भी यूज करते थे।

मुंबई में नहीं करते है वारदात

ईरानी गैंग मुंबई में रहता है। वहां पर करीब 250 से ज्याद ईरानी परिवार रहता है। वह टप्पेबाजी की वारदात कभी मुंबई में नहीं करते हैं बल्कि मुंबई से बाहर बड़े शहरों में वारदात करते हैं। कई वर्षो से वह भोपाल, राजस्थान, बंगलूरू, लखनऊ, पंचमढ़ी, कर्नाटक में जाकर वारदात को अंजाम देते हैं।

गैंग के दो मेंबर ही जाते है वारदात करने

ईरानी गैंग की प्रथा है कि गैंग के दो मेंबर ही किसी भी बड़े शहर में वारदात करने जाते है। वह चार से पांच दिन ही एक शहर में रूकते है और वारदात करने के बाद तत्काल शहर छोड़ देते है। जिस शहर में वारदात करते है उस शहर में वह डेढ़ से दो साल बाद ही वापस लौट कर दोबारा वारदात करने जाते हैं। ईरानी कॉलोनी में रहने वाले करीब 250 लोग टप्पेबाजी की वारदात को अंजाम देने के लिए शहर-शहर घूमते हैं।

पहले दो बार पकड़े जा चुके ईरानी गैंग के मेंबर

करीब डेढ़ साल पहले वजीरगंज और पीजीआई थाने में गैंग के अलग-अलग दो मेंबर पकड़े गए थे। पुलिस ने दोनों को रंगेहाथ पकड़ कर जेल भेज दिया था। उस समय ईरानी गैंग के बारे में बहुत ज्यादा डिटेल पुलिस के पास भी नहीं थी। पकड़े गए ईरानी गैंग के दोनों मेंबर का कहना है कि अब मेट्रो सिटी में सीसीटीवी की संख्या ज्यादा होने के चलते उनके गैंग के मेंबर पकड़े जा रहे है। दो माह पहले बंगलूरू में भी गैंग के दो सदस्यों को पुलिस ने अरेस्ट किया हैं।

तीन तरह से टप्पेबाजी करता है गैंग

ईरानी गैंग के सदस्य तीन तरह से टप्पेबाजी करते है। तीनों तरीकों में वह खुद को सादी वर्दी में पुलिस कर्मी बताते है। व्यापारियों को चेकिंग के नाम पर टारगेट करते है और वारदात को अंजाम देते है। दूसरे अकेले जा रहे बुजुर्ग को टारगेट करते है और ऐसी जगह उन्हें रोकते है जहां आस-पास कोई न हो। तीसरा ज्वैलरी पहनकर जा रही महिला को हत्या व लूट का डर दिखाकर टप्पेबाजी करते हैं। गैंग के कुछ सदस्य भूत प्रेत व टोना टोटका के नाम पर भी टप्पेबाजी करते हैं।

Posted By: Inextlive