- फल और सब्जियों के दामों में आई तेजी से बिगड़ा घर का बजट

- वाहन चालकों की जेब पर भी पड़ गया काफी असर

LUCKNOW:

पेट्रोल व डीजल के बढ़ते दाम से न केवल घर की रसोई पर असर पड़ा है बल्कि लोगों का बजट भी बिगड़ गया है। एक माह में 8 बार इनके रेट बढ़ने के चलते ट्रांसपोर्ट के माध्यम से आने वाले सामान के साथ-साथ पेट्रोल डीजल गाडि़यों से चलने वाले लोगों की लाइफ स्टाइल भी बदल रही है। सब्जी, फल, किराना का सामान से लेकर कई चीजों के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं

एक माह में 8 बार बढ़ा रेट

जून के महीने में 8 बार पेट्रोल डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। 4 मई के बाद से अब तक 24 बार ईंधन के दाम बढ़े हैं। इस दौरान पेट्रोल 6.01 रुपये प्रति लीटर और डीजल 6.55 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।

शहर प्रदेश में सौ का आंकड़ा पार

दिल्ली में पेट्रोल का दाम 96.12 रुपये जबकि डीजल का दाम 86.98 रुपए प्रति लीटर है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 102.30 रुपए व डीजल की कीमत 94.39 रुपए प्रति लीटर है। वाहन ईंधन कीमतों में एक महीने में 23वीं बार बढ़ोतरी के बाद देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बुधवार को नई ऊंचाई पर जा पहुंचीं। राजस्थान में डीजल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गए, राजधानी में भी पेट्रोल का दाम 100 रुपए प्रति लीटर के करीब पहुंच गया है।

पेट्रोल और डीजल की कीमत प्रति लीटर

शहर डीजल पेट्रोल

दिल्ली 86.98 96.12

मुंबई 94.39 102.30

कोलकाता 89.83 96.06

चेन्नई 91.64 97.43

लखनऊ 93.63 87.68

सात साल में कितने बढ़े दाम

वर्ष पेट्रोल डीजल

2014-15 66.09 रुपए 50.32 रुपए

2015-16 61.41 रुपए 46.87 रुपए

2016-17 64.70 रुपए 53.28 रुपए

2017-18 69.19 रुपए 59.08 रुपए

2018-19 78.09 रुपए 69.18 रुपए

2019-20 71.05 रुपए 60.02 रुपए

2020-21 76.32 रुपए 66.12 रुपए

11 जून 2021 95.85 रुपए 86.75 रुपए

14 जून 2021 96.41 रुपए 87.28 रुपए

वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक

पेट्रोल व डीजल के रेट बढ़ने से दो पहिया व चार पहिया से चलने वाले लोगों की लाइफ स्टाइल पर भी असर पड़ा है। पहले एक छोटी कार में दो से ढाई हजार रुपये के टंकी फूल हो जाती थी। इतने पेट्रोल में पूरे महीने सफर किया जा सकता है। वर्तमान में टंकी फूल कराने के लिए वाहन स्वामी को 3 हजार से 35 सौ रुपए तक खर्च करना पड़ता है। वहीं सिडान गाड़ी में पहले तीन हजार रुपए में टंकी फूल हो जाती थी लेकिन वर्तमान में वाहन स्वामी को पैंतीस सौ से चार हजार तक खर्च करना पड़ रहा है।

डीजल बढ़ा तो बढे़ इनके दाम

- सब्जियां

- फल

- खाद्य पदार्थ

- घरेलू उपयोग की वस्तुएं

- बाहर से आने वाली चीजें

पेट्रोल के दाम बढ़ने से ये हुए प्रभावित

- वाहनों से चलने वाले लोग

- प्राइवेट टैक्सियों का किराया

फल व सब्जी के रेट में भी उछाल

सब्जी आज के दाम दो माह पहले

शिमला मिर्चा 20 से 28 रुपए केजी 18 से 25 रुपए केजी

गाजर 24 रुपए केजी 20 रुपए केजी

परवल देशी 40 से 44 रुपए केजी 35 से 40 रुपए केजी

तरोई 20 रुपए केजी 15 रुपए केजी

करेला 12 से 16 रुपए केजी 10 रुपए केजी

बैंगन 20 रुपए केजी 15 रुपए केजी

आलू 13 से 15 रुपए केजी 10 से 12 रुपए केजी

फ्रेंच बीन्स 50 से 60 रुपए केजी 40 से 45 रुपए केजी

कद्दू 10 से 16 रुपए केजी 10 से 12 रुपए केजी

पालक 20 से 24 रुपए केजी 10 से 15 रुपए केजी

नोट- यह रेट थोक मंडी के हैं

फलों के दाम भी बढ़े

आइटम आज का रेट पिछले माह का रेट

केल 40 रुपए दर्जन 30 रुपए दर्जन

सेब 120 रुपए किलो 100 रुपए किलो

अनार 100 रुपए किलो 80 रुपए किलो

नारियल 60 रुपए पीस 50 रुपए पीस

हर चीज के दाम आसमान पर

आइटम रेट

अरहर दाल 110 रुपए केजी

चना दाल 75 रुपए केजी

राजमा 135 रुपए केजी

छोला 125 रुपए केजी

खड़ा चना 75 रुपए केजी

उरद दाल 100 रुपए केजी

सरसो का तेल 180 रुपए लीटर

सरसों का तेल व दाल भी हुई महंगी

डीजल के बढ़ते दाम के चलते ट्रांसपोर्ट पर भी असर आया है। जिसके चलते दूसरे प्रदेश व शहरों से माल ढुलाई का किराए भी बढ़ गया। इसका सीधा असर सामान पर पड़ा है। डेढ़ माह पहले तक सरसो का तेल 120 रुपए से 140 रुपये प्रति लीटर था जबकि वर्तमान में रेट 180 रुपए पहुंच गया। वहीं अरहर की दाल सौ रुपए से 110 रुपये तक पहुंच गई है।

रसोई में यूज होने वाले सामान के साथ सब्जी व फल के रेट अचानक बढ़ गए हैं। पहले एक सप्ताह की सब्जी सौ रुपए में खरीद लेते थे लेकिन अब बाजार में तीन दिन की सब्जी लेने में ही सौ रुपए लग जाते हैं।

कविता मिश्रा, गृहणी

सरसों के तेल व दाल के दाम तो इतने बढ़ गए हैं कि किचन को मेनटेन करने के लिए प्लानिंग करनी पड़ती है। पहले चार से पांच हजार में पूरे महीने का राशन आ जाता था लेकिन अब इसमें 20 दिन का ही राशन आ रहा है।

रेखा सोनी, गृहणी

तीन महीने पहले तो गाड़ी की टंकी तीन हजार में फुल होती थी और पूरे महीने हम गाड़ी चला लेते थे। अब तीन हजार रुपए में सिर्फ 20 दिन ही गाड़ी चल पाती है। मैंने तो अब फोर व्हीलर की जगह टू-व्हीलर का यूज शुरू कर दिया है।

अतुल, जॉब

पेट्रोल का दाम बढ़ते बढ़ते कुछ दिनों में सौ का आंकड़ा भी छू सकता है। ऐसी स्थिति में आम आदमी हर दिन चार पहिया वाहन से नहीं चल सकता है। अब तो लगता है कि गाड़ी बेच कर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज करें।

बृजेश, जॉब

Posted By: Inextlive