- देखा जाएगा कि क्या सिर्फ स्कॉलरशिप लेने के लिए तो नहीं हो रहे एडमिशन

- समाज कल्याण विभाग प्रदेश स्तर पर अगले साल कराएगा सर्वे

shyamchandra.singh@inext.co.in

LUCKNOW :

स्कॉलरशिप लेकर छात्र आगे बढ़ रहे हैं या सिर्फ स्कॉलरशिप के नाम पर एडमिशन ले रहे हैं, यह जानने के लिए समाज कल्याण विभाग नये साल से सर्वे कराने की तैयारी में है। सर्वे के दौरान छात्रों के एपीआर (एकेडमिक परफार्मेस रिपोर्ट) से स्कॉलरशिप का सच सामने आएगा। सर्वे कुछ जिलों में होगा या फिर प्रदेश स्तर पर इस पर अभी मंथन चल रहा है। सर्वे में यह भी पता किया जाएगा कि स्कॉलरशिप से पढ़ाई पूरी कर चुके छात्र अब क्या कर रहे हैं और शुल्क प्रतिपूर्ति के पैसों का सही यूज हो भी रहा है या नहीं।

क्यों कम हुए दाखिले

स्कॉलरशिप के नाम पर हर साल शैक्षिक संस्थानों को दिए जा रहे करोड़ों के बंदरबांट पर समाज कल्याण विभाग पहले ही रोक लगा चुका है। निजी कालेजों में शुल्क प्रतिपूर्ति की व्यवस्था भी खत्म की जा चुकी है। ऐसे में प्रदेश में इस साल काफी संख्या में ऐसे कॉलेज सामने आए हैं, जिनमें एडमिशन के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गयी। अब ऐसे कॉलेजों पर नकेल कसने के लिए विभाग की ओर से उनसे जवाब-तलब करने की तैयारी है। जिससे पता लगाया जा सके कि शुल्क प्रतिपूर्ति की व्यवस्था समाप्त किये जाने के बाद एडमिशन क्यों नहीं हो रहे हैं।

स्टूडेंट क्या कर रहे हैं

सूत्रों का कहना है कि शुल्क प्रतिपूर्ति के नाम पर कॉलेजों द्वारा सीटे भरने का धंधा पूरे प्रदेश में चल रहा है लेकिन इधर विभाग द्वारा व्यवस्था में संशोधन करने के बाद इसका असर कॉलेजों पर पड़ा है। जिन कॉलेजों में पिछले चार से पांच सत्र की अपेक्षा इस सत्र में सीटें नहीं भर पाई हैं, वहां ऐसा क्यों हुआ पता लगाया जा रहा है। वहीं विभाग स्तर पर स्कॉलरशिप देने के बाद पढ़ने वाले छात्रों की एपीआर में कितना सुधार हुआ है या फिर स्कॉलरशिप के लिए ही छात्र केवल एडमिशन ले रहे हैं और अगले साल पढ़ाई छोड़ दे रहे हैं, इसके लिए अगले साल से विभाग सर्वे कराने जा रहा है। जिससे यह पता चल सके कि विभाग की तरफ से दिए जाने वाले स्कॉलरशिप का प्रयोग सार्थक हो रहा है या नहीं।

स्कॉलरशिप को लेकर सर्वे कराने का प्रस्ताव है, जिससे पता लग सके कि विभाग स्तर पर दी जा रही स्कॉलरशिप का आउटकम किस स्तर तक है।

सिद्धार्थ मिश्र, स्टेट नोडल ऑफिसर

स्कॉलरशिप, समाज कल्याण विभाग

Posted By: Inextlive