फिर मिलेंगे का वादा कर अलविदा कौथिग
- उत्तरायणी कौथिग के अंतिम दिन विनर्स का किया गया सम्मान
LUCKNOW: पर्वतीय अंचल की सांस्कृतिक झलक पेश कर सुनहरी यादों संग शनिवार को उत्तरायणी कौथिग का समापन हो गया। अंतिम दिन विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में एमएलसी अवनीश सिंह मौजूद रहे। गूंजे लोकगीत मेले के अंतिम सांस्कृतिक संध्या में कलाकारों ने पर्वतीय लोकगीत पेश किए। वहीं छपेली नृत्य ने सबका मन मोहा। कलाकारों ने गागुली लस्का कमर, ओ भिना कासिका जानू पर शानदार युगल नृत्य पेश किया। वहीं लोक गायक चंदन और मनीषा ने सबको अपनी आवाज का मुरीद बनाया। अल्मोड़ा से आए लोक गायक गोविंद दिगारी ने भी पर्वतीय लोकगीतों से सबको रूबरू कराया। बाक्स इनको मिला सम्मान नाम सम्मानडॉ। बीएस नेगी डॉ। एमसी पंत चिकित्सा सम्मान
विमला पंत दीवान सिंह डोलिया सेवा सम्मान घनानंद पांडेय गोपाल उपाध्याय साहित्य सम्मान पुष्कर सिंह नयाल युवा सम्मानकेएन पाठक उत्तरायणी कौथिग विशेष सम्मान
बाक्स विनर्स को मिले मेडल बैडमिंटन पर्वतीय वर्ग- देव भट्ट, पियूष किमोठी, आर्या सोनी कैरम- शोएब शतरंज- आदित्य पंत एकल गायन- देवांश राज, फागुनी लोहुमी, दीपक सिंह एकल नृत्य- कनिष्का आर्या, ईषा किमोठी, यशी शर्मा - हाईस्कूल व इंटर में 90 फीसद से अधिक अंक लाने वाले 20 मेधावियों का भी किया गया सम्मान।