61 केंद्र बनाए गए ड्राई रन के लिए

200 बूथ बनाए गए राजधानी में

34 बूथ बनाए गए केजीएमयू में

1500 कर्मियों की लगाई गई ड्यूटी

31 सरकारी अस्पताल रहे शामिल

30 प्राइवेट अस्पताल भी हुए शामिल

- राजधानी में सफल रहा तीसरा वैक्सीन ड्राई रन

- सीएम ने किया सिविल का औचक निरीक्षण

LUCKNOW:

राजधानी में सोमवार को कोरोना वैक्सीन का फाइनल ड्राई रन सफल रहा। इस बार सभी 61 वैक्सीन सेंटर पर ड्राई रन चलाया गया था। इस दौरान कोल्ड चेन प्वाइंट से वैक्सीन ट्रांसपोर्टेशन का भी ट्रायल किया गया। सभी वैक्सीन सेंटर के बूथों पर बनाई गई टीम समय से पहले ही आकर तैनात रहीं और लाभार्थी भी समय पर ही अपने-अपने बूथ पर पहुंचे। अब असल परीक्षा असल वैक्सीनेशेन प्रक्रिया को लेकर है। तो वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी सिविल हॉस्पिटल पहुंचकर औचक निरीक्षण करते हुए तैयारियों का जायजा लिया।

समय पर शुरू हुआ ट्रायल

61 केंद्रों पर बने 200 बूथ

राजधानी के सिविल, बलरामपुर, पीजीआई, केजीएमयू, मेदांता, सहारा, राम सागर मिश्र अस्पताल समेत 31 सरकारी और 30 प्राइवेट अस्पतालों में 61 जगहों पर वैक्सीन बूथ बनाए गए थे। केजीएमयू में सर्वाधिक 34 बूथ बनाए गए थे। जबकि अन्य जगहों पर दो-दो और छोटी जगहों पर एक-एक वैक्सीन बूथ बनाए गए थे।

तय समय पर पहुंचे सब

सभी जगहों पर नोडल इंचार्ज समेत सभी कर्मचारी तय समय पर पहुंच गए। वैक्सीनेशन साइट पर एंट्री से पहले पुलिस द्वारा हर लाभार्थी का नाम आदि चेक किया गया। यहां से ओके करने के बाद उनको वेटिंग रूम में बैठाया गया। इसके बाद वैक्सीनेशन रूम में डमी ट्रायल किया गया। इस दौरान उनकी जानकारी को-विन एप पर अपलोड की गई। साथ ही आब्जर्वेशन रूम में 30 मिनट के लिए बैठाया गया। इस दौरान सिविल अस्पताल में एक हेल्थ वर्कर द्वारा बेहोशी का नाटक करने का ड्राइव भी चलाया गया ताकि अगर कोई दिक्कत आती है तो उससे कैसे निपटा जाए।

जगह बढ़ाने पर दिया जोर

सिविल में आब्जर्वेशन रूम छोटा था और केवल दो बेड ही रखे थे। जिस पर अधिकारियों ने बड़े कमरे को आब्जर्वेशन रूम बनाने का निर्देश दिया। जिसके बाद वहीं एक दूसरा बड़ा रूम को सेकंड आब्जर्वेशन रूम बनाया गया।

वैक्सीन लाने का भी ट्रायल

ड्राई रन के दौरान कोल्ड चेन प्वाइंट से वैक्सीन ट्रांसपोर्टेशन का भी ट्रायल किया गया। जिसके तहत ऐशबाग सीएचसी में मेन स्टोरेज सेंटर बनाया गया है। साथ ही 30 नोडल प्वाइंट बनाए गए हैं। जहां पर वैक्सीन कोल्ड बॉक्स में भेजी जाएंगे। और यहीं से अपने-अपने एरिया के वैक्सीनेशन सेंटर पर वैन में पुलिस की सुरक्षा के बीच कोल्ड बॉक्स में सुरक्षित भेजा जाता है। इसके अलावा सुरक्षा के लिहाज से पोर्टल पर गाड़ी का नंबर और ड्राइवर का नाम भी अपलोड किया गया था। जिसकी जानकारी अस्तपाल प्रशासन अपने यहां पोर्टल से चेक कर सकता है। इस दौरान वैन में एक हेल्थ वर्कर भी मौजूद रहा।

कनेक्टिविटी समस्या को दूर किया

पिछले ड्राई रन में कई जगहों खासकर रूरल एरिया में कनेक्टिविटी स्लो को लेकर समस्या आई थी। जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा उनको इंटरनेट के लिए कहा गया। ताकि आगे चलकर किसी प्रकार की कोई दिक्कत न आए। साथ ही किसी भी प्रकार की अन्य दिक्कत आने पर तत्काल सूचना देने के लिए भी निर्देशित किया गया है।

सीएम ने किया औचक निरीक्षण

फाइनल ड्राई रन को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सिविल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। वे करीब 10:20 बजे सिविल पहुंचे। जहां उन्होंने जांच डेस्क से लेकर वेटिंग रूम व वैक्सीनेशन रूम समेत सभी जगहों का निरीक्षण किया और वहां मौजूद अधिकारियों से जानकारी भी की। उन्होंने यहां सभी तैयारियों को लेकर अपनी संतुष्टि जाहिर की। इस दौरान महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ। डीएस नेगी व कमिश्नर डीके ठाकुर भी मौजूद रहे।

राजधानी में 61 केंद्र पर 200 बूथ बनाए गए। जिसमें सर्वाधिक केजीएमयू में कुल 34 बूथ बनाए गए। साथ ही 1500 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। इसबार के ट्रायल में तीन हजार लाभार्थियों को शामिल किया गया। जिनको एक दिन पहले ही मैसेज भेज दिया गया था। वहीं ड्राई रन के तहत सबसे पहले प्रिलिमिनरी वेरीफिकेशन के तहत पुलिस व होमगार्ड के द्वारा लाभार्थी का वेरीफिकेशन किया जाता है। जिसके बाद संबंधित बूथ के वेटिंग एरिया में आना होता है। वहां से फिर अपने वैक्सीनेशन सेंटर प्वाइंट पर जाते हैं। जहां उनका वेरिफिकेशन और ऑनलाइन डाटा अपलोड किया जाता है। जिसमें वैक्सीनेशन की अगली तारीख भी शामिल होती है। आखिरी में उनको 30 मिनट के लिए आब्जर्वेशन रूम में बैठना होता है। जिसके बाद वो अपने घर जा सकते है।

Posted By: Inextlive