- फेसबुक पर दोस्ती कर फंसते हैं जाल में, ब्लैकमेल कर ऐंठते हैं रकम

- राजस्थान के भरतपुर जिले से ऑपरेट कर रहा गैंग

- बिजनेस मैन, डॉक्टर्स व पुलिस कर्मी भी फंसे जाल में

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रुष्टयहृह्रङ्ख : खबरदार अगली बार जब आप फेसबुक पर किसी अजनबी की फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है तो उसे फौरन एक्सेंप्ट न करें। रिक्वेस्ट अगर किसी गर्ल की हो तो तुरंत अलर्ट हो जाए। हम ऐसा इसलिए कह हैं क्योंकि हाल ही में एफबी पर प्रिया सिंह नाम की एक महिला के प्रोफाइल के जरिए सैकड़ों लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई है। इस प्रोफाइल से न केवल बिजनेसमैन, बैंकर, डॉक्टर्स बल्कि पुलिस कर्मियों को भी अपने जाल में फंसा और उन्हें ब्लैक मेल किया। चैट व अश्लील वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर उनसे मोटी रकम भी वसूल की गई। आइए आपको बताते हैं इस पूरे रैकेट के बारे में

साइबर क्रिमिनल्स का 'नया हथियार'

इस दिनों साइबर क्रिमिनल्स ने एक नया गैंग सामने आया है। यह गैंग राजस्थान का भरतपुर जिला से ऑपरेट करता है। राजस्थान के अलावा यूपी का मथुरा और हरियाणा का मेवात इस गैंग का नया अड्डा बन चुका है। यहां से पूरा गैंग बड़े बड़े लोगों को चूना लगा रहा है। अभी तक झारखंड के जामताड़ा इलाके में ही साइबर फ्रॉड के मामले सामने आ रहे है लेकिन अब इन एरिया से अलग टाइम का साइबर फ्रॉड सामने आ रहे हैं। यह पूरी जानकारी पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) के एक सेमिनार में साइबर क्राइम एसपी त्रिवेणी सिंह ने यह जानकारी दी थी।

प्रिया के नाम से बना प्रोफाइल

एसपी क्राइम त्रिवेणी सिंह ने बताया कि ये गैंग ऐसे लोगों को टारगेट करता है जिनका सोशल स्टेट्स काफी मजबूत होता है। उन्हें फेसबुक पर रिक्वेस्ट भेजी जाती है। जिस प्रोफाइल से रिक्वेस्ट भेजी जाती है वह (अक्सर) प्रिया सिंह के नाम की होती है। जिसमें एक महिला की दो तरह की फोटो लगी होती है। पहली साड़ी में जबकि दूसरी शूट में। प्रोफाइल में हाई में सरकारी जॉब या किसी बड़ी कंपनी में कार्यरत दर्ज होता है ताकि लोग आसानी से उस पर विश्वास कर ले।

अश्लील वीडियो कॉलिंग तक

- सबसे पहले फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने के बाद हल्की चैट से शुरुआत होती है।

- इसकी टाइमिंग लेट नाइट होती है। ताकि जिसे जाल में फंसा रहे है, वह पूरी तरह फ्री होकर उनके जाल में फंस सके।

- चैट के बाद उन्हें अश्लील वीडियो भेजा जाता है। फर्जी तरीके से पॉर्न वीडियो को बनाने के बाद ये जालसाज वीडियो पीडि़तों को भेजा जाता है।

- इसके बार शुरू होता है ब्लैकमेलिंग का धंधा। उन्हें पैसे के लिए ब्लैकमेल करते हैं 5 हजार रुपये से 50 हजार रुपये तक डिमांड की जाती हैं।

- पैसे न देने पर उसे सोशल मीडिया पर सार्वजनिक करने व वीडियो जारी करने की धमकी दी जाती है।

बॉक्स

यूपी में अब तक 2 सौ शिकार

यूपी में 200 से अधिक मामले दर्ज यूपी के कई शहरों में अब तक इस तरह के फ्राड में दो सौ से ज्यादा मामले साइबर थाना दर्ज कराए जा चुके है। साइबर अपराधियों ने पीडि़तों के नकली अश्लील वीडियो बनाए और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया। ब्लैकमेल से पीडि़त इतने तनाव में थे कि वे आत्महत्या भी करने का प्रयास किया।

अनलॉक प्रोफाइल टारगेट पर

एसपी त्रिवेणी सिंह ने बताया कि साइबर क्रिमिनल्स प्रोफाइल को टारगेट करते है जो लॉक नहीं होते है। जिन्हें सार्वजनिक रूप में देखा जा सकता है। उस प्रोफाइल के जरिए वह फ्रेड्स लिस्ट, कांट्रेक्ट, फोटो, पोस्ट और वीडियो आसानी से एक्सेस किए जा सकते हैं। इसका सबसे अच्छा तरीका है कि अजनबियों के फ्रेड्स रिक्वेस्ट को अनदेखा करना है।

ये बने शिकार

- केजीएमयू के एक डॉक्टर को टारगेट कर फिशिंग के जरिए गैंग ने करीब एक करोड़ रुपये तक की डिमांड की थी।

- एलयू के एक टीचर से बीस लाख रुपये की मांग की थी।

- गैंग के टारगेट पर यूपी के कई पुलिस कर्मी भी सामने आए है।

- कानपुर में एक पुलिस कर्मी ने साइबर सेल में फेसबुक प्रोफाइल के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई है।

Posted By: Inextlive