- 100 से 500 रुपये जुर्माना लगना था

- 8 जोन में नियमित रूप से होनी थी कार्रवाई

- 2 साल में थूकने वालों पर एक्शन नहीं

- कूड़ा फेंकने वालों पर तो होती कार्रवाई, सड़क लाल करने वालों पर कोई एक्शन नहीं

- शहर को स्वच्छ रखने के लिए शहर सरकार ने लिया था निर्णय, लेकिन कोई असर नहीं दिखा

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रुष्टयहृह्रङ्ख नगर निगम की ओर से गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ तो एक्शन लिया जाता है, लेकिन सड़क लाल करने वालों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया जाता है। जिसकी वजह से लोग सड़कों पर धड़ल्ले से थूकते हैं। परिणामस्वरुप शहर की स्वच्छता पर दाग नजर आता है। हैरानी की बात तो यह है कि निगम प्रशासन की ओर से इस दिशा में कोई ध्यान भी नहीं दिया जा रहा है।

हर बार बनी योजनाएं

सड़क पर थूकने या गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कई बार योजनाएं भी बनाई गईं लेकिन अभी तक एक भी योजना इंप्लीमेंट नहीं हो सकी है। कोई बड़ी कार्रवाई न होने की वजह से लोग सड़क और सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाते हैं साथ ही पान-मसाला इत्यादि थूक भी देते हैं।

ये बनी थी योजनाएं

सड़क लाल करने वालों के खिलाफ एक्शन लेने के लिए योजनाएं भी बनाई गई थीं, जिन्हें अभी तक इंप्लीमेंट नहीं किया जा सका है।

1-हर दिन औचक चेकिंग

हर जोन के किसी न किसी एरिया में औचक चेकिंग की जानी थी लेकिन ऐसी तस्वीर अभी तक सामने नहीं आई है।

2-कैमरों से नजर

प्रमुख मार्गो पर पान मसाला थूकने वालों पर कैमरे से नजर रखने संबंधी प्लानिंग की गई थी। यह योजना भी इंप्लीमेंट नहीं हो सकी है।

3-हर सप्ताह समीक्षा

सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी या थूकने वालों पर हुई कार्रवाई को लेकर समीक्षा की जानी थी। गंदगी पर हुए एक्शन को लेकर तो रिपोर्ट सामने आ जाती है लेकिन थूकने वालों संबंधी रिपोर्ट लापता रहती है।

शहर सरकार ने लिया था निर्णय

शहर सरकार की ओर से इंदौर की तर्ज पर शहर को स्वच्छ रखने के लिए कार्यकारिणी से लेकर सदन तक में थूकने वालों पर एक्शन लेने के लिए जुर्माना संबंधी प्राविधान किया गया था। जुर्माने की राशि 100 से 500 रुपये रखी गई थी। यह निर्णय पास भी हुआ लेकिन इसके बाद यह निर्णय कागजों में ही सिमट कर रह गया।

किसी जोन में एक्शन नहीं

नगर निगम आठ जोन में बंटा हुआ है। हर जोन में सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी या पान मसाला थूकने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई की जानी चाहिए लेकिन ऐसा होता नहीं है।

दो साल में कोई कार्रवाई नहीं

पिछले दो साल की बात की जाए तो नगर निगम की ओर से सार्वजनिक स्थानों पर थूकने (स्पिटिंग) वालों के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है। जिसके चलते लोग अपनी मर्जी से पान मसाला थूकते नजर आते हैं।

गंदगी पर सख्ती जरूर

नगर निगम की ओर से पिछले दो माह से वार्डो में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। मेयर व नगर आयुक्त खुद फील्ड में जाकर गंदगी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं साथ ही जिम्मेदार संस्थाओं के खिलाफ जुर्माना भी लगाया जाता है।

अब होगा दोगुना जुर्माना

कैबिनेट की ओर से गुरुवार को उप्र ठोस अपशिष्ट (प्रबंधन, संचालन एवं स्वच्छता नियमावली 2021) को मंजूरी दी गई है। जिसमें साफ है कि वाहन चलाते समय गंदगी फेंकने या थूकने पर एक हजार रुपये जुर्माना लगाया जाएगा। जो वर्तमान में निर्धारित जुर्माने से दो गुना ज्यादा है। अब निगम के सामने उक्त जुर्माने की राशि को वसूलना और बड़ी चुनौती होगी।

वर्जन

शहर को स्वच्छ रखने के लिए जरूरी है कि कोई भी व्यक्ति सड़क पर न थूके। इसके लिए जुर्माने संबंधी योजना बनाई गई थी। कोविड के चलते योजना सख्ती से इंप्लीमेंट नहीं हो सकी लेकिन अब कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

संयुक्ता भाटिया, मेयर

Posted By: Inextlive