कैंपस में तीन दिन से छात्रा को छेड़ रहे शोहदे
मदद को आगे आए दोस्त को पीटकर भगाया
-पीडि़त छात्रा ने की लिखित में दी शिकायत LUCKNOW: लाख दावों के बावजूद लखनऊ यूनिवर्सिटी में शोहदों का आतंक जारी है। कैंपस में छात्राएं किस कदर असुरक्षित हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते तीन दिन से एक छात्रा इन शोहदों के आतंक का शिकार हो रही है। दबंगई का आलम यह कि उसका दोस्त मदद को आगे आया तो शोहदे छात्रों ने उसे जमकर पीट दिया। छात्रा ने फिलहाल चीफ प्रॉक्टर से लिखित शिकायत कर मदद की गुहार लगाई है। सीनियर छात्र की करतूतएलयू में पढ़ने वाली बीए फर्स्ट ईयर की छात्रा ने प्रॉक्टर से लिखित शिकायत की, तीन दिनों से उसके साथ छेड़छाड़ हो रही है। मंडे को भी छात्रा को बीए सेकेंड ईयर के छात्र रविशंकर ने कैंपस के अंदर रोककर छेड़छाड़ की। छात्रा ने प्रॉक्टर ऑफिस में रोते हुए अपना दर्द बयां की। बता या कि रविशंकर व उसके साथ कई छात्र बीते दिनों से रास्ते में रोककर परेशान करते हैं। छात्रा ने बताया कि उसने शिकायत पहले भी की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
साथी ने विरोध किया तो जमकर पीटाछात्रा ने कहा कि उसने सोमवार को अपने दोस्त को भी इस बात से अवगत कराया था। जब वह छेड़छाड़ करने वाले लड़कों से छात्रा की तरफ से बात करने आया तो उसे यूनिवर्सिटी के छात्रों ने गेट नंबर दो पर बुरी तरह पीटा। जिसके बाद छात्रा ने अपनी लिखित शिकायत प्रॉक्टर को दी और आरोपी की फोटो से पहचान की बात दोहराई। पीडि़ता ने बताया कि आरोपी छात्र ने अपने दोस्तों को भेजकर छात्रा से कहलवाया कि वो उसका सीनियर है और उसे उसकी हर बात माननी होगी।
डीटीपी में नहीं है रिकॉर्ड छात्रा की ओर से फोटो से छात्र को पहचाने जाने की बात कहने पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड कार्याद्यीक्षक प्रो। पीएन पाठक ने डीटीपी सेल से रविशंकर नाम के छात्र का रिकॉर्ड तलब करवाया। लेकिन डीटीपी सेल ने उक्त नाम का कोई भी रिकॉर्ड नहीं होने की बात कही। प्रो। पाठक ने बताया कि छात्रा को दोबारा फिर आने को कहा गया है और उसकी शिकायत को पुलिस को प्रेषित कर दिया गया है। दीवार फांद भागे आरोपीछात्रा की ओर से आरोपी रविशंकर व उसके साथियों के कैंपस में ही होने की बात कही गई । जिसके बाद प्रो। पाठक ने गार्ड को छात्रा के साथ भेजकर आरोपियों को पकड़ लाने का आदेश दिया। लेकिन छात्राओं व गार्ड को देखते ही रविशंकर और उसके साथी शिवाजी प्ले ग्रांउड के साथ लगी बाऊंड्री को फांदकर भाग गए।