- खरीदार बन पहुंची पुलिस, बरामद की बेशकीमती अष्टधातु की मूर्ति

LUCKNOW:

फिल्मी स्टाइल से तस्करों को ट्रैप कर सरोजनी नगर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया और इनके पास से दुर्लभ बेशकीमती अष्टधातू की श्रीकृष्ण की मूर्ति भी बरामद की। मूर्ति को जन्माष्टमी पर बिक्री के लिए राजधानी लाया गया था। पुलिस अब गिरोह के सरगना की तलाश कर रही है।

व्यापारी बनकर गए

सरोजनीनगर पुलिस को मूर्ति तस्करों की शनिवार रात जानकारी हुई। डीसीपी सेंट्रल डॉ। ख्याति गर्ग ने इसके लिए इंस्पेक्टर सरोजनीनगर महेंद्र कुमार सिंह की निगरानी में एक टीम बनाई। सर्विलांस टीम में आशीष कुमार और गोविंद को सक्रिय किया। टीम ने तस्करों से फोन पर बात की और खुद को व्यापारी बताया। तीनों तस्कर श्रीकृष्ण की मूर्ति लेकर सरोजनीनगर पहुंचे। पुलिस ने ट्रांसपोर्ट नगर मार्ग पर तस्करों को बुलाया और खरीदार बनकर एक पुलिसकर्मी उनसे बात करने लगा। तभी टीम के अन्य सदस्यों ने तीनों तस्करों को पकड़ लिया और मूर्ति बरामद कर ली।

यह हुए गिरफ्तार

पुलिस ने पीर अली पुत्र रज्जाक अली निवासी बांदा नरैनी पलहरी, रफीक खां पुत्र बाबू खां निवासी बटरा, छतरपुर और लाला उर्फ मोहम्मद हुसैन निवासी फतेहपुर को गिरफ्तार किया है।

राधा की मूर्ति की तलाश

डीसीपी ने बताया कि आशंका है कि गिरोह के पास राधाजी की भी मूर्ति होगी। जिसकी बरामदगी के प्रयास संग गिरोह के सरगना और अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। इंस्पेक्टर सरोजनीनगर ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ के दौरान पता चला कि गिरोह का सरगना जालौन का रहने वाला है। उसी ने मूर्ति मुहैया कराई थी। उसने इन्हें बताया था कि लखनऊ में टीपी नगर रोड पर एक व्यापारी शनिवार की रात में मिलेगा। वह फोन ही उन्हें फोन करके बुलाएगा और उसे मूर्ति देकर आनी है। इंस्पेक्टर ने बताया कि खरीदार कौन था तस्कर किसे मूर्ति देने आए थे। इसके बारे में अभी कुछ पता नहीं चल सका है। जानकारी जुटाई जा रही है।

पहले भी बरामद की गई थी मूर्ति

सरोजनीगनर पुलिस ने नादरगंज इंडस्ट्रियल एरिया से छह माह पहले जैन धर्म के तीर्थकर महावीर गवान की मूर्ति बरामद कर सात तस्करों को पकड़ा था। गिरोह में कानपुर का एक बाबा भी शामिल था, जिसे आज तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।

Posted By: Inextlive