-ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की श्रद्धांजलि सभा में सीएम का संबोधन

- कहा, कोरोना काल में तकनीक के इस्तेमाल से आसान हुआ जीवन

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना महामारी से हार मानकर हाथ पर हाथ रखकर बैठने की जरूरत नहीं है। यह पलायनवाद होगा। इससे आ रही दिक्कतों को चुनौती मानकर उसे अवसर में बदलने का समय है।

मुख्यमंत्री शनिवार को गोरखनाथ मंदिर के ब्रह्मलीन दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में महंत दिग्विजयनाथ की श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चुनौतियों से भागने से नहीं बल्कि उनके आगे चलने से सफलता मिलती है। संकट काल में तकनीक का अधिक से अधिक इस्तेमाल करके लोगों का जीवन सुलभ बना सकते हैं। यह ध्यान देना होगा कि तकनीक सस्ती, सुलभ और ग्राह्य हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल ने हमें नई उम्मीदें भी दी हैं। तकनीक का इस्तेमाल बढ़ने से जीवन आसान हुआ है। उन्होंने नॉन कोविड अस्पतालों के प्रबंधन से अपील की है कि वे कोरोना से बचाव के उपाय करें। शिक्षण संस्थानों का आह्वान किया कि वह स्कूल की बंदी के समय का इस्तेमाल संसाधनों को दुरुस्त करने में करें, जिससे बच्चे जब स्कूल जाएं तो उन्हें शिक्षा का और बेहतर माहौल मिले।

परिमार्जन अवसर श्रद्धांजलि सभाएं

ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धांजलि सभाएं हमें केवल पूर्वजों का स्मरण ही नहीं बल्कि उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा देती हैं। यह अवसर होता है जब हम अपनी कमियों का मूल्यांकन करें। महंत दिग्विजयनाथ जैसे महापुरुषों के आदर्शों को आत्मसात कर अपनी कमियों का परिमार्जन करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ के व्यक्तित्व व कृतित्व का अवलोकन करते हैं तो पाते हैं कि उन्होंने बिना किसी भेदभाव के भारतीय संस्कृति और राष्ट्रहित के लिए खुद को समर्पित कर दिया था। ऐसा करने के लिए हमें भी संकल्पित होना होगा और मानवता की सेवा के लिए स्वत:स्फूर्त प्रेरणा से आगे आना होगा। उन्होंने महंत दिग्विजयनाथ और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।

Posted By: Inextlive