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- गणपति के स्वागत के लिए राजधानी तैयार, समितियों में नहीं होंगे सार्वजनिक कार्यक्रम

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख: भगवान श्रीगणेश का जन्मोत्सव हिंदू पंचाग के अनुसार भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है, जो 22 अगस्त शनिवार को है। शनिवार को भक्त घरों में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करेंगे, जिसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। वहीं गणेशोत्सव समितियां भी गणपति के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण के कारण कहीं भी कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होगा और कई जगहों पर भक्त आरती और पूजन कार्यक्रम ऑनलाइन ही देखेंगे।

गोबर से बनी प्रतिमा होगी स्थापित

मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्यागिरि ने बताया कि इस बार गणेशोत्सव के लिए गोबर से प्रतिमा बनवाई गई है। शिव-पार्वती परिवार की प्रतिमाओं का पूजा के बाद गमलों में विसर्जित किया जाएगा। इससे बनी खाद का उपयोग गिलोय और तुलसी के पौधों में किया जाएगा। गणेश उत्सव पर मंदिर में पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जाएगा।

फेसबुक पर होगा प्रसारण

आईटी चौराहे के पास झूलेलाल पार्क रामाधीन सिंह उत्सव लॉन में होने वाले गणेश उत्सव में गणेशजी भक्तों को कोरोना संक्रमण से बचने का संदेश देंगे। यहां इस बार कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होगा और रोज होने वाली आरती भी भक्त फेसबुक के माध्यम से देख सकेंगे।

नहीं निकलेगी विसर्जन यात्रा

पत्रकारपुरम श्रीगणेश पूजा कमेटी द्वारा इस बार छोटी सी गणेश प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। जिसका सिर्फ कमेटी के लोग ही पूजन और वंदन करेंगे। यहां भी आरती और पूजन का कार्यक्रम सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जाएगा। श्रीगणेश युवा मंडल यहियागंज में सार्वजनिक आयोजन और विसर्जन यात्रा इस बार नहीं निकलेगी। श्रीगणेश उत्सव मंडल की ओर से अमीनाबाद के राजा पूजन महोत्सव इस बार अमीनाबाद प्रताप मार्केट में होगा।

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इस तरह करें पूजा

गणेश चतुर्थी के दिन सुबह उठकर स्नानादि के बाद गणपति के व्रत का संकल्प लें। दोपहर के शुभ मुहूर्त के समय गणपति की मूर्ति या उनका चित्र लाल कपड़े के ऊपर रखें। इसके बाद गंगाजल छिड़कने के साथ श्रीगणेश का आह्वान करें। श्रीगणेश को पुष्प, सिंदूर, जनेऊ और दूर्वा चढ़ाएं। इसके बाद गणपति को मोदक चढ़ाएं और मंत्रोच्चार से उनका पूजन करें। यह करने के बाद गणेश कथा पढ़ें या सुनें और गणपति की आरती करते हुए उसने मंगलकामना करें।

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शुभ मुहूर्त का रखें ध्यान

21 अगस्त शुक्रवार सुबह 11 बजे से चतुर्थी तिथि शुरू होकर आज शनिवार शाम को 7:57 तक रहेगी। इस दौरान ही गणपति प्रतिमा स्थापित करें। पूजन का विशेष शुभ मुहूर्त सुबह 11:45 से दोपहर 12:45 बजे तक है।

Posted By: Inextlive