- मैनपुरी में शिवपाल यादव ने मंच से कराया गिरफ्तार

- पंचायत चुनाव में बूथ कैप्चरिंग के आरोपी

- सपा में बागियों के बाद अब दागियों की बारी

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख: पंचायत चुनाव में बूथ कैप्चरिंग के आरोपी पैकफेड के चेयरमैन तोताराम यादव को बुधवार को मैनपुरी में गिरफ्तार कर लिया गया। मैनपुरी में वे कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव के साथ मंच साझा करने की कोशिश कर रहे थे। शिवपाल सिंह यादव के इशारे पर आस-पास मौजूद पुलिसकर्मियों ने तोताराम यादव को मंच से नीचे उतारा और गिरफ्तार करके ले गये। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के गढ़ मैनपुरी में वरिष्ठ सपा नेता की गिरफ्तारी से यह संकेत दिया गया है कि पार्टी में अब बागियों और दागियों को जगह नहीं मिलेगी। हालांकि, शाम के समय सीने में दर्द होने के चलते तोताराम को रिहा कर दिया गया।

निर्वाचन आयोग ने दर्ज करायी थी एफआईआर

विगत 13 अक्टूबर को मैनपुरी में जिला पंचायत सदस्य के चुनाव के दौरान प्रोसेसिंग एन्ड कांस्ट्रक्शन कोआपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (पैकफेड) के चेयरमैन तोताराम यादव पर बूथ कैप्चर करने के आरोप लगे थे। मतदान केन्द्र में मौजूद एक व्यक्ति ने कैप्चरिंग की घटना को रिकार्ड कर लिया था जिसमें साफ दिख रहा था कि तोताराम यादव खुद बैलट पर मुहर लगा रहे हैं। बूथ कैप्चरिंग की वीडियो फुटेज वायरल होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी थी लेकिन स्थानीय पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी थी। आयोग के निर्देश पर 17 अक्टूबर को तोताराम समेत 15 लोगों के खिलाफ मैनपुरी के बेवर थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। फुटेज के आधार पर तोताराम यादव, सात पुलिसकर्मियों, चार मतदानकर्मियों और तीन अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 171 सी, 171 जी, 171 एफ, 188, प्रोटेक्शन आफ पब्लिक प्रापर्टी डैमेज कंट्रोल एक्ट, 131,132 ए, 134, 135 ए, 136 और सेवेन क्त्रिमिनल लॉ एमेन्डमेंट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवाया गया था।

कभी नहीं जीते कोई चुनाव

विवादस्पद बयानों के लिए मशहूर तोता राम यादव मैनपुरी के बेबर विकासखंड के छह नम्बर सीट से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रहे थे। बूथ कैप्चरिंग करने के बावजूद उन्हें केवल 28 वोट ही हासिल हुए थे। दरअसल तोता राम यादव ने आज तक कई चुनाव लड़े लेकिन जीता कोई नहीं। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह का खास होने के कारण उन्हें पैकफेड का चेयरमैन बनाया गया। एफआईआर दर्ज होने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि अगर तोताराम यादव के खिलाफ दर्ज मामला सही पाया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पहले भी उतारे जा चुके हैं मंच से

कुछ दिन पूर्व मैनपुरी में एक कार्यक्रम में शिवपाल सिंह यादव के साथ मंच साझा करने की कोशिश करने के दौरान तोताराम यादव को फजीहत झेलनी पड़ी थी। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद सार्वजनिक मंच पर उनकी मौजूदगी शिवपाल सिंह यादव को अखर गयी और उन्हें मंच से उतार दिया गया था।

रेप पर दिया था विवादित बयान

तोताराम यादव अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर हैं। हाल ही में जिला कारागार मैनपुरी के निरीक्षण के दौरान रेप को लेकर उन्होंने विवादित बयान दिया कि यूपी में रेप कहां होते है। रेप दो तरह से होता है। एक जिसमें जबरदस्ती की जाती है, दूसरा जिसमें लड़का-लड़की की आपसी सहमति होती है। बाद में वे अपने बयान से ही मुकर गये। उनके बयान से बाद में पार्टी ने किनारा कर लिया था।

सीने में दर्द बता हुये रिहा

गिरफ्तारी के बाद थाने ले जाए गये सपा नेता तोताराम यादव ने सीने में दर्द की शिकायत करनी शुरू कर दी। पुलिस के सामने उनका यह ड्रामा काम कर गया और उन्हें थाने से ही उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। समर्थक उन्हें नजदीकी अस्पताल ले गये जहां डाक्टरों ने उन्हें पीजीआई रेफर कर दिया।

Posted By: Inextlive