- डीसीपी चारू निगम ने सभी ट्रैफिक इंस्पेक्टर्स को दिया हर रोज 150 चालान करने का 'टारगेट'

- रोज होगी मॉनीटरिंग, टारगेट पूरा न करने वाले इंस्पेक्टर्स पर कार्रवाई की चेतावनी

- कार्रवाई से बचने के लिये जबरन चालान की आशंका बढ़ी, अधिकारी मौन

pankaj.awasthi@inext.co.in

LUCKNOW : राजधानी में पुलिस कमिश्नरेट लागू होने के बाद ट्रैफिक पुलिस में अजब-गजब घटनाओं का होना जारी हैं। ताजा मामला डीसीपी ट्रैफिक चारू निगम के एक फरमान से जुड़ा हुआ है। इस फरमान में उन्होंने हर ट्रैफिक इंस्पेक्टर के लिये रोज 150 चालान का टारगेट तय कर दिया है। इतना ही नहीं, टारगेट पूरा न कर पाने वाले इंस्पेक्टर को कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। लखनऊ पुलिस के इतिहास में लिखापढ़ी में चालान का टारगेट देने की पहली घटना से विभाग में भी सुगबुगाहट शुरू हो गई है। आशंका है कि कार्रवाई से बचने के लिये अब अनाप-शनाप चालान की कार्रवाई की जाएगी।

हर रोज होगी समीक्षा

डीसीपी ट्रैफिक चारू निगम द्वारा शुक्रवार को सभी जोनल ट्रैफिक इंस्पेक्टर्स को आदेश जारी किया कि वे सभी अपने-अपने क्षेत्रों में सभी ट्रैफिक सिग्नल के चौराहों पर प्रतिदिन दो-दो बार ब्रीफिंग सुनिश्चित करेंगे। जहां सिग्नल खराब हैं, वहां सिग्नल लिंकर पर ट्रैफिक चलाया जाएगा। जो भी वाहन चालक इसका अनुपालन नहीं करेगा उसका चालान होगा। आदेश में यहां तक तो सब ठीक था लेकिन, इसके प्वाइंट नंबर चार में सभी जोनल इंस्पेक्टर्स को निर्देशित किया गया कि वे वे अपने क्षेत्रों के ट्रैफिक सिग्नल पर एक से दो घंटे तक स्टेटिक रहकर 150 चालान सुनिश्चित करेंगे। जिसकी समीक्षा डीसीपी हर रोज खुद करेंगी। आदेश में लिखित रूप से कहा गया कि जो भी इंस्पेक्टर 'टारगेट' को पूरा नहीं करेंगे उनके विरूद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।

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स्कूलों के आसपास रहेंगे भ्रमणशील

आदेश में कहा गया है कि सभी जोनल इंस्पेक्टर्स वे दोपहर एक से तीन बजे तक क्षेत्रों में पड़ने वाले स्कूलों के आसपास भ्रमणशील रहेंगे और हर घंटे पर अपनी लोकेशन कंट्रोल रूम को नोट करायेंगे। चालान के टारगेट के अजीबोगरीब फरमान के उलट आदेश के इस प्वाइंट से स्कूलों के आसपास ट्रैफिक जाम से निजात मिलने की संभावना है।

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हो सकते हैं गलत चालान

ट्रैफिक पुलिस के अपनी तरह के पहले चालान टारगेट से अनाप-शनाप चालान की आशंका बलवती हो गई है। आदेश के मुताबिक, जो भी जोनल इंस्पेक्टर हर रोज 150 चालान नहीं करेगा उसे कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में आशंका है कि टारगेट पूरा करने के चक्कर में जोनल इंस्पेक्टर अनाप-शनाप चालान कर सकते हैं, जिसका खामियाजा बिना किसी अपराध के पब्लिक को भुगतना पड़ेगा।

Posted By: Inextlive