इस रूट पर जाम लगने के तीन प्रमुख कारण हैं। पहला कारण यह है कि यहां अतिक्रमण तो हटाया जाता है लेकिन वह दो-तीन दिन बाद फिर लग जाता है। दूसरा कारण यह है कि एरिया में सिर्फ दो सरकारी पार्किंग हैं। जबकि यहां आने वाले वाहनों की संख्या पार्किंग की क्षमता से कई गुना अधिक है। तीसरा कारण यह है कि यहां ऑटो-टेंपो-ई रिक्शा की अराजकता पर अंकुश नहीं लगाया जा सका है।


लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के कैसरबाग एरिया से अगर आप बिना जाम में फंसे निकल जाएं तो समझे आप भाग्यशाली हैं। यहां ग्लोब पार्क स्थित स्वास्थ्य भवन से कैसरबाग बस अड्डे होते हुए अगर आपको अमीनाबाद झंड़े वाला पार्क तक जाना है तो यह दो किमी की दूरी कम से कम 30 मिनट में पूरी होगी। कारण यह है कि इस रूट पर हर दो कदम पर ऑटो, टेंपो, ई रिक्शा तो खड़े ही रहते हैं साथ ही साथ जगह जगह रोडवेज की बसें भी ट्रैफिक ब्लाक करने का काम करती हैं। आज दैनिक जागरण आईनेक्स्ट आपको बता रहे हैं कि इस एरिया में जाम लगने के पीछे प्रमुख कारण क्या हैंरूट- स्वास्थ्य भवन से कैसरबाग बस स्टैैंडदूरी- करीब 500 मीटर2 मिनट का सफर 10 मिनट में होगा


हालात- ग्लोब पार्क स्थित स्वास्थ्य भवन से कैसरबाग बस अड्डे की बीच की दूरी करीब 500 मीटर की है। सामान्य रूप से यह सफर बाइक से दो से तीन मिनट में पूरा हो जाता है लेकिन इस रूट पर यह दूरी तय करने में 10 मिनट तक का समय लग जाता है।

क्या हैं कारण- स्वास्थ्य भवन के सामने दोनों तरफ गाडिय़ां खड़ी रहती हैं। डीएम ऑफिस और पंचायत कार्यालय के बाहर भी रोड के दोनों ओर वाहन लाइन से खड़े रहते हैं। वहीं बलरामपुर अस्पताल जाने वाले रूट पर चौराहा इतना छोटा है कि एक बस भी अगर वहां से निकल रही है तो ट्रैफिक रुक जाता है।रूट- कैसरबाग बस अड््डे के पासरोड पर वाहन- हजारों वाहन रोड पर खड़े रहते हैंऑटो-टेंपो-ई रिक्शा वालों की अराजकताहालात- कैसरबाग बस अड्डे से रोज करीब 14 सौ बसों का संचालन होता है और 30 हजार के करीब मुसाफिर यहां आते हैं। सवारियों को लाने और ले जाने के लिए यहां दिन रात हजारों की संख्या में ऑटो-टेंपो-ई रिक्शा रोड पर खड़े रहते हैं। इस रूट पर पैदल चलना भी दिन में मुश्किल हो जाता है।क्या हैं कारण- यहां सवारियों बैठालने के चक्कर में ऑटो-टेंपो और ई रिक्शा वाले पूरा चौराहा घेरे रहते हैं। यहां प्रापर ऑटो-टेंपो का कोई स्टैंड भी नहीं है। कामर्शियल पार्किंग भी न होने से ये वाहन भी रोड पर खड़े रहते हैं। बसों की अराजकता पर भी कोई नियंत्रण नहीं है।रूट- ग्लोब चौराहे से कैसरबाग थानारोड पर वाहन- 700 के करीब वाहन मिलेफिर से हो गया दुकानों का अतिक्रमण

हालात- करीब 1.5 किमी की इस दूरी पर दोपहर के समय करीब 700 वाहन रोड पर खड़े दिखाई दिए। हर पांच मिनट पर यहां जाम लग रहा था। रोड का एक बड़ा हिस्सा अतिक्रमण की चपेट में आ चुका है। हालात यहां काफी खराब हैं।क्या हैं कारण- अतिक्रमण के नाम पर हटाई गई दुकानें फिर से लग जाने से यहां जाम लगता है। रोड के दोनों ओर एक तरह से अघोषित पार्किंग बना दी गई है। फलों के ठेले भी यहां रोड के दोनों ओर लगे रहते हैं।नहीं कंट्रोल होता है ट्रैफिकसरकारी कार्यालय व प्रदेश के सबसे बड़े बस स्टैैंड वाले इलाके में ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी के साथ-साथ सिविल पुलिस की भी ड्यूटी लगती है लेकिन जाम खत्म कराने में उनकी सक्रियता नहीं दिखती है। अधिकारियों से जब जाम लगने का कारण पूछा जाता है तो रोड इंजीनियरिंग व ओवर लोड ट्रैफिक का हवाला दिया जाता है।अतिक्रमण और अवैध पार्किंग से समस्या
इस रूट पर जाम लगने के तीन प्रमुख कारण हैं। पहला कारण यह है कि यहां अतिक्रमण तो हटाया जाता है लेकिन वह दो-तीन दिन बाद फिर लग जाता है। दूसरा कारण यह है कि एरिया में सिर्फ दो सरकारी पार्किंग हैं। जबकि यहां आने वाले वाहनों की संख्या पार्किंग की क्षमता से कई गुना अधिक है। तीसरा कारण यह है कि यहां ऑटो-टेंपो-ई रिक्शा की अराजकता पर अंकुश नहीं लगाया जा सका है।

Posted By: Inextlive