ग्रीन कॉरीडोर का प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद निश्चित रूप से ट्रैफिक व्यवस्था बेहद स्मूथ हो जाएगी। इस प्रोजेक्ट की सबसे खास बात इसमें फ्लाईओवर्स की सौगात शामिल है। दरअसल इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत तीन अलग-अलग प्वाइंट्स पर फ्लाईओवर्स भी बनाए जाने की योजना तैयार की गई है। इसको लेकर बजट भी पास हो चुका है। इन फ्लाईओवर्स के बनने के बाद निश्चित रूप से हजारों लोगों को जाम रूपी समस्या से राहत मिलेगी।

लखनऊ (ब्यूरो)। ग्रीन कॉरिडोर के फर्स्ट फेज के अंतर्गत तैयार किए गए डीपीआर से साफ है कि तीन प्वाइंट्स पर फोर लेन फ्लाईओवर बनाए जाने की तैयारी है। जिसमें गऊघाट, कुड़ियाघाट से लाल ब्रिज और खदरा से लालब्रिज शामिल हैं। ये सभी एरिया जाम की समस्या से दो चार होते रहते हैं। जब यहां पर फ्लाईओवर बन जाएगा तो जाम की समस्या खत्म हो जाएगी।
लाइटिंग की विशेष व्यवस्था
फ्लाईओवर्स के निर्माण के बाद उन पर लाइटिंग की विशेष व्यवस्था की जाएगी। जिससे रात के वक्त वाहन सवारों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। फ्लाईओवर्स निर्माण क्वालिटी पर भी नजर रखने के लिए अलग-अलग स्तर पर अलग-अलग टीमें नजर रखेंगी। प्रयास यही है कि निर्धारित समयावधि में सभी फ्लाईओवर्स का निर्माण पूरा हो जाए। जिससे जनता को इस सुविधा का लाभ जल्द से जल्द मिल सके।
तीन भागों में बंटा है फर्स्ट फेज का काम
ग्रीन कॉरीडोर परियोजना के कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए फर्स्ट फेज के काम को तीन भागों में बांटा गया है। इसमें आईआईएम से लालपुल (हार्डिंग ब्रिज), लालपुल से पिपराघाट एवं पिपराघाट से शहीद पथ तक बांटा गया है। इसके साथ ही दूसरे फेज के लिए भी डीपीआर तैयार हो चुका है।
इस माह दूसरे फेज का डीपीआर
ग्रीन कॉरीडोर के दूसरे फेज का डीपीआर भी लगभग तैयार हो चुका है। एलडीए प्रशासन की ओर से पहले ही कंसल्टेंट कंपनी को निर्देश दिए जा चुके हैैं कि इस माह हर हाल में कॉरीडोर के दूसरे फेज के डीपीआर को प्रस्तुत करें। जिससे सेकंड फेज पर भी काम शुरू कराया जा सके।

ये फ्लाईओवर्स प्रस्तावित
स्थान- गऊघाट
फ्लाईओवर लंबाई-600 मी।

स्थान- कुड़ियाघाट से लाल ब्रिज तक
फ्लाईओवर लंबाई-1000 मी।

स्थान- खदरा से लालब्रिज
फ्लाईओवर लंबाई-660मी।
नोट- कुल ब्रिज व फ्लाईओवर बजट-करीब 256 करोड़

Posted By: Inextlive