पॉलीटेक्निक चौराहा 1090 चौराहा और सिविल हॉस्पिटल चौराहे पर चले हेलमेट जागरूक अभियान में न केवल बिना हेलमेट लगाए लोगों के अलग-अलग बहाने सामने आए बल्कि उन्हें हेलमेट लगाने के फायदों के बारे में भी बताया गया।


लखनऊ (ब्यूरो)। 'सॉरी सर, अब बिना हेलमेट के नहीं चलेंगे', ऐसी बहुत सी सॉरी और नसीहतों का दौर चला 'सेफ्टी फर्स्ट, हेलमेट मस्ट' अभियान के दौरान। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के साथ ट्रैफिक विभाग के अफसर शहर के अलग-अलग चौराहों पर हेलमेट लगाने के प्रति लोगों को जागरूक करते नजर आए। पॉलीटेक्निक चौराहा, 1090 चौराहा और सिविल हॉस्पिटल चौराहे पर चले हेलमेट जागरूक अभियान में न केवल बिना हेलमेट लगाए लोगों के अलग-अलग बहाने सामने आए बल्कि उन्हें हेलमेट लगाने के फायदों के बारे में भी बताया गया। जिसके बाद हर किसी ने माना कि हेलमेट जरूरी है और वे आगे से हेलमेट पहनकर ही दो पहिया वाहन चलाएंगे।पॉलीटेक्निक चौराहापहले हेलमेट, फिर सफर


पॉलीटेक्निक चौराहे पर एसीपी ट्रैफिक सैफुउद्दीन बेग, विक्रम कुमार और टीएसआई के साथ दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने स्पेशल ड्राइव चलाई, जिसमें दो दर्जन से ज्यादा लोग बिना हेलमेट लगाए गाड़ी चलाते मिले। उन्हें हेलमेट लगाने के प्रति जागरूक किया गया। बिना हेलमेट लगाए स्कूटी में तीन युवतियों को पुलिस अफसरों ने जब रोका तो उन्हें कहा कि सॉरी सर, अब बिना हेलमेट के नहीं निकलेंगे। वहीं दो लोग बिना हेलमेट के बाइक से घूमते मिलते तो ट्रैफिक पुलिस ने उनकी बाइक वहीं रुकवाकर पहले हेलमेट खरीदवाया और फिर बाइक से उन्हें भेजा। हालांकि, इस दौरान किसी का चालान नहीं किया गया।1090 चौराहापापा को बिना हेलमेट के न निकलने देना1090 चौराहे पर इस अवेयरनेस प्रोग्राम के दौरान स्कूटी पर एक पिता अपने बच्चे के साथ बिना हेलमेट लगाए जा रहा था। एसीपी ट्रैफिक ने उन्हें रोका और व्यक्ति को समझाने के साथ-साथ उनके बच्चे से वादा लिया कि जब भी पापा बाइक लेकर निकलें तो बिना हेलमेट उन्हें नहीं जाने नहीं देना। बच्चे ने भी एसीपी से वादा किया कि वह हमेशा पापा को हेलमेट पहनने के लिए टोकेगा। एक बाइक सवार व्यक्ति को बिना हेलमेट के रोका गया तो उसका बहाना था कि हेलमेट चोरी हो गया, आगे चौराहे पर हेलमेट जरूर खरीद लूंगा। इस पर एसीपी ट्रैफिक ने उसे समझाया कि हेलमेट सेफ्टी के लिए है, चालान से बचने के लिए नहीं। अगर हेलमेट खरीदना है तो आईएसआई मार्क का ही खरीदें ताकि आप सुरक्षित रहें।सिविल चौराहादो लाख की बाइक, पर हेलमेट नहीं

सिविल चौराहे पर एक युवक को बिना हेलमेट के रोका गया। रेसर बाइक के साथ हेलमेट न लगाने का कारण पूछा गया तो उसने कहा कि एक दिन बाद वह शोरूम से हेलमेट लेने जाएगा। युवक से जब गाड़ी का रेट पूछा गया तो उसका जवाब था दो लाख रुपये की बाइक है। जिस पर एसीपी ट्रैफिक ने उसे हाथ जोड़ कर समझाया कि इतनी महंगी बाइक के साथ एक हजार का हेलमेट भी जरूर ले लो, हेलमेट रहेगा तभी सुरक्षित रहोगे।

Posted By: Inextlive