- 28 जून को हुई थी शादी, मां के साथ परिसर में ही रहती थी महिला डॉक्टर

- कोरोना मरीजों का कर रही थी इलाज, डॉक्टर पति भोपाल में तैनात

LUCKNOW: सरोजनीनगर स्थित टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। मीनू यादव (32) ने रविवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनका शव कॉलेज परिसर स्थित आवास के कमरे में पंखे से लटकता मिला। मां की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने कमरे की तलाशी ली, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं परिजनों ने ससुराल वालों पर प्रताड़ना के चलते आत्महत्या का कदम उठाने का आरोप लगाया है।

मां ने कैंची से फंदा काटकर नीचे उतारा

इंस्पेक्टर सरोजनीनगर आनंद कुमार शाही के मुताबिक मूलरूप से कानपुर के चकेरी थानाक्षेत्र के पटेलनगर रामादेवी की रहने वाले डॉ। आरबी सिंह की बेटी डॉ। मीनू यादव सरोजनीनगर में रहती थी। वह अमौसी एयरपोर्ट के पास टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात थी। डॉ। मीनू परिसर के आवास में दूसरी मंजिल पर स्थित कमरा नंबर 3 में अपनी मां रामरानी के साथ रहती थी। मां रामरानी के मुताबिक रविवार सुबह करीब 9.30 बजे वह बाथरूम में नहाने गई। बाहर निकली तो देखा डॉ। मीनू दुपट्टे का फंदा बनाकर पंखे के हुक से फांसी लगा चुकी थी। रामरानी ने आनन फानन में कैंची से दुपट्टा का फंदा काटा। मीनू को नीचे उतारा और बेड पर लिटा दिया। इसी बीच मेडिकल कॉलेज के कई डॉक्टर्स भी कमरे में पहुंच गए। उन्होंने जांच के बाद डॉ। मीनू को मृत घोषित कर दिया। मीनू की मां ने पुलिस को सूचना दी।

शादी के बाद नहीं गई ससुराल

परिजनों के मुताबिक डॉ। मीनू की शादी झांसी के डॉ। अक्षय यादव के साथ 28 जून को हुई। डॉ। अक्षय भोपाल में तैनात हैं। पुलिस के मुताबिक पड़ताल में सामने आया कि शादी के बाद मीनू की ससुराल से किसी बात पर अनबन हो गई थी। इसके बाद वह ससुराल नहीं गई। रिश्ते यहां तक खराब थे कि मीनू और उसके पति के बीच मोबाइल पर भी बात नहीं होती थी।

कोरोना मरीजों का कर रही थी इलाज

परिजनों के मुताबिक डॉ। मीनू को कोरोना मरीजों के इलाज की जिम्मेदारी दी गई थी। कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान वह कुछ दिन होटल में भी रही। क्वारंटाइन का समय खत्म होने के बाद फिर वह अपने कमरे में वापस आ गई। डॉ। टीएस मिश्रा अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि डॉ। मीनू काफी मिलनसार थी। डॉक्टर्स, नर्सेस और अस्पताल के अन्य कर्मचारियों के साथ ही उनका व्यवहार मरीजों के साथ भी अच्छा था। अस्पताल के स्टाफ ने बताया कि कभी उनके चेहरे पर तनाव नहीं देखने को मिला, लेकिन वह खुदकुशी कर लेंगी इसका अंदाजा किसी को नहीं था।

पिता ने ससुराल वालों को बताया जिम्मेदार

पुलिस के मुताबिक डॉ। मीनू के पिता डॉ। आरबी सिंह ने ससुराल वालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। डॉ। आरबी सिंह के मुताबिक ससुराल वालों ने दहेज के लिए बेटी को प्रताडि़त किया है। पुलिस के मुताबिक अभी पिता ने तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जाएगी। वहीं पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है।

Posted By: Inextlive