यूपी पुलिस के नाम को खराब करने वाले दोनों लुटेरे सिपाहियों को मड़ियांव पुलिस ने शनिवार को जांच पड़ताल के बाद कथित पत्रकार समेत गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह की जांच पर दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं एडीसीपी ने दोनों सिपाहियों की बर्खास्तगी की संस्तुति की है।


लखनऊ (ब्यूरो)। एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह ने बताया कि रायपुर आईआईएम रोड निवसी प्रापर्टी डीलर अतुल सिंह का एसटीएफ का सिपाही बनकर अपहरण कर उगाही करने वाले मड़ियांव थाना के सिपाही सुधीर सिंह व अनिल सिंह और कथित पत्रकार शिवांशु मिश्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके साथी आकाश की तलाश की जा रही है। इन लोगों ने पूछताछ में पैसों के लालच में उसको धमका कर उगाही करने की बात कही है। शिवांश के पास से लूट के 75 सौ रुपये, सिपाही सुधीर के पास से एक हजार रुपये और सिपाही अनिल के पास से दो हजार रुपये बरामद हुए हैं। एसटीएफ बताकर किया किडनैप
प्रॉपर्टी डीलर अतुल सिंह आईआईएम रोड पर रहते हैं। उनका आरोप था कि 12 अप्रैल को वह पत्नी के यूपीएससी के फार्म को अपलोड कराने के लिए भिठौली तिराहे अपनी कार से आए थे। वहां पर कथित पत्रकार शिवांशू खड़ा था। अतुल सिंह ने बताया, उनके वहां से निकलने के कुछ ही देर बाद एक कार ने ओवरटेक कर उनकी कार रोक दी। कार से एक युवक निकला। खुद को एसटीएफ से बताकर कनपटी पर पिस्टल लगा दी थी। खुद को एसटीएफ बताने वाले युवक ने कहा कि तुमने साइन सिटी में कई लोगों को पैसा लगवाया है। अगर पांच लाख नहीं दोगे तो एनकाउंटर कर दूंगा। जनसेवा केंद्र से निकालने गए थे रुपये एसटीएफ से बताने वाले एक युवक के साथ जाकर उन्होंने एक जनसेवा केंद्र से 26 हजार रुपए निकालकर दिए। जो वहां लगे सीसीटीवी कैमरा में कैद भी हो गया। यह पूरी डील मड़ियांव थाना परिसर में होने से शक भी नहीं हुआ। जिसके बाद उन्होंने गुरुवार को पुलिस अधिकारियों से मिलकर शिवांशू मिश्र, आकाश उर्फ जगदीश लोधी के साथ सिपाही अनिल सिंह और सुधीर सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

Posted By: Inextlive