5 लाख 48 हजार मकान शहर में

3 लाख लोग ही देते हैं टैक्स

2 लाख से अधिक समय से नहीं देते टैक्स

8 जोन में बंटा है नगर निगम

- यूनिक आईडी से टैक्स की जानकारी और कर निर्धारण भी

- हर की घर की होगी यूनिक आईडी, मिलेगी हर एक जानकारी

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख बस कुछ दिन का इंतजार, फिर एक क्लिक पर ही आसानी से पता लगेगा कि किसी मकान पर कितना टैक्स बाकी है और भवन स्वामी ने कितने समय से टैक्स का भुगतान नहीं किया है। जिसके बाद निगम प्रशासन की टीम मौके पर जाकर टैक्स वसूल करेगी। इसके साथ ही समय से टैक्स जमा न करने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।

हर घर की यूनिक आईडी

शहर में 5 लाख 48 हजार के करीब मकान हैं। हर एक मकान की यूनिक आईडी बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए जाने शुरू हो गए हैं। यह व्यवस्था सभी आठ जोन में लागू होगी। इससे निगम प्रशासन से हर भवन स्वामी के पास टैक्स व अन्य जानकारियां पहुंच जाएंगी।

मकान का दायरा पता चलेगा

अगर किसी भवन स्वामी ने मकान का कर निर्धारण नहीं कराया है तो उसकी जानकारी यूनिक आईडी से मिल जाएगी। जिसके बाद निगम की टीम मौके पर जाकर उक्त भवन स्वामी के मकान का कर निर्धारण करेंगी। इसके साथ ही जब तक भवन स्वामी की ओर से टैक्स जमा नहीं किया जाएगा, तब तक निगम टीम की ओर से लगातार उसे फॉलो भी किया जाएगा।

बेहद जरूरी कदम

नगर निगम के कोष में दो लाख से अधिक भवन स्वामियों की ओर से समय से टैक्स जमा नहीं कराया जाता है, जिससे निगम को राजस्व का नुकसान होता है।

बाक्स

यूनिक आईडी के फायदे

-निर्मित भवन की पूरी जानकारी

-जमा होने वाले टैक्स की डिटेल्स

-कब से टैक्स नहीं दिया, इसकी जानकारी भी

-कर निर्धारण करना होगा बेहद आसान

-कर निर्धारण में होने वाले खेल पर लगाम

बाक्स

कैसरबाग से शुरुआत

इस नई व्यवस्था की शुरुआत कैसरबाग एरिया से की जा सकती है। यह एरिया स्मार्ट सिटी में शामिल है। इस वजह से यहां सबसे पहले भवन स्वामियों को स्मार्ट सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।

कोट

इस व्यवस्था के शुरू होने के बाद सभी भवनों से जुड़ी टैक्स संबंधी जानकारी आसानी से मिल सकेगी। भवन स्वामियों को भी इस नई व्यवस्था से राहत मिलेगी।

अमित कुमार, अपर नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive