अनुशासन के साथ जीवन में आगे बढ़ें यूनिवर्सिटी से प्राप्त ज्ञान का उपयोग राष्ट्र के विकास के लिए करें। ये बातें गवर्नर और लखनऊ यूनिवर्सिटी की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ यूनिवर्सिटी के 64वें दीक्षांत समारोह के दौरान कही। लखनऊ यूनिवर्सिटी के 64वें दीक्षांत समारोह के दौरान मालवीय सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मंच से 15 टॉपर्स को मेडल दिए गए। वहीं 34811 डिग्रियां भी प्रदान की गईं।

लखनऊ (ब्यूरो)। दीक्षांत समारोह सुबह 12:30 बजे शैक्षिक शोभायात्रा से शुरू हुआ। जिसकी अगुवाई डिप्टी रजिस्ट्रार वीपी कौशल ने की। उनके पीछे यूनिवर्सिटी के विद्या परिषद सदस्यों के नेतृत्व में कार्यकारी परिषद के सदस्य, सभी संकाय के सदस्य और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल थीं। मंच पर राज्यपाल के साथ वीसी प्रो। आलोक कुमार राय और परीक्षा नियंत्रक प्रो। एएम सक्सेना मौजूद रहे। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा को शामिल होना था, लेकिन वे आवश्यक कार्य की वजह से नहीं आ सके।


वीसी ने गिनाईं उपलब्धियां
समारोह में वीसी ने यूनिवर्सिटी की उपलब्धियां गिनते हुए बताया कि लखनऊ यूनिवर्सिटी नई शिक्षा नीति लागू करने वाली प्रदेश की पहली यूनिवर्सिटी है। यहां स्टूडेंट्स के लिए मल्टीपल इंट्री व एक्जिट की व्यवस्था लागू की गई है। इसका लाभ उठाने वाले दो स्टूडेंट्स को दीक्षांत समारोह में डिग्री दी गई है। यूनिवर्सिटी ने मोंटगोमरी, अलबामा यूनिवर्सिटी के साथ समझौता किया है।


एक साल में खुले तीन संस्थान
प्रो। राय ने बताया कि इस सेशन में यूनिवर्सिटी ने तीन नए संस्थान खोले हैं और एनआईआरएफ में रैंक भी हासिल की है। इसके बाद वीसी ने सभी डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों को दीक्षा दी। जिसमें ऑट्र्स, साइंस, कॉमर्स, लॉ, एजुकेशन, फाइन आट्र्स, आयुर्वेद और यूनानी संकाय के स्टूडेंट्स को डिग्री दी गई। स्टूडेंट्स को मेडल वितरित किए। संकाय सदस्यों द्वारा लिखी गई कई पुस्तकों का विमोचन कुलाधिपति ने किया। इसके बाद कुलाधिपति ने आठ नई परियोजनाओं-योजनाओं का उद्घाटन भी किया।


गवर्नर ने दी बधाई
इस मौके पर गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने यूनिवर्सिटी को 101 वर्ष पूरे करने पर बधाई दी और कहा कि यूनिवर्सिटी स्वतंत्रता की लड़ाई की गवाह है। गुरु रवींद्रनाथ टैगोर ने कई बार यूनिवर्सिटी का दौरा किया था। उन्होंने नई शिक्षा नीति लागू करने में लखनऊ यूनिवर्सिटी के प्रयासों की सराहना की और एनआईआरएफ में रैंक प्राप्त करने के लिए बधाई दी। गवर्नर ने कहा कि 25 नवंबर को प्रधानमंत्री ने जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की आधारशिला रखी, जो भविष्य में 1 लाख लोगों को रोजगार देगा। गवर्नर ने सभी को संविधान दिवस की बधाई देते हुए अपना संबोधन खत्म किया।


इन्हें मिले मेडल
- चांसलर गोल्ड मेडल: स्वाति सिंह, एलएलबी फाइव इयर
- डॉ। चक्रवर्ती गोल्ड मेडल: देवधर दूबे, एलएलबी फाइव इयर
- वीसी गोल्ड मेडल फॉर बेस्ट एनसीसी कैडेट: मितेंद्र श्रीवास्तव
- चांसलर सिल्वर मेडल: लवी शुक्ला, पीजी के सभी संकायों में बेस्ट छात्रा और यूनिवर्सिटी की वेस्ट वूमेन स्टूडेंट
- चांसलर ब्रांज मेडल: इकरा रिजवान वारसी, अभिनव कुमार वर्मा, बेस्ट स्टूडेंट, बीए फाइनल
- चांसलर ब्रांज मेडल: मो। अय्यूब अहमद, कुलदीप कुमार पटेल, बेस्ट स्टूडेंट, बीएससी फाइनल
- चांसलर ब्रांज मेडल: दिशा मिश्रा, सुहानी कान्याल, बेस्ट स्टूडेंट, बीकॉम फाइनल इयर
- चांसलर ब्रांज मेडल: संजय ङ्क्षसह, श्रद्धा पांडेय, बेस्ट स्टूडेंट, बीएफए फाइनल इयर
- चांसलर ब्रांज मेडल: पुनीत देशवाल, बेस्ट स्टूडेंट, एलएलबी फाइव इयर
- चांसलर ब्रांज मेडल: प्रियंवदा शुक्ला, बेस्ट स्टूडेंट, एलएलबी थ्री इयर


इन योजनाओं की हुई शुरुआत
- यूनिवर्सिटी का मोबाइल एप लॉन्च किया गया।
- 17 ओपन एयर जिम शुरू किए गए।
- पुरुषों और महिलाओं के लिए सामान्य टॉयलेट और एंबुलेंस सुविधा।
- चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी निवास के साथ शिक्षा संकाय में लिफ्ट।
- मानव विज्ञान विभाग में संग्रहालय।
- नया एनएसएस भवन का शुभारंभ।

Posted By: Inextlive