राजधानी के स्कूलों में मंगलवार से 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई जाएगी। कोरोना की तीसरी लहर से पहले प्रशासन ने ज्यादा से ज्यादा बच्चों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है। इसी लक्ष्य को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों को वैक्सीनेशन केंद्र बनाने की अनुमति दी है। शहर के 80 प्रतिष्ठित स्कूलों को वैक्सीनेशन केंद्र बनाया जा रहा है।

लखनऊ (ब्यूरो)। बुधवार से दो दर्जन से अधिक स्कूलों में वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा। इसके बाद 5 और 6 जनवरी से अन्य स्कूलों में वैक्सीन लगवाने की सुविधा शुरू होगी। अनएडेड स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि एडीएम सिटी केपी सिंह से वार्ता के बाद स्कूलों ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। बुधवार से सेंट जोसफ विद्यालय की राजाजीपुरम और सीतापुर शाखा, सीएमएस की पांच शाखाओं, ब्राइट कैरियर कॉलेज, लखनऊ पब्लिक स्कूल एसपी सिंह फाउंडेशन की सभी शाखाओं में वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा। राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में 6 जनवरी से वैक्सीनेशन कैंप लगेगा।


तैयारी पूरी रखने का निर्देश
डीआईओएस डॉ। अमरकांत सिंह ने कहा कि सभी माध्यमिक स्कूलों को वैक्सीनेशन केंद्र बनाए जाने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। राजकीय, एडेड और प्राइवेट स्कूलों स्कूलों को केंद्र बनाया जा रहा है। स्कूलों को कम से कम दो कमरे तैयार रखने होंगे। एक कमरे में डॉक्टरों के बैठने और बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए एवं एक कमरा आब्जर्वेशन रूम के लिए रिजर्व रखना होगा। जिसमें बच्चों को वैक्सीन लगने के बाद आधा घंटा बैठाया जाएगा।
आज इन स्कूलों में वैक्सीनेशन
- सेंट जोसफ स्कूल, राजाजीपुर एवं सीतापुर रोड शाखा
- सीएमएस की गोमती नगर विशाल खंड 1, गोमती नगर एक्सटेंशन, महानगर, अलीगंज एवं कानपुर रोड शाखा
- लॉमार्टिनियर गल्र्स कॉलेज
- ब्राइट कैरियर स्कूल
- लखनऊ पब्लिक स्कूल सभी ब्रांच


स्कूलों में वैक्सीनेशन के फायदे
अनएडेड स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि स्कूलों में वैक्सीनेशन कैंप लगने से बच्चों को इस कोरोना काल में अस्पताल जाकर वैक्सीन नहीं लगवानी पड़ेगी। बच्चों का डाटा स्कूल के पास है, इसलिए मेडिकल टीम को काफी आसानी होगी। शिक्षक व अन्य स्टाफ सहायता के लिए मौजूद रहेगा। यह भी आसानी से पता चल जाएगा कि किस बच्चे को वैक्सीन नहीं लगी है।

Posted By: Inextlive