- एलडीए अधिकारियों की ओर से फाइलों का सत्यापन कराने की तैयारी शुरू

LUCKNOW

टीपीनगर योजना के बाद अब गोमती नगर योजना में हुए फर्जीवाड़े को सामने लाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए एलडीए प्रशासन की ओर से योजना अंतर्गत फाइलों का सत्यापन शुरू कराया जा रहा है, जिससे फर्जी तरीके से बेची गईं संपत्तियों को सामने लाया जा सके। वहीं गोमती नगर योजना से जुड़ी कई फाइलें गायब हैं, जिन्हें तलाशा जा रहा है।

फाइलों की प्रति पहुंची

एलडीए सचिव पवन कुमार गंगवार के पास कई भूखंडों की फाइलों की प्रति पहुंच गई है। इसके आधार पर रजिस्ट्री आफिस से सत्यापन कराया जा रहा है। अगर रजिस्ट्री गलत पायी जाती है तो कूट रचना करने के आरोप में रजिस्ट्री करने वालों के खिलाफ एफआइआर होगी और प्राधिकरण ट्रांसपोर्ट नगर की तरह यहां भी भूखंडों पर कब्जा लेकर नीलामी कराएगा।

यहां हुआ खेल

सूत्रों की माने तो विक्रांत खंड, विनीत खंड, विभूति खंड जैसे पॉश एरिया में भूखंडों के विक्रय में खेल किया गया है। अब सचिव के पास पहुंची रजिस्ट्री की प्रतियों के सहारे रजिस्ट्री आफिस से सत्यापन कराया जा रहा है।

पांच भूखंडों का होगा सत्यापन

टीपीनगर योजना के पांच भूखंडों की फाइलें एलडीए के का¨स्टग में सही पाई गई हैं, लेकिन रजिस्ट्री फर्जी तरीके से की गई है या फिर सही तरीके से, इसका सत्यापन नहीं करवाया गया है। वर्ष 1981 में 13 हजार के भूखंडों का पैसा वर्ष 2015 में ब्याज सहित सिर्फ 57 हजार जमा किया गया है। वर्तमान में कीमत एक करोड़ के आसपास है। टीपीनगर के भूखंड संख्या एफ 301 रमेश कुमार, सेकेंड फेस एफ 361 सुमन चौधरी, फेस वन में एफ 181 प्रदीप कुमार सिंह व सुमन सिंह, सेकेंड फेस के जी 129 में तीन सौ वर्ग मीटर का कॉमर्शियल भूखंड सुमन और मुकेश कुमार चौधरी और सेकेंड फेस में ही एफ 362 मुकेश कुमार चौधरी और सुमन चौधरी के नाम हैं।

ट्रांसपोर्ट नगर मामले की जांच अपर सचिव कर रहे हैं, जल्द सामने आ जाएगी। वहीं गोमती नगर में हुई हेरफेर की जांच सचिव को दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई संबंधी कदम उठाए जाएंगे।

अभिषेक प्रकाश, वीसी, एलडीए

Posted By: Inextlive