राजधानी लखनऊ को शानदार लुक और नई पहचान देने के लिए प्लान लगभग तैयार हो चुका है। इस प्लान में राजधानी में सुनियोजित तरीके से विकास संबंधी बिंदु शामिल किए गए हैैं। साथ ही वर्ष 2050 तक जनता की जरूरतों और रोड पर बढऩे वाले ट्रैफिक को भी ध्यान में रखा गया है। खास बात यह भी है कि इस प्लान को एक सप्ताह के अंदर एलडीए को सौंपने की तैयारी भी की जा रही है। जिससे इस प्लान के आधार पर राजधानी में सुनियोजित विकास कार्य शुरू हो सकें जिसका लाभ जनता को मिले।

लखनऊ (ब्यूरो)। सांसद राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि की ओर से तैयार कराए जा रहे प्लान को कई बिंदुओं में तैयार कराया गया है। जिसमें वर्ष 2050 तक होने वाली जनसंख्या वृद्धि, रोड्स पर बढऩे वाले ट्रैफिक लोड, ग्रीनरी की जरूरत, ड्रेनेज सिस्टम, बिजली व्यवस्था, लैैंड यूज इत्यादि बिंदुओं को शामिल किया गया है। एक-एक बिंदु के आधार पर डेवलपमेंट प्लान बनाया जा रहा है, जो लगभग तैयार हो चुका है। विजन 2050 प्लान एलडीए की ओर से तैयार की गई महायोजना से बिल्कुल अलग है और सुनियोजित तरीकों पर फोकस्ड है।

इसलिए तैयार हुआ प्लान
वर्तमान समय में लखनऊ व लखनऊ के आसपास जिलों में डेवलपमेंट संबंधी कार्य तेजी से हो रहे हैैं। इसके साथ ही एक्प्रेस-वे और प्रमुख मार्गों को फोर लेन में कंवर्ट करने का काम भी किया जा रहा है। जिससे अन्य जिलों से लखनऊ की कनेक्टिविटी बढ़ेगी। परिणामस्वरूप लखनऊ आने वाले लोगों का फुटफॉल बढ़ेगा।

बढ़ेगी लखनऊ की महत्ता
अयोध्या में डेवलपमेंट के कार्य तेजी से हो रहे हैैं साथ ही साथ भव्य राम मंदिर का भी निर्माण हो रहा है। इसकी वजह से अयोध्या जाने वाले लोगों की संख्या में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। चूंकि लखनऊ सेंटर है और यहां पर एयरपोर्ट भी है, ऐसे में अन्य प्रदेशों या शहरों से अयोध्या जाने वाले लोगों का स्टॉपेज प्वाइंट लखनऊ होगा। वहीं राजधानी डिफेंस हब बनने की दिशा में भी अग्रसर है। जिससे आने वाले दिनों में कई उद्योग भी लखनऊ में आएंगे। कंपनियों की ओर से लखनऊ में वेयर हाउस भी खोले जाएंगे। हालांकि यह तभी होगा, जब राजधानी में उन्हें बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। इस प्लान को तैयार करने की प्रमुख वजह से भविष्य में आने वाले उद्योगों या अन्य सेक्टर्स को फैसिलिटेट किया जाना है। जिससे कंपनियां यहां अपने सेटअप को लगा सकें।

आंकड़े बेस्ड डेवलपमेंट
खास बात यह है कि इस प्लान को आंकड़ों के आधार पर तैयार किया गया है। मतलब वर्तमान के आंकड़ों को वर्ष 2050 से जोड़ते हुए प्लान को बनाया गया है। जैसे अभी आबादी कितनी है और 2050 तक कितनी आबादी हो जाएगी। अभी रोड पर कितने व्हीकल हैैं और वर्ष 2050 तक कितने व्हीकल हो जाएंगे। इन सब जरूरतों को समेटते हुए ही डेवलपमेंट तैयार कराया जा रहा है। सांसद प्रतिनिधि की ओर से पिछले दो साल से लगातार आंकड़े जुटाए जा रहे हैैं, जिसके आधार पर ही प्लान बनाया गया है।

इन बिंदुओं पर फोकस है प्लान
1-शहरों-जिलों से कनेक्टिविटी
2-लैैंड यूज पर फोकस
3-प्रॉपर पेयजल व ड्रेनेज सिस्टम
4-इलेक्ट्रिसिटी नीड्स
5-सोलर सिस्टम
6-पॉल्यूशन कंट्रोल
7-ट्रैफिक कंट्रोल

एलडीए को सौंपा जाएगा
सांसद प्रतिनिधि ने बताया कि विजन 2050 मास्टर प्लान को एलडीए को सौंपा जाएगा। जिससे इस प्लान को इंप्लीमेंट किया जा सके। हालांकि प्लान को इंप्लीमेंट करने से पहले भी कई बिंदुओं पर मंथन किया जाएगा। जिससे प्लान को लागू करते समय किसी भी प्रकार की कोई समस्या सामने न आए।

नियमित होगी मॉनीटरिंग
विजन 2050 मास्टर प्लान के शुरू होते ही उसकी चरणबद्ध तरीके से मॉनीटरिंग भी की जाएगी। जिससे प्लान के अनुसार ही सुनियोजित तरीके से डेवलपमेंट संबंधी कार्य हो सकें। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि गुणवत्ता पूर्ण कार्य हों।


हमारी ओर से विजन 2050 मास्टर प्लान तैयार कराया जा रहा है। इस प्लान में डेवलपमेंट के साथ-साथ पब्लिक की जरूरतों पर फोकस किया गया है। हमारा उद्देश्य यही है कि राजधानी में पर्यटन और उद्योग बढ़े। यह तभी संभव होगा, जब यहां पर सभी सुविधाएं सुनियोजित तरीके से उपलब्ध होंगी। इस प्लान को एलडीए को सौंपा जाएगा।
दिवाकर त्रिपाठी, सांसद प्रतिनिधि

Posted By: Inextlive