कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमीक्रान के चलते कोरोना की तीसरी लहर की आशंका तेज हो गई है। जिसे देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी में तैयारियां युद्ध स्तर पर शुरू कर दी हैं। करीब 4 हजार बेड़ों का बैकअप रख लिया गया है और 18 नए ऑक्सीजन प्लांट एक्टिव किए जा चुके हैं। सीएचसी-पीएचसी लेवल पर करीब 300 कंसनट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जरूरत पडऩे पर बेडों की संख्या और बढ़ाई जा सकती है।

लखनऊ (ब्यूरो)। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ। मिलिंद वर्धन ने बताया कि राजधानी में केजीएमयू, पीजीआई, लोहिया, राम सागर मिश्र अस्पताल, लोकबंधु समेत 38 निजी और सरकारी अस्पतालों को स्टैंड बाय मोड पर रखा गया है। सभी जगह मिलाकर 4084 बेडों का बैकअप है और हर बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई की सुविधा है। सेकेंड वेव के दौरान करीब 8 हजार बेडों की व्यवस्था की गई थी। अगर तीसरी लहर आती है और बेडों की जरूरत पड़ती है तो बेडों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। इस बार पहले से कहीं पुख्ता तैयारियां कर ली गई हैं।

नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी
राजधानी में 24 नए ऑक्सीजन प्लांट लगाये जाने हैं। इसमें 18 ऑक्सीजन प्लांट चालू हो गये हं। 6 प्लांट में कहीं जनरेटर तो कहीं पाइप लाइन बिछाने का काम अंतिम चरणों में है। उम्मीद है कि सभी ऑक्सीजन प्लांट जल्द चालू हो जाएंगे। नए प्लांट लगने के बाद अब राजधानी में 14,638 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन की क्षमता बढ़ गई है। वहीं केजीएमयू, लोहिया व पीजीआई आदि के पास पहले से ही ऑक्सीजन प्लांट है। केजीएमयू में करीब 50 हजार ऑक्सीजन क्षमता के प्लांट लगे हैं। ऐसे में तीसरी लहर आती है तो राजधानी में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी।

सीएचसी-पीएचसी पर भी चौकसी
सीएचसी-पीएचसी लेवल पर भी क्षमता पहले से ही बढ़ाई जा रही है। सीएमओ आफिस द्वारा करीब 300 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर की भी व्यवस्था कराई गई है। यहां सभी जरूरी दवाओं का स्टॉक भी पूरा कर लिया गया है। ताकि समय रहते लक्षणों के आधार पर मरीज का ट्रीटमेंट शुरू किया जा सके।
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए चार हजार से अधिक बेड बैकअप में हैं। इसके अलावा 18 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो चुके हैं। पहले के मुकाबले इस बार तैयारियां ज्यादा बेहतर है।

डॉ। मिलिंद वर्धन, डिप्टी सीएमओ

Posted By: Inextlive