सरकारी टीचर्स के बेहतर भविष्य के लिए तो समय-समय पर योजनाएं आती रहती हैैं लेकिन प्राइवेट टीचर्स की पूरी तरह से अनदेखी की जाती है। इसकी वजह से प्राइवेट टीचर्स खुद को अनसेफ फील करते हैं। ऐसे में जरूरत है कि प्राइवेट टीचर्स के लिए भी पॉलिसी बने जिससे वे खुद को सेफ महसूस कर सकें। साथ ही निजी स्कूलों को भी सरकार की ओर से मदद मिले जिससे एजुकेशन सिस्टम को और हाईटेक किया सके। शहरी क्षेत्रों में तो एजुकेशन सिस्टम की स्थिति बेहतर है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत काम की जरूरत है। उम्मीद है कि जो भी नया जनप्रतिनिधि आएगा वो इस पर अपना ध्यान जरूर केंद्रित करेगा।

लखनऊ (ब्यूरो)। डीजे आईनेक्स्ट प्रजेंट्स राजनी-टी के तहत मंडे को पल्टन छावनी स्थित बाल निकुंज इंग्लिश स्कूल में परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें शामिल टीचर्स ने कहा कि विदेश नीति पूरी तरह से पारदर्शी होनी चाहिए। साथ ही इस नीति के बारे में जनता को भी अवगत कराना चाहिए। इससे लोग भी विदेश नीति से रूबरू हो सकें। अभी तो यह पता ही नहीं चल पाता है कि पड़ोसी देशों से रिश्ते कैसे हैैं, ऐसे में नीति में पारदर्शिता बहुत जरूरी है। परिचर्चा के दौरान मुख्य फोकस एजुकेशन सिस्टम पर भी रहा। टीचर्स ने कहा कि इस सिस्टम को और एडवांस बनाए जाने की जरूरत है। प्रयास यही होना चाहिए कि हर बच्चा शिक्षित हो, जिससे समाज और देश का विकास हो सके।

रोजगार और महिला सुरक्षा पर हो काम
परिचर्चा में रोजगार और महिला सुरक्षा को लेकर भी विस्तार से चर्चा हुई। साथ ही कई महत्वपूर्ण सुझाव भी सामने आए। टीचर्स ने कहा कि महिला सुरक्षा विषय पर भी रणनीति बनाए जाने की जरूरत है। वर्तमान में महिला सुरक्षा से जुड़े बिंदु पर काम तो हुआ है और उसके सफल नतीजे भी सामने आए हैैं, लेकिन अभी बहुत काम किए जाने की जरूरत है, जिससे महिलाएं घर से बाहर निकलते समय खुद को सेफ महसूस कर सकें। टीचर्स की ओर से रोजगार संबंधी मुद्दा भी उठाया गया। टीचर्स ने कहा कि प्रयास यही होना चाहिए कि कोई भी युवा नौकरी के लिए परेशान न हो। हर किसी को उसकी काबिलियत के अनुसार जॉब मिले। इसके साथ ही महंगाई को कंट्रोल करने के लिए भी रणनीति बनाए जाने की जरूरत है।

परिचर्चा के पांच प्रमुख मुद्दे
चुनाव के दौरान तो डेवलपमेंट को लेकर बड़े-बड़े दावे और वादे किए जाते हैैं, लेकिन जैसे ही चुनाव समाप्त होता है और नतीजे सामने आते हैैं, सारे वादे कागजों में ही सिमट कर रह जाते हैैं। अब जनप्रतिनिधियों को तत्काल यह सोच बदलनी होगी और अपने वादों को समय से पूरा करना होगा।

पहला मुद्दा
जनता के लिए निकालें समय
जो भी जनप्रतिनिधि जीते, वो जनता के लिए जरूर समय निकाले। अभी तो स्थिति यह है कि जनप्रतिनिधि के पास जनता से मिलने का वक्त ही नहीं होता है। सांसद से लेकर विधायक तक जनता की पहुंच से दूर हो जाते हैैं। इसकी वजह से जनता की परेशानियों का निस्तारण नहीं हो पाता है। ऐसे में मेरा मानना है कि जो भी जनप्रतिनिधि जीते, वो जनता से नियमित रूप से मिले और उनकी समस्याओं का निस्तारण करे।

दूसरा मुद्दा
प्राइवेट टीचर्स का भी रखें ध्यान
सरकारी टीचर्स के लिए तो समय-समय पर योजनाएं आती हैैं, लेकिन प्राइवेट टीचर्स को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया जाता है। इसकी वजह से प्राइवेट टीचर्स की मुश्किलें बढ़ जाती हैैं। जो भी जनप्रतिनिधि जीतकर आए, वे प्राइवेट टीचर्स की बेहतरी के लिए न सिर्फ योजनाएं बनाए बल्कि उन योजनाओं को जल्द से जल्द इंप्लीमेंट भी करे, जिससे प्राइवेट टीचर्स को उक्त योजनाओं का लाभ मिल सके।

तीसरा मुद्दा
कागजों में न सिमटे योजनाएं
मेरा तो यही मानना है कि विकास से जुड़ी जो भी योजनाएं बनाई जाएं, उनको समय से इंप्लीमेंट भी किया जाए, जिससे जनता को उन योजनाओं का लाभ मिल सके। अभी देखने में आता है कि योजनाएं तो कई बनती हैैं, लेकिन उनमें से कई योजनाएं इंप्लीमेंट नहीं हो पाती हैैं। इसकी वजह से जनता को उनका लाभ नहीं मिल पाता है। जनप्रतिनिधि इस बात का जरूर ध्यान रखें कि योजनाएं सिर्फ कागजों में ही सिमट कर न रह जाएं बल्कि धरातल पर इंप्लीमेंट हों।

चौथा मुद्दा
योजनाओं का मिले लाभ
सभी सरकारों की ओर से जनता के हित को ध्यान में रखते हुए कई कल्याणकारी योजनाएं बनाई तो जाती हैैं, लेकिन उनका लाभ 70 फीसदी जनता को मिल ही नहीं पाता है। इसकी वजह से जनता के मन में जनप्रतिनिधि के खिलाफ आक्रोश की भावना उत्पन्न होती है। ऐसे में जनप्रतिनिधि को चाहिए कि जो भी कल्याणकारी योजनाएं आएं, वो प्रयास करें कि इनकी जानकारी और लाभ जनता तक पहुंचे। अगर ऐसा होगा तो निश्चित रूप से जनप्रतिनिधि की छवि सुधरेगी।

पांचवां मुद्दा
रोजगार पर फोकस
हर हाल में रोजगार पर फोकस किए जाने की जरूरत है। देश और समाज का विकास तभी संभव है, जब हर एक युवा के पास रोजगार हो। जो भी नया जनप्रतिनिधि आए, वे इस दिशा में बेहतर से बेहतर प्रयास करे। हर फील्ड में रोजगार के अवसर मुहैया कराए जाएं, जिससे युवाओं को जॉब के लिए भटकना न पड़े। रोजगार के अवसर तभी मिलेंगे, जब सही दिशा में प्लानिंग की जाए और उन्हें समय से इंप्लीमेंट किया जाए। सही समय पर योजनाएं इंप्लीमेंट होने से रोजगार के अवसर जरूर मिलेंगे।


मेरा मानना है कि जनप्रतिनिधि वही जीते, जिसके पास डेवलपमेंट का विजन हो और उस विजन को पूरा करने के लिए प्रॉपर प्लान। इसके साथ ही वो समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चले। उसके मन में किसी के भी प्रति बैर न हो।
दीपा जोशी

अगर महंगाई कंट्रोल में रहेगी तो इसका सीधा असर डेवलपमेंट पर देखने को मिलेगा। महंगाई कम होने से आम आदमी भी चैन की जिंदगी बसर कर सकता है। उम्मीद है कि जनप्रतिनिधि इस पर विचार जरूर करेंगे।
अखिलेश उपाध्याय

चुनाव में दागी कैंडीडेट न खड़े हों, इसकी जिम्मेदारी खुद पार्टियां निभाएं। पार्टियां खुद ही ऐसे व्यक्ति को टिकट न दें, जिसकी छवि दागदार हो। सही मायने में साफ छवि वाले जनप्रतिनिधि ही विकास की नई कहानी लिख सकते हैैं।
दिनेश तिवारी


डेवलपमेंट को लेकर स्पष्ट योजनाएं बनाई जाएं और उन योजनाओं को समय से इंप्लीमेंट किया जाए। विदेश नीति को लेकर भी खासा काम किए जाने की जरूरत है। विदेश नीति पूरी तरह से पारदर्शी होनी चाहिए।
रश्मि शुक्ला, प्रिंसिपल

मेरा वोट तो उसी व्यक्ति को जाएगा, जो देश और समाज के कल्याण के लिए अपने कदम आगे बढ़ाएगा। सिर्फ बातें करने से विकास नहीं हो सकता, इसके लिए जमीनी स्तर पर प्रयास करने होंगे।
अनिल तिवारी

सभी जनप्रतिनिधियों को रोजगार की दिशा में ध्यान देने की जरूरत है। जब युवाओं के पास रोजगार होगा तो निश्चित रूप से इसका सीधा फायदा देश और समाज को मिलेगा। अभी इस दिशा में स्थिति चिंताजनक है।
अभिषेक सिंह

उसी जनप्रतिनिधि को जीतना चाहिए, जो समाज के हर एक व्यक्ति के विकास और कल्याण की बात करे। मेरा वोट तो उसी को जाएगा, जिसका पास डेवलपमेंट की सटीक रणनीति होगी।
प्रिया यादव

यंगस्टर्स के लिए रोजगार के अवसर जरूर मुहैया होने चाहिए। नए जनप्रतिनिधियों को यही प्रयास करना चाहिए कि कोई भी बेरोजगार न रहे। हर एक युवा को उसकी काबिलियत के अनुसार जॉब जरूर मिले।
निक्कू यादव

डेवलपमेंट को लेकर बनाई जाने वाली योजनाएं सिर्फ कागजों में सिमट कर न रह जाएं, इस पर विशेष रूप से ध्यान दिए जाने की जरूरत है। विकास को लेकर चरणबद्ध तरीके से योजनाएं बनें और उन योजनाओं को समय से पूरा भी किया जाए।
अरविंद दीक्षित

Posted By: Inextlive