इंस्पेक्टर महानगर ने बताया कि शशि और उनकी पत्नी मधु के बीच डेढ़ साल से विवाद चल रहा था। दोनों के बीच बातचीत भी बंद थी। इसी विवाद के चलते मधु ने बच्चों संग आत्महत्या की है। वहीं लोगों का कहना है कि शशि डेढ़ माह से मधु के हाथ का बना खाना भी नहीं खा रहा था। वह होटल में जाकर खाना खाता था।


लखनऊ (ब्यूरो)। महानगर के निशातगंज स्थित बल्दा कॉलोनी की एकता बिल्डिंग के फ्लैट नंबर चार में रहने वाली महिला ने शुक्रवार सुबह अपने दो मासूम बच्चों के साथ ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। यह दर्दनाक हादसा महानगर रेलवे क्रासिंग के पास हुआ। महिला सुबह दो बच्चों के साथ न्यू हैदराबाद से महानगर रेलवे क्रासिंग पहुंची। रेलवे फाटक बंद था और एक परीक्षण ट्रेन गुजरने वाली थी। जैसे ही ट्रेन आई महिला अपने बच्चों के साथ पटरी पर कूद गई। महिला और एक बच्चे ही तुरंत मौत हो गई और एक बच्चा जिसकी सांसें चल रही थीं, उसे पुलिस ने ट्रामा सेंटर भेजा, जहां कुछ देर बाद उसे भी मृत घोषित कर दिया गया।स्कूल ड्रेस में था बच्चा


इंस्पेक्टर महानगर केशव कुमार तिवारी ने बताया कि पहले महिला की पहचान नहीं हो सकी। साथ में जो बच्चा था उसने सीएमएस की ड्रेस पहन रखी थी। कुछ देर बाद महिला के पति शिश भूषण गुप्ता ने मर्चरी पहुंचकर तीनों की पहचान की। मृत बेटा आन्य भूषण सीएमएस ब्रांच महानगर में क्लास तीन का छात्र था और वह एग्जाम देने जा रहा था।पति गया था पीजीआई

शशि भूषण ने पुलिस को बताया कि रात में सब ठीक था। सुबह वह घर से 5.45 बजे पीजीआई के लिए निकला था। पीजीआई में उसने चाचा के इलाज के लिए नंबर लगाया था। सुबह 7.30 बजे पड़ोसी ने उसे कॉल कर बताया था कि मधु बच्चों को लेकर घर से चली गई है।मां, पत्नी और बच्चों संग रहता थाशशि भूषण के पिता सूचना विभाग में काम करते थे और कुछ साल पहले उनकी मौत हो गई थी। सरकारी फ्लैट में शशि मां शकुंतला, पत्नी मधु और बेटे आन्य और आमिष के साथ रहता था। पड़ोसियों के अनुसार रोज की तरह मधु बच्चों को स्कूल छोडऩे के लिए घर से निकली थी। हालांकि उसने शुक्रवार को न तो आन्य का स्कूल बैग लिया था और ना ही अपना मोबाइल और पर्स। मां शकुंतला घर में थी, फिर भी उसने घर का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया था। शकुंतला ने अंदर से दरवाजा खटखटाया तो पड़ोसी वहां पहुंचे तो उन्होंने बेटे शशि को फोन करने को कहा था।डेढ़ माह से चल रहा था विवाद

इंस्पेक्टर महानगर ने बताया कि शशि और उनकी पत्नी मधु के बीच डेढ़ साल से विवाद चल रहा था। दोनों के बीच बातचीत भी बंद थी। इसी विवाद के चलते मधु ने बच्चों संग आत्महत्या की है। वहीं लोगों का कहना है कि शशि डेढ़ माह से मधु के हाथ का बना खाना भी नहीं खा रहा था। वह होटल में जाकर खाना खाता था।दो साल से बेरोजगार था पतिशशि एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था। कोरोना काल में नौकरी जाने के बाद वह दो साल से बेरोजगार था। परिवार का खर्च मां शकुंतला को मिलने वाली पेंशन से चल रहा था। आर्थिक तंगी के कारण पति-पत्नी के बीच तकरार होती रहती थी। मधु की आए दिन शकुंतला से भी बहस होती थी। वहीं मधु मां का पक्ष लेकर मधु से झगड़ता भी था।2013 में हुई थी शादीशशि ने बताया कि मधु का मायका गाजीपुर के रेवतीपुर गांव में है। फरवरी 2013 में उसकी शादी मधु से हुई थी। इसी वर्ष 17 जून को आन्य का जन्मदिन पूरे परिवार ने हंसते खेलते साथ-साथ मनाया था। जब से उसकी जॉब छूटी थी, तब से मधु उससे नाराज रहती थी। एक साल पहले वह अपने भाई मनीष के पास मुंबई चली गई थी और आन्य का स्कूल शुरू होने से पहले वह बच्चों के साथ वहां से वापस आई थी।मायके वालों का कर रही पुलिस इंतजार
इंस्पेक्टर महानगर ने बताया कि शुरुआती जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है। पति शशि भूषण की तहरीर पर विधिक कार्रवाई की जा रही है। इसकी सूचना मधु के गाजीपुर व मुंबई में रहने वाले भाईयों को दे दी गई है। मायके वाले अगर तहरीर देते देते हो तो पति शशि भूषण व अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मायके वालों का इंतजार किया जा रहा है।डेढ़ माह से घुट-घुटकर जी रही थी मधुमधु का यह फैसला एक-दो पल का नहीं था। वह करीब डेढ़ माह से घुट-घुटकर जी रही थी। शशि उसके हाथ का बना खाना देखकर मुंह फेर लेता था। सास के तानों से भी वह परेशान रहती थी। घर में कोई भी ऐसा नहीं था, जिससे वह अपना दर्द बांट सकती। शशि और उसके परिवार के सदस्यों की आसपास रहने वालों से भी कोई बातचीत नहीं होती थी। पड़ोसियों ने बताया कि मधु और शकुंतला किसी से बात नहीं करते थे। मधु के बच्चे घर से बाहर ही नहीं निकलते थे। बड़ा बेटा स्कूल जाने के लिए ही घर से निकलता था।सास की बेरुखी से गई थी मुंबई
एक साल पहले मधु अपने भाई के पास मुंबई चली गई थी और करीब आठ माह तक वहां रही थी। बच्चों के स्कूल खुलने से पहले वह वापस आई थी, लेकिन इसके बाद भी उसकी सास और पति से बोलचाल नहीं शुरू हो सकी थी। शशि भूषण ने पुलिस को बताया कि अक्सर सास बहु में घरेलू बात को लेकर तू-तू मैैं-मैैं होती थी। कई बार मधु शिकायत करती थी लेकिन बुजुर्ग मां के चलते वह अपनी मां के साथ ही खड़ा रहता था। घरेलू विवाद इतना ज्यादा गहरा जाएगा उसे भी इस बात का अंदाजा नहीं था। महानगर थाने में घरेलू जानकारियां देते समय शशि कई बार भावुक तो हुआ लेकिन उसके चेहरे पर बच्चों और पत्नी का गम नजर नहीं आया। उसने यह भी बताया कि बड़े बेटे को सुबह जल्द उठाकर कहा था कि पेपर है, रिवीजन कर लो।

Posted By: Inextlive