राजधानी में जीका वायरस ने दस्तक दे दी है। इसे देखते हुए एनटोमोलॉजिस्ट भी अब मच्छरों पर रिसर्च करेंगे और यह जानेंगे कि जीका वायरस किस तरह से लोगों को अपना शिकार बना सकता है और यह कितना घातक हो सकता है। रविवार को स्टेट एनटोमोलॉजिस्ट डॉ। मानवेंद्र त्रिपाठी ने जीका संक्रमित तीनों एरिया का निरीक्षण किया और मच्छरों के सैंपल कलेक्ट किए ताकि पता चल सके कि संक्रमण किस कारण से फैल रहा है।

लखनऊ (ब्यूरो) । कम्यूनिकेबल डीजीज के नोडल इंचार्ज डॉ। केपी त्रिपाठी ने बताया कि हाउस टू हाउस सर्वे और सोर्स रिडक्शन का काम लगातार किया जा रहा है। रविवार को लालकुंआ छीतवापुर का दौरा किया गया। इन इलाकों में जीका संक्रमण कैसे फैला इसकी जानकारी करने के लिए स्टेट एनटोमोलॉजिस्ट डॉ मानवेंद्र त्रिपाठी भी इस एरिया में सर्वे कर रहे हैं। उन्होंने इस एरिया से मच्छरों के सैंपल भी कलेक्ट किए हैं, जिससे यह पता चल सके कि एडीज मच्छर जीका वायरस से संक्रमित हैं या नहीं। पूरी कोशिश है कि जीका के सोर्स का पता लगाया जाए, जिससे इसे फैलने से रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जा सकें। स्टेट एनटोमोलॉजिस्ट डॉ मानवेंद्र त्रिपाठी ने हुसैनगंज और कृष्णानगर एरिया में भी जाकर सर्वे का काम किया है।

दो दिन से नहीं मिला मरीज
राजधानी के लिए राहत की खबर यह है कि बीते दो दिनों से यहां एक भी मरीज में जीका संक्रमण नहीं मिला है। जिससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कुछ राहत की सांस ली है। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ। मिलिंदवर्धन ने बताया कि रविवार को भी जीका संक्रमण का कोई मरीज नहीं मिला है। तीनों संक्रमितों के कांटेक्ट में आये करीब 147 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। अभी तक इनमें से जितने लोगों की रिपोर्ट आई है, सभी निगेटिव निकले हैं। इसके बाद भी हालात पर पूरी नजर रखते हुए कांटेक्ट ट्रेसिंग और फॉगिंग पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
अलग-अलग वार्ड की व्यवस्था
वहीं जीका संक्रमण को ध्यान में रखते हुए राजधानी के आठ अस्पतालों में 10-10 बेडों की व्यवस्था की गई है। इन अस्पतालों में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग वार्ड होंगे। वहीं राजधानी की 19 सीएचसी में भी जीका संक्रमित मरीजों के लिए दो-दो बेड रिजर्व कर दिए गए हैं। ताकि अगर मरीजों की संख्या बढ़े तो उन्हें भर्ती करने में किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल ने बताया कि जरूरत पडऩे पर रिजर्व बेड़ों की संख्या में इजाफा किया जाएगा।
इन अस्पतालों में बेड रिजर्व
- बलरामपुर अस्पताल
- लोकबंधु अस्पताल
- सिविल अस्पताल
- रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल
- भाऊराव देवरस अस्पताल
- ठाकुरगंज टीबी अस्पताल
- राम सागर मिश्र अस्पताल
- डफरिन अस्पताल


जीका वायरस के मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड रिजर्व कर दिए गए हैं। जरूरत पड़ी तो बेड़ों की संख्या में इजाफा भी किया जाएगा।
डॉ मनोज अग्रवाल, सीएमओ

तीन संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए करीब 147 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। अभी तक जितने लोगों की रिपोर्ट आई है, सभी निगेटिव हैं।
डॉ मिलिंदवर्धन, जिला सर्विलांस अधिकारी

Posted By: Inextlive