1342 स्कूल लेकिन सब बेकार
वेबसाइट पर स्कूलों की सक्सेस स्टोरी दिखाएगा बेसिक शिक्षा विभाग
सक्सेस स्टोरी के लिए नहीं मिल रहा स्कूल, तलाश में जुटा विभाग Meerut। परिषदीय स्कूलों की बदरंग तस्वीर सुधारने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद तमाम नई योजनाओं की शुरुआत कर रहा है लेकिन विभाग ही इन योजनाओं पर संजीदा नहीं है। हाल ही में परिषद ने विभाग से स्कूलों की इंस्पायर सक्सेस स्टोरी मांगी हैं लेकिन जिले के 1,342 स्कूल इस मामले में फिसड्डी हैं। तमाम मशक्कत के बाद भी विभाग को ऐसे स्कूल नहीं मिल पा रहे हैं, जिनकी बेहतर साख परिषद की वेबसाइट पर दिखाई जा सके। यह है योजनाबेसिक शिक्षा की पुरानी जड़ता को खत्म करने व सरकारी स्कूलों की बदहाली व व्याप्त अव्यवस्थाओं से अस्त-व्यस्त हुई तस्वीर को सुधारने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने नई पहल की है। इस पहल के तहत सभी जिलों के स्कूलों की सक्सेस स्टोरी को विभाग एक महीने तक वेबसाइट पर प्रदर्शित करेगा।
यह हैं मानक स्कूल ने कोई बेहतर व उत्कृष्ट कार्य किया हो विद्यार्थियों की उपस्थिति बच्चों की प्रतिभा उभारने में कोई विशेष काम किया हो स्कूल की कोई शिकायत या जांच न हुई हो परीक्षाओं या खेल में प्रतिभाशाली बच्चों ने नाम रोशन ि1कया होयह है स्थिति
1,342 स्कूल जनपद में प्राइमरी और अपर प्राइमरी के 910 प्राइमरी स्कूल हैं 432 अपर प्राइमरी स्कूल हैं 1,18,526 छात्र इन स्कूलों में पढ़ते हैं 12 विकास खंड हैं व 1 नगर क्षेत्र के दायरे में यह सभी स्कूल आते हैं स्कूलों से प्रेरणादायक प्रसंग व अच्छे कार्यो की सूची मांगी गई हैं। इसके लिए कमेटी भी बनाई गई है लेकिन अभी तक ऐसा कोई स्कूल सामने नहीं आया है। हम प्रयास कर रहे हैं। सूर्यकांत गिरि, एबीएसए, मेरठ सरकारी स्कूलों की हमेशा खराब छवि ही सामने आती है। इस पहल से अच्छे स्कूल सामने आएंगे। इससे लोगों में इन स्कूलों के प्रति विश्वास बढे़गा। शिशिर स्कूलों में दशा व दिशा सुधारने के लिए यह एक अच्छी योजना है। इससे दूसरे स्कूलों को भी बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी। रवि