हर चेहरे पर मुस्कान भारत माता की जयकारे अपने चहेते खिलाडिय़ों के सम्मान में खड़े लोग चारो ओर तालियों से गंूजता आसमान।। जीहां कुछ ऐसा ही नजारा था सरदार पटेल कृषि विश्वविद्यालय के प्रांगण का। मौका था टोक्यो पैरालिंपिक में देश का नाम रोशन करने वाले खिलाडिय़ों के सम्मान समारोह का। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को आयोजित समारोह में देशभर के 23 खिलाडिय़ों को सम्मानित किया। पैरा ओलंपिक खिलाडिय़ों को उनके मेडल के अनुसार और प्रतिनिधित्व के अनुसार 4 करोड़ से 25 लाख तक की पुरुस्कार धनराशि दी गई।

मेरठ, (ब्यूरो)। सुहास को पांच वेतन वृद्धि की घोषणा इस मौके पर सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी रहते हुए सुहास ने टोक्यो पैरा ओलंपिक में बेडमिंटन में रजत दिलाकर देश का मान बढ़ाया है। कहा कि सुहास ने वर्ष 2016 में पैरा ओलंपिक में गोल्ड, 2018 में चकराता स्थित एशियन गेम्स में गोल्ड और 2021 में टोक्यो पैरा ओलंपिक में रजत पदक जीता है। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जिलाधिकारी सुहास को पांच वेतन वृद्धि देने का निर्णय लिया है।
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देरी से पहुंचे सीएम
सम्मान समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ के पहुंचने का निर्धारित समय साढ़े 11 बजे था, लेकिन वह अपने निर्धारित समय से एक घंटा 28 मिनट देरी से पहुंचे। यानि 12:58 बजे योगी ने खेल प्रदर्शनी में कदम रखा। करीब छह मिनट तक सीएम ने प्रदर्शनी में खेल उत्पादों के बारे में जानकारी ली। जिसके बाद वह एक बजकर 04 मिनट पर मंच पर पहुंच गए। सम्मान समारोह के मंच पर योगी एक घंटा 36 मिनट तक उपस्थित रहे।

ये पदकवीर किए गए सम्मानित

अवनी लेखरा: दो करोड़
ओलंपिक में दो गोल्ड लाने वाली एकमात्र ओलंपियन अवनि लेखरा को अभिनव बिंद्रा की किताब से खेलने की प्रेरणा मिली। अवनि को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न से भी सम्मानित किया जाएगा। टोक्यो पैरा ओलंपिक में समापन समारोह में ध्वज भी अवनी लेखरा ने संभाला था।
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सुमित अंतिल : दो करोड़
इस साल टोक्यो ओलंपिक में सुमित ने अपने पिछले सारे वल्र्ड रिकार्ड तोड़ दिए। सुमित अपने हर खेल में अपने पुराने खेल में बनाए गए खुद के रिकार्ड को तोड़ देते हैं।
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मनीष नरवाल: दो करोड़
बांये हाथ से शूटर मनीष नरवाल हरियाणा के सोनीपत के कथूरा गांव से कबड्डी के खिलाडिय़ों के परिवार से संबंधित हैं। मनीष के परिवार में सभी कबड्डी खिलाड़ी हैं, लेकिन मनीष ने कबड्डी में ना जाकर शूटिंग में गोल्ड मेडल जीता।
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योगेश कठुनिया : डेढ़ करोड़
डिस्कस थ्रो खिलाडी योगेश को बचपन में रेयर डिजीज हो गई थी। डॉक्टर ने कहा कि इनकी रोज फिजियोथेरेपी करनी होगी। इसलिए इनकी मां ने खुद फिजियोथेरेपी सीखी और फिजियोथेरेपिस्ट बन गई।
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मरियप्पन थंगावेलु : डेढ़ करोड़
रियो में हाई जंप में गोल्ड और टोक्यो में सिल्वर जीतने वाले मरियप्पन पर साउथ की एक्ट्रेस ऐश्वर्या एक बायोपिक बना रही हैं, जो जल्द सिनेमा पर रिलीज होगी।
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सिंघराज अधाना : डेढ़ करोड़
शूटर सिंहराज ने बच्चों के साथ स्वीमिंग करते थे, लेकिन 35 साल की उम्र में शूटिंग करना शुरु किया था। उसके बाद 2 मेडल लेकर आए। इस सफलता के बाद उनका सफर आज तक चल रहा है।
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सुहास एल वाई : चार करोड़
नोएडा के डीएम एल वाई सुहास जब आजमगढ़ के डीएम थे तो बैडमिंटन एकेडमी के उद्घाटन समारोह में पहली बार बैडमिंटन खेले थे उसके बाद उन्होंने बैडमिंटन खेलना शुरु किया। भारत के लिए ओलंपिक में पदक जीतकर ले आए।
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प्रमोद भगत : दो करोड़
बैडमिंटन में प्रमोद भगत ने पहला गोल्ड मेडल दिलवाया था। इनके नाम पर अंतराष्ट्रीय स्तर पर 45 मेडल दर्ज है।
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देवेंद्र झाझरिया: डेढ़ करोड़
जैवलीन थ्रो में 2004 में गोल्ड, 2016 में रियो ओलंपिंक जीता। इसके बाद चार साल गैप में रहे थे। इसके बाद में अपनी पत्नी के कहने पर दोबारा ओलंपिक में शामिल हुए और मेडल जीता।
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भाविना पटेल : डेढ़ करोड़
पहली ओर एक मात्र खिलाड़ी जिन्होंने टेबिल टेनिस में भारत को मेडल दिलाया। अब इन्हें भारत सरकार अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित करेगी।
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निषाद कुमार : डेढ़ करोड़
हाई जंप में सिल्वर मेडल जीतकर एशियन वल्र्ड रिकार्ड बनाया था। इससे पहले वल्र्ड पैरा ओलपिंक में ब्रांज मेडल भी जीता था।
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प्रदीप कुमार: चार करोड़
हाई जंपर प्रदीप कुमार ने एशिया में रिकार्ड बनाकर भारत के लिए रजत पदक जीता। मात्र 18 साल की आयु में ओलंपिक मेडल और 4 करोड़ का पुरस्कार जीता।
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सुंदर सिंह गुर्जर: एक करोड़
जैवलीन में कांस्य पदक जीता। इनके पिता व भाई रेसलर है। लेकिन दिव्यांगता के कारण सुंदर रेसलर नही बन पाए और जैवलीन शुरु किया।
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कृष्णा नागर : दो करोड़
फाइनल जाने से पहले सारे मैच 2-0 से जीते थे। टोक्यो में भी एकतरफा जीते थे।
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शरद कुमार : एक करोड़
दार्जिलिंग स्कूल में सामान्य एथलीट को भी हाई जंप में भी हरा दिया करते थे। इन्होंने इंटरनेशनल रिलेशन में पोस्ट ग्रेज्यूएशन किया है।
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हरविंदर सिंह : एक करोड़
आर्चरी में भारत को पहला मेडल दिलाया। पटियाला की पंजाब यूूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहे हैं।
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मनोज सरकार : एक करोड़
टोक्यो से पहले बैडमिंटन में तीन बार वल्र्ड चैंपियन शिप में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। टोक्यो में कांस्य पदक जीता।
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भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाडी-
वरुण सिंह भाटी : 25 लाख
गौतमबुद्धनगर के एथलीट वरुण भाटी रियो ओलंपिक ब्रांच मेडल जीत चुके हैं। उन्होंने टोक्यो पैरालिंपिक में प्रतिभाग किया था।
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अजीत सिंह : 25 लाख
जैवलिन थ्रोअर अजित सिंह ने ट्रेन हादसे में अपने दोस्त को बचाने के लिए अपना बाजू गंवाया था। चार माह बाद पंचकूला एकेडमी में इवेंट में भाग लेने पहुंच गए थे। इन्होंने ने भी टोक्यो पैरालिंपिक में भाग लिया था।
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दीपेंदर सिंह : 25 लाख
पिस्टल शूटर दीपेंद्र सिंह ने 2017 में गोल्ड, 2018 में गोल्ड जीत चुके हैं
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आकाश : 25 लाख
पिस्टल शूटर आकाश ने 2021 में लक्ष्मण पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
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विवेक चिकारा : 25 लाख
आर्चरी में विवेक चिकारा ने एमबीए करते करते ओलंपिक में प्रतिनिधित्व किया
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ज्योति: 25 लाख
आर्चरी में टोक्यो पैरालिंपिक में ज्योति बालियान ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था।

Posted By: Inextlive