2 घंटे के काम में लगाए 7 घंटे
- टीपी नगर को वेदव्यासपुरी बिजलीघर से जोड़ा गया
- ओवरलोड की समस्या के चलते बदली गई लाइन - बिजली कटौती से कई मोहल्लों की पब्लिक बेहाल मेरठ। शहर में पांच बिजलीघरों पर मेंटीनेंस के काम के चलते सात घंटे आपूर्ति बाधित रही, जबकि बिजली विभाग ने दो घंटे आपूर्ति बाधित करने की बात कही थी। सात घंटे बिजली न आने के कारण लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इनवर्टर जवाब दे गए। सुबह दस बजे की बिजली शाम को पांच बजे करीब आई। यहां होना था कामदरअसल परतापुर 133 केवी ट्रांसमिशन से 33 केवी की एक लाइन जुड़ी हुई है, जिससे टीपीनगर और माधवपुरम बिजलीघर जुड़े हैं। इस कारण ओवरलोड की समस्या बनी हुई है। इस समस्या के समाधान के लिए टीपीनगर बिजलीघर को वेदव्यासपुरी बिजलीघर से जोड़ा जाना था। इसीलिए विभाग ने टीपीनगर, माधवपुरी, वेदव्यापुरी, परतापुर तथा मोहकमपुर की बिजली आपूर्ति बंद की गई थी।
कटौती से परेशान लाइन बदलने के काम के लिए विभाग ने 2 घंटे आपूर्ति करने की बात कही थी। लेकिन आपूर्ति दो घंटे की बजाए सात घंटे की कटौती की गई। सात घंटे कटौती होने के कारण लोगों के पसीने छूट गए।बिजली ने तो हद की कर दी है। आए दिन कटौती होती रहती है। कभी मेंटीनेंस के नाम पर तो कभी ऊपर से कटौती कह कर बिजली ठप कर देते हैं।
राहुल टोंक सपा सरकार में सबसे अच्छी बिजली आ रही थी। योगी सरकार जबसे आई है तब से तो बिजली की स्थिति और खराब हो गई है। रजत बिजली ने तो परेशान करके रख दिया है। कभी भी कटौती कर दी जाती है। रात में जो कटौती होती है। वह सबसे ज्यादा परेशान करती है। सुरेंद्र सिंह सुबह से बिजली गई थी। शाम को करीब पांच बजे आपूर्ति आई है। इंवर्टर ठप हो गया। अनीस लाइन बदलने का काम किया गया था। लाइन बदलने में थोड़ी देर हो गई। लोगों को थोड़ी परेशानी हुई होगी। शाम को लाइन बदलने का काम पूरा होने के बाद आपूर्ति शुरू कर दी गई थी। संजय अग्रवाल, चीफ इंजीनियर बिजली विभाग