14 दिन में 137 मौत सरकारी कागजों में हुईं दर्ज

पहली बार इतनी अधिक संख्या में हुई मौत

Meerut । कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने बड़ी संख्या में लोगों को हमसे छीन लिया है। इलाज में देरी और बेहाल सिस्टम की कीमत मरीज को जान देकर चुकानी पड़ रही है। तमाम कोशिशों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग भी मौतों के आंकड़े छुपाने में अब नाकाम साबित हो रहा है। सरकारी रिपोर्ट में ही दर्ज हुई मौतों ने इन दिनों पुराने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। मई के 14 दिन में अब तक कि सबसे ज्यादा 137 मौतें कोरोना संक्रमण के चलते दर्ज की गई हैं।

मंडल में आगे जिला, होगा रिव्यू

कोरोना वायरस से होने वाली मौतों का आंकड़ा जिले में भयावह स्थिति में है। मेरठ में अब तक कोरोना संक्रमण के चलते 601 मरीज सरकारी आंकड़ों में अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं मेडिकल कॉलेज के एल-3 अस्पताल समेत दूसरे अस्पतालों का हाल भी बेहाल है। यहां मेरठ समेत दूसरे जिलों में एडमिट मरीजों की मौतों की संख्या रेकॉर्ड बना रही है। बढ़ते मौतों के आंकड़ों को रोकने के लिए अब शासन ने कड़े निर्देश जारी किए हैं। पिछले दिनों प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कोरोना से होने वाली मौतों का डेथ ऑडिट करने का निर्देश दिया है। डॉक्टर्स की टीम इसमें जुट गई है।

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ये है जिले में मौतों की स्थिति

27 मार्च 2020 से 14 मई 2021 तक कुल मौत- 601

1 मई 2021 से से 14 मई 2021 तक - कुल 137 मौत

14 मई - 17

13 मई - 13

12 मई - 16

11 मई - 13

10 मई - 10

9 मई - 06

8 मई - 09

7 मई - 10

6 मई- 11

5 मई - 11

4 मई - 05

3 मई - 03

2 मई - 09

1 मई - 04

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27 मार्च 2020 से 20 अप्रैल 2020 तक - 5 मौत

21अप्रैल 2020 से 20 मई 2020 तक - 22 मौत

21 मई 2020 से 20 जून 2020 तक - 42 मौत

21 जून 2020 से 20 जुलाई 2020 तक - 20 मौत

21 जुलाई 2020 से 20 अगस्त 2020 तक - 30 मौत

21 अगस्त 2020 से 20 सितंबर 2020तक - 108 मौत

21 सितंबर 2020 से 20 अक्टूबर तक 2020 - 72 मौत

21 अक्टूबर 2020 से 22 नवंबर तक 2020 - 52 मौत

20 अप्रैल 2020 से 22 नवंबर तक - 351 कुल मौतें

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मौत के आंकड़ों में खेल

स्वास्थ्य विभाग की सरकारी रिपोर्ट में मौत के आंकड़ों में भी भारी खेल चल रहा है। 4 मई की बात करें तो सरकारी रिपोर्ट में 5 मरीजों की मौत बताई गई थी, जबकि सूरजकुंड श्मशान घाट पर इस एक ही दिन में 51 शवों का अंतिम संस्कार कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत हुआ था। वहीं 20 से 26 अप्रैल के दौरान श्मशान घाट पर कुल 171 शवों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत हुआ, जबकि जिला स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में कुल 19 मरीजों की मौत कोरोना के चलते दिखाई गई थी। मेडिकल कॉलेज और निजी अस्पतालों में ही इन 7 दिनों में 114 संक्रमितों की मौत हुई थी। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 4 मई 2021 तक जिले में कुल 495 मौतें ही कोरोना के कारण दर्ज हुई थी। जबकि 14 मई तक ये आंकड़ा 601 हो गया है।

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ये है आंकड़े कम करने का खेल

-जो कोरोना मरीज आरटी-पीसीआर पॉजिटिव आते हैं उन्हें कोरोना संक्रमित मृतकों में गिना जाता है।

-जो कोरोना संक्रृमित मृतक आरटी- पीसीआर नेगेटिव होते हैं, भले ही उनका सीटी- स्कैन या अन्य टेस्ट उन्हें टिपिकल कोविड कहें, तब भी उन्हें नॉन कोविड में गिना जाता है।

-जो कोरोना आर-टीपीसीआर पॉजिटिव होने के बाद निगेटिव हो जाते हैं, उन्हें भी नॉन कोविड में गिनते हैं। भले ही उनकी मौत कोविड संबंधित कोम्पि्लकेशन्स से हुई हो।

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इनका है कहना

कोरोना संक्रमण के चलते मौतों के आंकड़े बढ़ रहे हैं। शासन के निर्देश पर डेथ ऑडिट करवाया जाएगा। जो भी वजह है वो सामने आएगी।

डॉ। अखिलेश मोहन, सीएमओ

Posted By: Inextlive