गंगनहर पटरी के दोहरीकरण को मिली 628 करोड़ की मंजूरी
दायीं ओर पटरी मार्ग के दोहरीकरण को मिली शासन की मंजूरी
लोक निर्माण विभाग, ¨सचाई व सेतु निगम मिलकर करेंगे निर्माण Meerut। लंबी प्रतीक्षा के बाद आखिरकार कांवड़ गंगनहर पटरी मार्ग के दोहरीकरण को मंजूरी मिल गई। मंगलवार शाम लखनऊ में अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में वित्तीय व्यय समिति (ईएफसी) की बैठक हुई। जिसमें लोक निर्माण विभाग के सचिव समीर वर्मा व विभागाध्यक्ष राजपाल सिंह की मौजूदगी में मेरठ पश्चिम के मुख्य अभियंता संदीप कुमार ने पीपीटी से प्रेजेंटेशन से दी। करीब 50 मिनट के विचार-विमर्श के बाद अफसरों ने स्वीकृति प्रदान कर दी। कांवड़ पटरी के दायीं ओर 111.40 किमी गंगनहर कांवड़ मार्ग नव-निर्माण की लागत 628.74 करोड़ होगी। सुरक्षा की दृष्टि से नई के साथ पुरानी पटरी पर भी क्रैश बैरियर की व्यवस्था प्रस्ताव में शामिल की गई है। मुख्य अभियंता ने दी प्रजेंटेशनमेरठ से लखनऊ पहुंचे मुख्य अभियंता (पश्चिम) संदीप कुमार ने कांवड़ गंगनहर पटरी मार्ग की पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन बैठक में प्रस्तुत की। ड्रोन कैमरे से तैयार की गई वीडियो में पटरी मार्ग के ऊपर सड़क की मौजूदा हालत, पुलों की स्थिति और वन विभाग की भूमि आदि के बारे में दिखाया गया। प्रजेंटेशन में 111.40 किमी गंगनहर कांवड़ मार्ग की लंबाई की पूरी स्थिति को अफसरों ने गहनता से देखा और विचार- विमर्श किया।
गंगनहर पटरी के मुख्य ¨बदु मंगलौर से मुरादनगर तक कांवड़ गंगनहर पटरी की लंबाई - 111.40 किमी मेरठ - 43.40 किमी मुजफ्फरनगर - 56 किमी गाजियाबाद - 12 किमी कुल स्वीकृत लागत - 628.74 करोड़ फ्लाई ओवर - 1 (एनएच-58 को क्रॉस करने के लिए) रेलवे ओवर ब्रिज - 1 (रेलवे लाइन को क्रॉस करने के लिए) मेजर ब्रिज - 10 माइनर ब्रिज - 27 सड़क की चौड़ाई - 7 मीटर गंगनहर से सड़क की दूरी - 7 मीटर सड़क के दोनों ओर छोटा नाला - 2.5 मीटर तीन विभागों को निर्माण की जिम्मेदारी 27 माइनर ब्रिज कांवड़ गंगनहर पटरी मार्ग पर वर्तमान यातयात को (मंगलौर से मुरादनगर चलने पर) बायीं ओर का दिशा मानक माना जाता है। पटरी का नवनिर्माण गंगनहर के दूसरी ओर दायीं दिशा में होगा। गंगनहर के डोले से सात मीटर छोड़कर नई पटरी का निर्माण किया जाएगा। सड़क की चौड़ाई सात मीटर होगी। सड़क का निर्माण लोक निर्माण विभाग करेगा। एक आरओबी, एक फ्लाई ओवर व 10 मेजर ब्रिज के निर्माण की जिम्मेदारी सेतु निगम को दी गई है। वहीं, सभी 27 माइनर ब्रिज व अन्य स्ट्रक्चर का निर्माण ¨सचाई विभाग करेगा।मंजूरी मिलते ही टेंडर प्रक्रिया
लोनिवि के अधिशासी अभियंता सीपी सिंह ने बताया कि कैबिनेट में स्वीकृति मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। वन विभाग व ¨सचाई विभाग में इसमें प्राथमिक स्तर पर क्लीयरेंस का कार्य शुरू करेगा। पोल शि¨फ्टग व यूटिलिटी शि¨फ्टग जल्द ही शुरू कर दी जाएगी। ये रहे मौजूद लखनऊ में आयोजित वित्तीय व्यय समिति की बैठक में लो.नि.वि। सचिव समीर वर्मा, विभागाध्यक्ष राजपाल सिंह, प्रमुख अभियंता आरपी सिंह, सेतु निगम के एमडी अर¨वद श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता वीके श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता संदीप कुमार के अलावा मुजफ्फरनगर व गाजियाबाद के अधिकारी भी मौजूद रहे।