अरबों रुपये का गेहूं-चावल डकार गए अधिकारी
- फर्जी राशन कार्ड मामले में एसआईटी ने शासन से मांगी एफआईआर करने की अनुमति
-तत्कालीन डीएसओ सहित कई अधिकारी व कर्मचारियों पर गिर सकती है गाजMeerut । जिला आपूर्ति विभाग में फर्जी राशन कार्ड के बहाने अधिकारी व कर्मचारियों ने 36 करोड़ रुपये का घोटाला किया। दरअसल, यह वह रेट है जोकि सरकार द्वारा कार्ड धारकों को उपलब्ध करा रहे थे। बाजार भाव की बात करें तो यह घोटाला अरबों तक पहुंचेगा। पूर्व शहर विधायक डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी की शिकायत पर शासन ने जब एसआईटी का जांच कराई तो 60 हजार राशन कार्ड फर्जी निकले। एक दो माह नहीं बल्कि 20 माह से 60 हजार फर्जी राशन कार्ड का खाद्यान्न ब्लैक किया जा रहा था। अब एसआईटी ने जांच रिपोर्ट प्रमुख सचिव को सौंपकर शासन से एफआईआर दर्ज कराने की अनुमति मांगी है। इसमें तत्कालीन डीएसओ सहित कई अधिकारी व कर्मचारियों पर गाज गिरना तय है।
वर्जन एसआईटी मामले की जांच कर रही है। रिपोर्ट शासन को एसआईटी ने सौंप दी है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। विकास गौतम, जिला आपूर्ति अधिकारी