कारागार मंत्री ने किया 4 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता वाली स्वचालित दुग्धशाला का भूमि पूजन

मंत्री बोले, प्रदेशवासियों के लिए सुनिश्चित की शुद्ध व ताजे दूध की व्यवस्था

Meerut : सरकार ने सभी वर्गो को ध्यान में रखते हुए सवरंगीण विकास के लिए कार्य किया है। प्रदेश सरकार सच्ची दुग्ध उत्पादक और किसान हितैषी है। नवीनतम दुग्ध प्लांट हर दृष्टिकोण से पर्यावरण के अनुकूल होगा और प्लांट के शुरू होने से मेरठ ही नहीं बल्कि आसपास के जनपदों के दुग्ध उत्पादकों को सीधा लाभ मिलेगा और रोजगार बढ़ेगा। मंगलवार को गंगोल सहकारी दुग्ध संघ लिमिटेड के परिसर में चार लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता वाली स्वचालित दुग्धशाला के भूमिपूजन अवसर पर यह बात कारागार मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया ने कही।

सीएम का पढ़ा संदेश

परतापुर स्थित डेयरी परिसर में आयोजित कार्यक्रम में कबीना मंत्री रामूवालिया ने सीएम अखिलेश यादव का संदेश पढ़ा और कहा कि वीर भूमि मेरठ में यह शुभ कार्य हो रहा है इसके लिए सभी मेरठवासी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड के करीब 55 करोड़ रुपये के बकायों का भुगतान किया है। प्रदेश में आज ही 14 डेयरियों का भूमिपूजन का कार्य अन्य जनपदों में किया जा रहा है।

जनपद को अनूठा उपहार

डीएम पंकज यादव ने कहा कि जनपद को यह अनूठा उपहार दिया है जिससे जनपदवासियों को शुद्ध व ताजे दूध की कोई कमी आने वाले भविष्य में नहीं होगी। इस अवसर पर पराग डेयरी के महाप्रबंधक बीबी बेरा, परियोजना निदेशक आरके त्रिवेदी के अलावा एमएलसी डॉ। सरोजनी अग्रवाल, दर्जा प्राप्त अय्यूब अंसारी, सीएमओ डॉ। रमेश चन्द्रा, जिला पंचायत अध्यक्षा सीमा प्रधान, जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह, महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी आदि मौजूद थे।

नया प्लांट: एक नजर में

-12.5 एकड़ में बन रह नई यूनिट

-154.10 करोड़ रुपये है अनुमानित लागत

- प्रतिदिन 4 लाख लीटर दूध हैंडलिंग एवं प्रोसेसिंग क्षमता

पराग डेरी-एक नजर में

-1978 में स्थापना

- प्रतिदिन 3.5 लाख लीटर दूध हैंडलिंग एवं प्रोसेसिंग की क्षमता

- एक वर्ष बाद कुल 7.5 लीटर दूध प्रतिदिन हैंडलिंग एवं प्रोसेसिंग की क्षमता हो जाएगी।

- 850 ग्रामों से लिया जाता है दूध

-नए प्लांट के चालू होने पर 2000 गांवों से लिया जाएगा दूध।

Posted By: Inextlive