रोडवेज स्टाफ ने की पार्किंग स्थल पर नई बिल्डिंग बनाने की मांग

Meerut । भैंसाली डिपो के कायाकल्प करने की रोडवेज ने योजना एक बार फिर खटाई में पड़ती नजर आ रही है। इस साल फरवरी माह में रोडवेज ने भैंसाली डिपो को परिसर में बनी सालों पुरानी बिल्डिंग को तोड़कर नई बिल्डिंग बनाने की योजना बनाई थी, लेकिन तब लॉक डाउन के कारण काम रुक गया था। अब लॉक डाउन के बाद जैसे तैसे विभाग ने गत सप्ताह से पुरानी बिल्डिंग को तोड़ने का काम शुरु किया तो अब रोडवेज कर्मचारियों को इसका विरोध करते हुए काम रुकवा दिया है।

कर्मचारियों का विरोध

कर्मचारियों का आरोप है कि अभी कुछ माह पहले ही इस पूरी बिल्डिंग की लाखों रुपए के बजट से मरम्मत की गई थी लेकिन अब आरएम ने इस बिल्डिंग को तोड़ने का आदेश दे दिया जबकि इस बिल्डिंग में बने एआरएम से लेकर कर्मचारियों के कमरों को कहीं और बनाया भी नही गया है।

बिल्डिंग का हुआ था मेंटिनेंस

रोडवेज परिसर में बनी इस पूरी बिल्डिंग की जर्जर हालत को सुधारने के लिए योजना बनाई है। इस पुरानी बिल्डिंग में एआरएम कार्यालय से लेकर स्टाफ के बैठने का कमरा, ईटीएम चार्जिग रूम, टाइमकीपर कक्ष, कर्मचारी यूनियन का कार्यालय आदि कमरे बने हुए हैं। गत वर्ष करीब पांच करोड़ की लागत से भैंसाली डिपो परिसर का नवीनीकरण किया गया था। इसमें यात्री शेडों के साथ साथ पूरे बस अड्डे का लेवल ऊंचा किया गया था। जिससे ये पुरानी बिल्डिंग नीची हो गई थी और बरसात में इसमें पानी भरना शुरु हो गया था। इसके बाद रोडवेज इस भवन में भी लाखों रुपया लगाकर ऊंचा कराया था। इसके साथ ही पूरी बिल्डिंग में सीमेंट से मरम्मत और रंगाई पुताई की गई थी।

रुकवाया गया काम

लाखों रुपया खर्च करने के बाद अब दोबारा इस भवन को कायाकल्प करने के लिए पुरानी बिल्डिंग को गत सप्ताह तोड़ना शुरु कर दिया। बिल्डिंग तोड़ने की शुरुआत पीछे बनी दुकानों और कैंटीन को तोड़ने के साथ की गई थी। इस पर रोडवेज के कर्मचारियों ने विरोध कर दिया। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि यदि इस बिल्डिंग को तोड़ दिया गया तो कर्मचारी संगठनों के कार्यालय से लेकर एआरएम कक्ष टाइमकीपर कक्ष कहां शिफ्ट किए जाएंगे ऐसे में कर्मचारियों ने आरएम से मांग की है कि पहले कर्मचारियों के कमरे बनवा दिए जाएं उसके बाद बिल्डिंग तोड़ी जाए। इसके लिए कर्मचारियों ने रोडवेज के पार्किंग स्थल पर अस्थाई कक्ष बनाने की मांग की है। हालांकि अभी आरएम स्तर से इस संबंध में कोई आदेश नही आया है।

यह भवन काफी पुराना है और जर्जर हालत में है इसलिए इस तोड़कर नया भवन बनाया जाएगा। तब तक के लिए सभी कक्ष को अस्थाई रुप से डिपो के अन्य जगहों पर शिफ्ट किया जाएगा। कर्मचारियों की मांग के अनुसार विचार किया जाएगा।

- नीरज सक्सेना, आरएम

Posted By: Inextlive