- सेल में बच्चों के लिए क्रिकेट, हॉकी, बैडमिन्टन खेल बंद

- बच्चों को चेस, कैरम जैसे खेलों से कराया जाएगा रूबरू

 

Meerut : जुवेनाइल सेल में ऐसे खेलों को बैन कर दिया है, जिनके इक्वीपमेंट को बाल बंदी हथियार के रूप में इस्तेमाल करते थे। उन खेलों के बदले अब उन्हें चेस और कैरम जैसे खेलों से रूबरू कराने की तैयारी की जा रही है। ताकि ऐसी हिंसक घटनाएं न हो जो पूर्व में हो चुकी है। अधिकारियों की मानें तो बच्चों के लिए कैरम, चेस, लूडो जैसे खेलों के सामान के ऑर्डर कर दिए गए हैं।

 

क्रिकेट, हॉकी, बैडमिन्टन बैन

जुवेनाइल सेल एडमिनिस्ट्रेशन ने सेल में क्रिकेट, हॉकी, बैडमिन्टन आदि तमाम ऐसे खेलों पर बैन लगा दिया है जिससे सेल में बंद बच्चे हथियार के रूप में इस्तेमाल न कर सकें। इसलिए वहां के कर्मचारियों ने ऐसे खेलों के सामान को भी अपने कब्जे में ले लिया है। पिछले काफी समय में सेल में हिंसक घटनाएं हो रही थी। ऐसे में बच्चों ने इन खेलों के सामानों को हथियार के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था। डर के कारण कोई कर्मचारी बच्चों के सेल में नहीं जाते थे। ताकि कोई उन हमला न कर दें। इसी कारण से एडमिनिस्ट्रेशन को निर्णय लेना पड़ा।

 

चेस और कैरम

क्रिकेट और हॉकी के बदले में बच्चों के सामने ऐसे खेलों को रखा जा रहा है जो ताकत का नहीं बल्कि दिमाग का खेल है। अधिकारियों की मानें तो चेस, कैरम ओर लूडो जैसे हल्के और दिमागदार गेम्स के सामान के ऑर्डर भी दे दिए गए हैं।

 

झगड़ों की संभावना कम

अधिकारियों की मानें तो चेस, कैरम और लूडो जैसे गेम्स में लड़ाई झगड़े की संभावना कम होगी, क्योंकि इन गेम्स को कम से कम दो और अधिक से अधिक चार लोग एक साथ खेल सकते हैं। ऐसे में बच्चों के बीच भी लड़ाई कम होगी। वहीं आठ से 10 बच्चों के पूरे ग्रुप को तोड़ने में भी आसानी होगी। वहीं लड़ाई झगड़े की ओर भी दिमाग नहीं जाएगा।

 

 

जुवेनाइल सेल से बैट, हॉकी, बैडमिन्टन और ऐसे तमाम खेलों के सामान को हटा लिया गया है, जिनका उपयोग हथियार के रूप में इस्तेमाल हो सकता है। उन्हें चेस, कैरम और लूडो जैसे खेलों से रूबरू कराया जाएगा।

- केशव कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट, मेरठ

Posted By: Inextlive