फर्जी ऐप से खाली हो रहे बैंक अकाउंट
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए पुलिस ने भेजा गूगल को ईमेल
गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद हैं कई नेशनल बैंकों के फर्जी ऐप लुभावने ऑफर ग्राहकों को खींचते हैं अपनी ओर Meerut। आधार नंबर के जरिए ग्राहकों का डाटा चोरी होने का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा कि गूगल प्ले स्टोर पर बैंकों के फर्जी ऐप से सबकी नींद उड़ गई है। बैंक के फर्जी ऐप लोगों के अकाउंट का डाटा चोरी कर उनका बैंक बैलेंस उड़ा रहे हैं। इस तरह के कई मामले पुलिस के पास पहुंच चुके हैं। एसपी क्राइम ने इससे बचने के लिए अलर्ट भी जारी कर दिया है, वहीं फर्जीवाड़ा रोकने के लिए गूगल कंपनी को ईमेल भेजा गया है। नहीं हो पाती पहचानएसपी क्राइम डॉ। बीपी अशोक ने बताया कि यह असली ऐप की तरह हुबहू कॉपी है, जिनमें मौजूद वायरस संवेदनशील डाटा उड़ा लेते है। एंड्रायड ऐप पर बैंकों का लोगो भी मौजूद रहता है। इससे ग्राहक के लिए असली-नकली की पहचान करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे फर्जी ऐप में मौजूद मालवेयर साफ्टवेयर ग्राहकों के बैंक खाते, डेबिड कार्ड, क्रेडिट और अन्य संवेदनशील जानकारी कुछ ही पलों में चुरा लेता है।
ऐसे बचें साइबर हैकर से1. ग्राहक इससे बचने के लिए अपने मोबाइल पर एंटी वायरस का इस्तेमाल करे।
2. डाटा चोरी होने पर तुरंत ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराए। 3. अपना बैंक अकाउंट का बैलेंस चेक करते रहे। 4. किसी को अपना एटीएम पिन व पासवर्ड न बताएं। 5. किसी को फोन नंबर पर आने वाला ओटीपी न बताएं। 6. किसी को अपने बैंक अकाउंट का नंबर भी न बताएं। निशाने पर प्रमुख बैंक हैकर्स ने गूगल प्ले स्टोर पर कई बैंकों को अपने निशाने पर ले रखा है। फर्जी ऐप डाउनलोड करते ही बैंक अकाउंट का डाटा चोरी हो जाता है। ऑफर से रहें सतर्क पुलिस का कहना है कि लुभावने ऑफर से सतर्क रहना चाहिए। ऐप या वॉलेट के रूप में मौजूद एप्लीकेसंस डाउनलोड करने पर रिवार्ड, प्वाइंट कैशबुक फ्री मोबाइल, डाटा या ब्याज मुक्त लोन का ऑफर देते हैं। इनके चक्कर में ग्राहक आसानी से फंस जाता है। फर्जी बैंक ऐप के जरिए बैंक अकाउंट से रुपये निकालने के कई केस आ चुके हैं। दो केसों में जांच के बाद मुकदमा भी दर्ज हो गया है। ऐसे फर्जी ऐप से लोगों को बचना चाहिए। अपने एटीएम व ऑनलाइन बैंक का पासवर्ड किसी से शेयर नहीं करना चाहिए। डॉ। बीपी अशोक, एसपी क्राइमएसबीआई का यूनो ऐप गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद है। इसे डाउनलोड करने के लिए ग्राहक को सावधानी बरतने का अलर्ट जारी कर दिया है।
मुकेश निगम, रिजनल आफिसर एसबीआई केस 1 12 अक्टूबर 2018 : गंगानगर के अमित भारद्वाज ने गूगल प्ले स्टोर से ऑनलाइन बैंकिंग के लिए बैंक आफ बड़ौदा का ऐप डाउनलोड किया था। डाउनलोड होने के बाद बैंक से संबंधित सभी जानकारी भर दी गई, डाउन लोड करते ही दो घंटे के भीतर उनके अकाउंट से 40 हजार रुपये निकाल लिए गए। केस 2 5 अक्टूबर 2018 शताब्दी नगर के राहुल सक्सेना ने बताया कि उनका एसबीआई में अकाउंट है। उन्होंने ऑनलाइन बैकिंग के लिए गूगल प्ले स्टोर से एसबीआई का फर्जी यूनो ऐप डाउन लोड कर लिया। इसके बाद ऐप में खाते से संबंधित कई जानकारी मांगी गई, जिसको उन्होंने शेयर कर दिया। इसके बाद उनके फोन पर 1.20 लाख रुपये निकालने का मैसेज आया। उन्होंने तुंरत बैंक अधिकारियों को अवगत कराया। बैंक अधिकारियों ने बताया कि ठगों ने फर्जी ऐप के माध्यम से यह कारनामा किया है।