- गोल्ड इनवेंस्टमेंट के लिहाज से इससे बेहतर मौका नहीं

- मौजूदा समय में गोल्ड की कीमतों है भारी कमी

- गोल्ड क्वाइन और बिस्किट में सबसे ज्यादा इनवेस्टमेंट

Meerut : ऐसा नहीं हो सकता कि गोल्ड की बात हो और गोल्ड क्वाइन या ब्रिक की चर्चा न हो। गोल्ड में इनवेस्टमेंट इन्हीं दोनों में सबसे ज्यादा होता है। मौजूदा गोल्ड की कीमतों को देखते हुए गोल्ड के जानकार इस समय में गोल्ड इनवेस्टमेंट को सबसे ज्यादा मुफीद मान रहे हैं। कुछ लोगों ने इसमें इनवेस्टमेंट करना भी शुरू कर दिया है। आइए जानते हैं कि गोल्ड में इनवेस्टमेंट किस तरह करें और किन बातों का सबसे ज्यादा ध्यान रखें।

पहले बात क्वाइन की

अगर बात क्वाइन की करें तो मार्केट में एक ग्राम से क्00 ग्राम तक गोल्ड क्वाइन मौजूद हैं। जिसकी कीमत प्रति ग्राम ख्70ब् रुपए है। सर्राफाओं की मानें सबसे अधिक गोल्ड क्वाइन में लोग इनवेस्ट करते हैं। खास बात ये है कि इनमें मेकिंग चार्ज भी लगता है। हर सर्राफा अपने-अपने तरीके से मेकिंग चार्ज वसूलता है। वैसे जनरल मेकिंग चार्ज ख्00 रुपए से लेकर फ्000 रुपए तक हैं।

ब्रिक की भी खरीदारी

जानकार बताते हैं कि कई ऐसे मोटे इनवेस्टर भी हैं जो ब्रिक ही खरीदते हैं। इनवेस्टमेंट के लिहाज से थोड़ा रिस्की तो है लेकिन मुनाफा भी मोटा होता है। बार बार खरीदने का चक्कर खत्म हो जाता है। ब्रिक मार्केट में एक किलो में मौजूद है। इससे कम में ब्रिक नहीं आती है। मौजूदा रेट के हिसाब से ब्रिक की कीमत ख्7 लाख रुपए है।

कुल व्यापार का ख्भ् फीसदी

मेरठ में गोल्ड का डेली का क्0 से क्ख् करोड़ रुपए का टर्नओवर है। जिनमें से ख्भ् फीसदी कारोबार क्वाइन और ब्रिक है। यानि डेली मार्केट से ऑफिशियली ख्.भ् करोड़ से फ् करोड़ रुपए का कारोबार होता है। जोकि काफी बड़ा कारोबार है। सर्राफा कारोबारियों की मानें तो अधिकतर गोल्ड में इनवेस्टमेंट ब्लैक के थ््राू होता है। अगर एक्साइज ड्यूटी को कम कर दिया जाए तो ईमानदारी से गोल्ड खरीदना शुरू हो जाएगा और किसी को कोई दिक्कत नहीं होगी। सरकार को जल्द ही सोचना होगा।

वर्जन

गोल्ड में इनवेस्टमेंट ये बिल्कुल सही समय है। इस वक्त गोल्ड कीमत भी काफी कम है। ये ही एक ऐसा इनवेस्टमेंट हैं जोकि काफी सेफ और सेक्योर है।

- सुमित सिंघल, ऑनर, मीरा ज्वेल हाउस

गोल्ड में इनवेस्टमेंट करने से पहले कई बातों का ध्यान रखना काफी जरूरी है। पहले तो अपने विश्वासपात्र ज्वेलर यहां ही इनवेस्ट करें। या फिर बैंक में करें। पक्की रसीद जरूर लें। किसी पर भी अंधा विश्वास न करें।

- निखिल ग्रोवर, ज्वेलर

सरकार भी चाहती है कि गोल्ड में इनवेस्टमेंट ज्यादा हो। इसलिए इस बार बजट में उस पर लोन का प्रावधान किया है। ताकि गोल्ड मार्केट में सर्कूलेट हो।

- सर्वेश सर्राफ, ऑनर, त्रिपुंड ज्वेलर्स

Posted By: Inextlive