180 ओवर, 25 विकेट और 385 रन का बना रिकॉर्ड
- भामाशाह पार्क के दोनों ग्राउंड्स में गिरे खूब विकेट
- ग्राउंड-1 में विदर्भ और छत्तीसगढ़ के बीच हुआ मैच - ग्राउंड-2 में हुआ एमपी और राजस्थान का मुकाबला Meerut : भामाशाह पार्क के दोनों ग्राउंड्स बल्लेबाजों के लिए कब्रगाह बन गए। राज सिंह डूंगरपुर अंडर क्ब् ट्रॉफी में पूरे दिन दोनों ही ग्राउंड पर करीब क्80 ओवर फेंके गए। कुल फ्8भ् रन बने और ख्भ् विकेट गिर गए। दोनों ही मैचों में बल्लेबाज पूरी तरह से फेल नजर आए। एक एमपी की टीम ऐसी रही जिन्होंने अपनी टीम का स्कोर ख्भ्0 के ऊपर पहुंचाया। स्पिनर्स और पेसर्स ने दोनों ही तरह के गेंदबाजों ने अपनी-अपनी टीमों को विकेट दिलाए। नहीं चले बल्लेबाजभामाशाह पार्क के ग्राउंड-क् पर विदर्भ और छत्तीसगढ़ के बीच मैच हुआ। छत्तीसगढ़ ने टॉस जीता और पहले फिल्डिंग करने का फैसला सही साबित हुआ। छत्तीसगढ़ के कैप्टन सौरभ सोलंकी ने खतरनाक गेंदबाजी करते हुए म् बल्लेबाजों को आउट किया। वहीं दो विकेट नितेश यादव को मिले। वहीं विदर्भ की ओर से सिर्फ प्रेरित अग्रवाल ने ब्0 रन का स्कोर किया। पूरी टीम क्क्8 रन पर ऑलआउट हो गई। जवाब में छत्तीसगढ़ की टीम के बल्लेबाज भी कुछ खास कमाल नहीं कर सके। टॉप ऑर्डर पूरी तरह से बिखर गया। दिन की खेल समाप्त होने तक छत्तीसगढ़ की टीम ने 80 के स्कोर पर चार विकेट खो दिए।
पंकज के शतक से राजस्थान मजबूत वहीं भामाशाह पार्क के ग्राउंड-ख् पर खेले गए राजस्थान और एमपी के बीच मुकाबले में राजस्थान ने पंकज के शतक की बदौलत अपनी स्थिति स्ट्रांग कर ली। राजस्थान की टीम ने पूरे दिन 90 ओवर खेले और ख्7ब् रन का स्कोर खड़ा कर ऑलआउट हो गई। वहीं जब एमपी खेलने उतरी तो दो ओवर के खेल में एक विकेट खोकर क्फ् रन बना चुकी थी। इससे पहले राजस्थान ने टॉस जीता और पहले बैटिंग की। राजस्थान की शुरूआत खराब रही। एक विकेट अर्पित के रूप में जल्दी गिर गया। उसके बाद सभी ने कुछ न कुछ कंट्रीब्यूट किया। लेकिन पंकज ने खूंटा गाढ़ते हुए न सिर्फ शतक बनाया बल्कि टीम को बेहतरीन स्थिति में पहुंचा दिया।