बर्ड फ्लू का खतरा, हस्तिनापुर सेंचुरी बंद
वन विभाग और पशु चिकित्सा विभाग ने किया सर्वे
- पक्षियों के मरने पर देनी होगी जानकारी, शासन ने जारी की एडवाइजरी - बत्तख, पोल्ट्री फार्म, दुकानों व पक्षियों की संख्या की सूची की जाएगी तैयारMeerut । केरल, राजस्थान मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश के बाद हरियाणा में बर्ड फ्लू फैलने लगा है। मेरठ में भी यह बीमारी पैर न पसार ले इसे लेकर पशु चिकित्सा विभाग हाई अलर्ट मोड पर है। गुरुवार को हस्तिनापुर सेंचुरी को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया। खासतौर से उन क्षेत्रों में रोक लगाई गई है जहां प्रवासी पक्षियों का जमावड़ा रहता है। इसके अलावा डीएम के बालाजी ने रैंडम चेकिंग के निर्देश भी जारी कर दिए हैं। इसके बाद जिला पशु चिकित्सा व वन विभाग ने सर्वे करना शुरु कर दिया। पक्षियों, पोल्ट्री फॉर्म आदि पर भी नजर रखी जा रही है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि दो दिन में 13 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। अभी तक किसी में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है.
-------- देनी होगी जानकारी - जिला पशु विभाग को स्थानीय बत्तख, पोल्ट्री फार्म, दुकानों व पक्षियों की गिनती कर शासन को भेजनी होगी। - इन पक्षियों की सप्लाई की डिटेल्स भी देनी होगी।- अगर कोई पक्षी मरता है तो इसकी जानकारी भी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को देनी होगी।
- इसकी सूचना के बाद अधिकारी उस स्थान का निरीक्षण करेंगे। - पक्षी के शव का पोस्टमार्टम जरूरी होगा। - सुऐब सैंपल व अन्य दस बीमार पक्षियों के सीरम लेकर विशेष पैकिंग के जरिए जांच के लिए भेजा जाएगा। -------- किया सर्वे गुरुवार को पशु चिकित्सा विभाग और वन विभाग के अधिकारियों ने हस्तिनापुर सेंचुरी का सर्वे किया। इस दौरान सेंचुरी में कई वेटलैंड पर विदेशी पक्षियों की स्थिति का जायजा लिया गया। सीवीओ ने बताया कि जिले में करीब 28 पोल्ट्री फार्म्स हैं। जबकि 6 लाख से ज्यादा मुर्गियां हैं। वहीं 5.5 करोड़ अंडों का उत्पादन होता है। इसके अलावा जिले में हर 15 हजार जानवरों पर एक डॉक्टर को तैनात किया गया है। आम जन से मांस और अंडे पूरी सावधानी और उबालकर खाने की अपील की गई है। -------- विदेशी पक्षियों पर भी नजरमुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ। अनिल कंसल ने बताया कि नियमित रूप से बर्ड फ्लू के सíवलेंस हेतु पशु चिकित्सालय वार सैंपल आईवीआरआई बरेली में भेजे जाते हैं। अभी तक भेजे गए किसी भी सैंपल में पुष्टि नहीं हुई है परंतु समस्त पशु चिकित्सा अधिकारियों को सचेत कर दिया गया है। सतर्कता के लिए गाइड लाइन जारी की गई है। भारतीय पक्षियों के साथ विदेशी पक्षियों पर भी वन विभाग के अधिकारियों के साथ नजर रखी जा रही है।
पक्षियों में बर्ड फ्लू के लक्षण -पक्षी का सिर आगे और पैर पीछे की तरफ फैल जाना -कम समय में अधिक पक्षियों का मर जाना -पक्षी के पंखों का अधिक संख्या में गिरना -अंडा उत्पादन में कमी -सिर और मुंह का फूल जाना -टांगों पर खून के चकत्ते प्रभावित होने वाली प्रजाति घरेलू पक्षी प्रजाति टर्की, गिनीफाउल, बटेर, फ्रीजेट, गीज, बलाख, मुर्गी जंगली पक्षी बत्तख, गीज, सेंड पाइपर, सैडरलिंग, रूडीटर्नस्टोन, टर्नस, हंस, शियरवाटर हेरांस, गिलमोर, पुफिन, गुल्स प्रवासी पक्षी बत्तख, मैना, पैराकीटस, तोते, काकाटूज वेवर, फ्रंचेस, हाक्स अन्य प्रजाति हारबर, सील, मनुष्य, व्हेल मछली, सुअर, मिंक, बंदर -----