- किसानों की मांगों को लेकर भाकियू का धरना प्रदर्शन

- जाम की सूचना पर मौके पर पहुंचे एसडीएम

- ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की व्यवस्था सुचारू करने की मांग

Sardhana : बकाया गन्ना भुगतान, बिजली कटौती व किसानों की अन्य समस्याओं के समाधान के लिए बुधवार को भाकियू कार्यकर्ताओं ने मेरठ करनाल हाईवे जाम कर दिया।

इस दौरान उन्होंने जमकर नारे बाजी की। जाम की सूचना पर एसडीएम मौके पर पहुंचे।

यह है मामला

चक्का जाम के दौरान भाकियू नेताओं ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि

प्रदेश के किसान आर्थिक रुप से टूट चुके हैं। जिसके चलते अब वह आत्महत्मा करने पर मजबूर हो गए हैं। किसानों को उनका बकाया गन्ना भुगतान अभी तक नहीं मिल पाया है।

जिसके चलते किसान कर्ज में डूबा हुआ है। केंद्र व सरकार किसानों के हितों में कार्य करने के लिए केवल बातें करती हैं। धरातल पर उनकी यह बातें हवाई साबित हो रही है।

बिजली का मुददा भी उठा

भाकियू नेताओं ने कहा कि भाकियू किसानों के हक की लड़ाई लड़ती आई है। वक्ताओं ने इस मौके पर बिजली के मुद्दे को भी प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा कि देहात क्षेत्र में बिजली की व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। कई गांवों में बिजली के जर्जर तार व टूटे पडे़ हुए हैं। इसके विरोध में किसानों ने करनाल हाईवे पर दबाथुवा में जाम लगाकर अपनी मांगे बुलंद की।

मौके पर एसडीएम पहुंचे

जाम की सूचना पर पहुंचे एसडीएम ब्रजभान सिंह राठौड़ ने भाकियू नेताओं से वार्ता की। इस दौरान भाकियू नेताओं ने एसडीएम को मुख्यमंत्री को प्रेषित एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें गन्ने का बकाया भुगतान, किसान आयोग का गठन करने की मांग, गांवों में बिजली आदि मांगें रखीं। एसडीम ने ज्ञापन लेकर जाम खुलवाया। इस मौके पर भाकियू जिला अध्यक्ष हरेन्द्र सिंह जानी, तहसील अध्यक्ष विनेश प्रधान, सत्यबीर सिंह जंगेठी, जगवीर सिंह दबथुवा, सत्यवीर फौजी, अमरसिंह, रविन्द्र दौरालिया, प्रमोद दबथुवा, तेजवीर सिंह आदि थे।

Posted By: Inextlive