- बंगला नंबर-81 के अवैध निर्माण को किया धराशायी

- पिछले तीन सालों से डिस्ट्रिक्ट जज के यहां चल रहा था मुकदमा

बंगला नंबर-8क् के अवैध निर्माण को किया धराशायी

- पिछले तीन सालों से डिस्ट्रिक्ट जज के यहां चल रहा था मुकदमा

Meerutmeerut@inext.co.in

Meerut : कैंट बोर्ड ने एक फिर से अपना पीला पंजा चलाते हुए इलीगल कंस्ट्रक्शन को डिमोलिश किया। पिछले तीन सालों से इस पर कोर्ट केस चल रहा था। कोर्ट ने कैंट बोर्ड के पक्ष में फैसला सुनाते हुए डिमोलिशन के आदेश दे दिए। अगर इस पर ध्यान नहीं दिया जाता तो ये भी विवादित बंगलों में शुमार हो जाता।

8 साल पहले दिया नोटिस

कैंट बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि बंगला नंबर-8क् के ऑनर जेएस गुप्ता ने वर्ष ख्007 में अवैध निर्माण करना शुरू किया था, जिसके बाद कैट बोर्ड की ओर से नोटिस दिया गया। जिसके विरोध में जेएस गुप्ता सिविल कोर्ट जूनियर डिविजन में चले गए, जहां उसे स्टे मिल गया। इसके खिलाफ कैंट बोर्ड वर्ष ख्0क्क् में डिस्ट्रिक्ट जज के यहां अपील की। इसका फैसला फ्क् मार्च को आया। कोर्ट ने उसे डिमोलिशन के लिए ऑर्डर किए।

किया डिमोलिशन

शुक्रवार को कैंट बोर्ड की टीम जैसे ही बंगले में पहुंची तो वहां हंगामा खड़ा हो गया। अवैध निर्माणकर्ताओं ने कहा हमें स्टे मिला हुआ है। जब स्टे की कॉपी देने को कहा गया तो सब चुप हो गए। कैंट बोर्ड ने एक बड़ा आंगन, दीवार और चार ट्वॉयलेट और चार बाथरूम तोड़ दिए। टीम में एई पीयूष गौतम, जेई अवधेश यादव, एसएस वीके त्यागी, आरएस पदम सिंह, एसआई योगेश यादव, एसआई अभिषेक आदि मौजूद थे।

Posted By: Inextlive