- बंदी को लेकर दो फाड़ हुए सर्राफा कारोबारी

- वोटिंग के बाद एक दिन की बंदी पर बनी सहमति

- केंद्रीय टीम ने की है तीन दिन हड़ताल की घोषणा

Meerut: एक्साइज ड्यूटी के खिलाफ बंदी को लेकर मेरठ के सर्राफा कारोबारी दो गुटों में बंटते दिखाई दे रहे हैं। रविवार को महादेव मंदिर में हुई बैठक में जब काफी देर तक बंदी केा लेकर सहमति नहीं बन पाई पर्ची डाली गई, लेकिन उसके बाद भी एक पक्ष बाजार बंद न करने को लेकर अड़ा रहा। इसके बाद गुप्त वोटिंग हुई, जिसमें ज्यादा वोट बंदी के पक्ष में आई, लेकिन विरोध को देखते हुए सिर्फ एक दिन बंदी की घोषणा की गई।

एक दिन की हड़ताल पर सहमति

25 अप्रैल से तीन दिनों की बंदी को लेकर रविवार को महादेव मंदिर में सभी सर्राफा एसोसिएशन व एक्शन कमेटी के सदस्यों ने बैठक की, जिसमें कुछ सर्राफा कारोबारियों ने बंदी का विरोध किया। बंदी का का विरोध करने वालों का तर्क था कि जब 42 दिन में कुछ नहीं हो पाया तो तीन दिनों की बंदी से क्या होगा, लेकिन देर शाम को सिर्फ एक दिन बंदी पर सहमति बनी।

हुई वोटिंग

जब शाम तक बैठक में सहमति नहीं बन पाई तो गुप्त वोटिंग का तरीका अपनाया गया। जिसमें कुल 262 वोट डाले गए। 178 वोट बंद के पक्ष में जबकि 84 वोट बंदी के विरोध में खुलकर सामने आए।

गुप्त वोटिंग में बंदी के पक्ष में लोगों की संख्या ज्यादा थी, लेकिन अभी सोमवार की बंदी ही सुनिश्चित हुई है। आगे की रणनीति कल बनाई जाएगी।

सर्वेश कुमार सर्राफ, महामंत्री बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन

हम तो तीन दिन की बंदी का समर्थन कर चुके हैं। अब बुलियन वालों ने वोटिंग कराई है, जिसमें ज्यादा वोट बंदी के पक्ष में ही पड़ी है। लेकिन अभी सिर्फ एक दिन की बंदी पर ही सहमति बन पाई है।

दिनेश रस्तोगी, महामंत्री सर्राफा व्यापार एसोसिएशन

Posted By: Inextlive