'निगेटिव' मार्किंग न होने से 'पॉजिटिव' दिखे अभ्यर्थी
83 एग्जाम सेंटर्स पर अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा
34496 अभ्यर्थी एग्जाम के लिए थे रजिस्टर्ड 127 पर्यवेक्षक तैनात रहे एग्जाम के दौरान 15 सीबीएसई अधिकारी भी एग्जाम के दौरान रहे मुस्तैद 2 पालियों में आयोजित की गई परीक्षा 6205 अभ्यर्थी पहली पाली में रहे गैरहाजिर 6212 अभ्यर्थियों ने दूसरी पाली की परीक्षा छोड़ी Meerut। शहर में संडे को 83 केंद्रों पर 34 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) दी। दो पालियों में परीक्षा आयोजित की गई। इसमें पहली पाली में प्राथमिक स्तर के शिक्षक पात्रता परीक्षा, दूसरी पाली में जूनियर स्तर के शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित हुई। अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा में ऐसे सवाल पूछे गए थे, जिससे तार्किक क्षमता, अवधारणा, भाषा ज्ञान का आकलन किया जा सकता है। सुबह साढे नौ बजे से पहली पालीरविवार को सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक पहली पाली और दोपहर 2 बजे से साढ़े चार बजे तक दूसरी पाली की परीक्षा हुई। कोरोना महामारी को देखते हुए तय समय से करीब दो घंटे पहले ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर बुलाया गया था।
कराया गया सेनेटाइजेशनपरीक्षा केंद्र के बाहर ही सेनिटाइज होने के बाद ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया गया। परीक्षा के दौरान शहरभर के परीक्षा केंद्रों पर 83 ¨प्रसिपल, 127 पर्यवेक्षक, 15 सीबीएसई के अधिकारी तैनात रहे।
पहली पाली में 6205 गैरहाजिर सीटीईटी की पहली पाली में प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में 34496 में से 28291 ने परीक्षा दी। 6205 गैरहाजिर रहे। दूसरी पाली में जूनियर शिक्षक में 31512 में से 25300 से परीक्षा दी। 6212 गैरहाजिर रहे। निगेटिव मार्किंग न होने से खिले चेहरे सीटीईटी परीक्षा के दौरान सामाजिक अध्ययन, विज्ञान, शिक्षाशास्त्र, बाल विकास, गणित, हिंदी, अंग्रेजी आदि से संबंधित सवाल पूछे गए। अभ्यर्थियों के मुताबिक परीक्षा में निगेटिव माíकंग नहीं थी। कुल 150 सवाल पूछे गए थे। कुछ अभ्यर्थी सवालों को मध्यम श्रेणी का बता रहे थे, कुछ कठिन प्रश्नपत्र बता रहे थे। प्रश्नपत्रों की रही कड़ी सुरक्षा परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्रों को ले जाने और परीक्षा केंद्रों पर खोलने तक की सुरक्षा जियो टैगिंग के माध्यम से की गई। एप के माध्यम से छोटा बड़ा हिसाब रखा गया। शांतिपूर्ण रही परीक्षा परीक्षा के समन्वयक केएल इंटरनेशनल स्कूल के ¨प्रसिपल सुधांशु शेखर ने बताया कि परीक्षा शांतिपूर्ण रही। कहीं कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई। कोरोना को देखते हुए कोविड प्रोटोकाल का ध्यान रखा गया। सभी केंद्रों पर दूरी का ध्यान भी रखा गया।परीक्षा में भाषा अज्ञानता क्षमता, शिक्षण अभिरुचि से संबंधित कठिन सवाल पूछे गए। बाकी प्रश्न सामान्य थे।
नितिन हिंदी और अंग्रेजी भाषा में कुछ विषय से संबंधित कठिन सवाल पूछे गए थे। ऐसे सवालों से अभ्यर्थी की अध्ययन प्रवृत्ति का परीक्षण किया गया। रचित परीक्षा में निगेटिव माìकग नहीं थी इसका कुछ फायदा स्टूडेंट्स को मिलेगा। कुछ सवाल काफी उलझाने वाले थे। कृतिका सेंटर्स पर कोविड-19 की गाइडलाइन का पूरा पालन किया गया था। वैसे पेपर आसान थे लेकिन कुछ सवाल उलझाने वाले थे। दिव्यांश