Meerut : भ्रष्टाचार के खिलाफ संसद में लोकपाल बिल पास हुए कुछ ही दिन हुए हैं. अब पब्लिक स्कूल में करप्शन खत्म करने के लिए स्टूडेंट लोकपाल नियुक्त होंगे. इससे स्कूलों में भी ट्यूशन का दवाब बनाने वाले टीचर्स की क्लास लगनी तय हो गई है. सीबीएसई ने स्कूलों पर लगाम कसते हुए पब्लिक स्कूलों में स्टूडेंट लोकपाल प्रस्ताव पास कर दिया है.


स्टूडेंट लोकपालजल्द ही स्टूडेंट लोकपाल की गाइड लाइंस जारी कर दी जाएंगी। सीबीएसई की करिकुलम कमेटी और गवर्निंग बॉडी ने तय किया है कि बोर्ड से जुड़े हर स्कूल में स्टूडेंट लोकपाल की नियुक्ति की जाएगी। यहां स्टूडेंट्स अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे। ये शिकायतें स्टूडेंट के साथ होने वाले  भेदभाव, स्टूडेंट्स के साथ हुई गलत बात आदि से संबंधित हो सकती है। शिकायतों की जांच के साथ-साथ स्टूडेंट्स की काउंसिलिंग का भी प्रावधान होगा। इसका मकसद बच्चों की जल्दी न्याय दिलाना है।ट्यूशन है बड़ा इश्यू


सीबीएसई अपने स्कूल्स के स्टूडेंट  लोकपाल का जो प्रपोजल तैयार किया है, उसमें ट्यूशन की बढ़ती समस्या का जिक्र किया गया है। बोर्ड के मुताबिक टीचर्स का स्टूडेंट्स को ट्यूशन पढ़ाने पर बैन है। स्टूडेंट लोकपाल की यह जिम्मेदारी होगी कि इस बारे में स्टूडेंट्स को अवेयर करे। प्राइमरी क्लासेज के बाद अधिकतर स्टूडेंट्स ट्यूशन पढऩे जाते हैं। स्कूल टीचर अपने क्लास के बच्चों पर ट्यूशन का दवाब बनाकर अच्छी खासी इनकम करते हैं, जिससे बच्चों में भेदभाव की संभावना आती है। बोर्ड की कोशिश है कि स्कूलों में भेदभाव न हो।नहीं होगी कोई दखल

सीबीएसई ने साफ कर दिया है कि स्टूडेंट लोकपाल कमेटी में स्कूल के किसी टीचर व प्रिंसीपल की कोई भी दखल नहीं होगी। किसी सीबीएसई अधिकारी या फिर सीबीएसई द्वारा चयनित बाहरी सदस्यों की टीम को ही लोकपाल बनाया जाएगा। जो हर सिटी में होगा। स्टूडेंट्स फेस करते हैं प्रॉब्लम्स- टीचर्स का अचानक से बदल जाना और स्टूडेंट्स का तालमेल न बैठना। - टीचिंग में लापरवाही होना।- टीचर द्वारा स्टूडेंट्स पर ट्यूशन का दवाब बनाना। - क्लास में टीचर का गलत लैंग्वेज यूज करना या फिर मिस बिहेव करना। - स्टूडेंट्स की पिटाई करना। - मार्कशीट में आने वाली समस्याएं। - स्कूल द्वारा बेतुके फाइन लगाना या फिर एक्स्ट्रा पैसे वसूलना।किस तरह से होगा लाभदायक - स्कूल में टीचर्स द्वारा ट्यूशन के लिए दवाब बनाया जाता है। इस पर लगाम लग जाएगी। - स्कूल प्रशासन पर अंकुश हो जाएगा। इसके तहत स्कूलों द्वारा स्टूडेंट्स पर जबरदस्ती का खर्चा नहीं थोप सकेंगे।- स्कूल आउट साइड सोर्सेज की निगरानी में रहेंगें। इसी कारण वह बच्चों की समस्याओं को जल्दी सुनेंगे व हल भी निकालेंगे। - स्कूलों में स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ेगी साथ ही बच्चों की परसेंटेज ऑफ अटेंडेंस बढ़ेगी। - स्टूडेंट्स  में डेवलप होगी लीडरशीप क्वालिटी।  

'सीबीएसई के पास कोचिंग सेंटरों को लेकर काफी शिकायतें आ रहीं हैं। स्टूडेंटस क्लास अटेंड नहीं करते और कोचिंग सेंटर पर जाते हैं। अब सीबीएसई ने स्कूल में सरप्राइज विजिट और लोकपाल शुरू किया है। इससे ट्यूशन पर लगाम लगेगी.' -डॉ। पूनम देवदत्त ,सीबीएसई काउंसलर 'अब स्कूल में स्टूडेंट्स को डराने धमकाने की शिकायतों पर लगाम लगेगी। अक्सर अखबार में पढऩे को मिलता है कि किसी टीचर ने एक स्टूडेंट की पिटाई कर दी, लेकिन यह भी देखना होगा कि स्टूडेंट कहीं गलत शिकायत दर्ज तो नहीं करवा रहा.' -एचएम राउत, दीवान पब्लिक स्कूल प्रिंसीपल

Posted By: Inextlive